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समाज

महिला को अगवा कर 3 महीने तक गैंगरेप, थाने पहुंचे पति से पुलिस बोली बीवी मिल गयी, अब FIR से क्या होगा

Janjwar Desk
28 Jun 2021 4:28 AM GMT
महिला को अगवा कर 3 महीने तक गैंगरेप, थाने पहुंचे पति से पुलिस बोली बीवी मिल गयी, अब FIR से क्या होगा
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अस्पताल में इलाजरत गैंगरेप पीड़िता

यूपी के मिर्जापुर में महिला से 3 महीनों तक गैंगरेप, यातनाओं की गवाही देते शरीर के जख्म, पुलिस पर केस सलटाने का आरोप, पति ने लगाये गंभीर आरोप

संतोष देव गिरि की रिपोर्ट

मिर्जापुर। यूपी में योगी आदित्यनाथ के राज में आधी आबादी की सुरक्षा फिर सवालों के घेरे में है। साथ ही पुलिस की कार्यशैली भी कठघरे में है। मिर्जापुर के जहद्दर (रामपुर अतरी) गांव में तीन महीने पहले एक महिला का अपहरण होता है। महिला का पति एक आरोपी के नाम के साथ पुलिस के पास शिकायत करने पहुंचता है, लेकिन पुलिस के टालमटोल रवैये के आगे ये शख्स तीन महीनों तक अपनी पत्नी की खोज में बस थाने के चक्कर लगाता रह जाता है। जबकि तीन महीने तक पीड़िता रेप और मारपीट जैसी शारीरिक और मानसिक यातना झेलती है। पति का आरोप है कि घटना के बाद भी पुलिस टालमटोल में ही लगी हुई है औऱ बोल रही है कि तुम्हारी पत्नी मिल गयी है, अब मामला जाने दो।

आरोप है कि मिर्जापुर में 35 वर्षीया पाल बिरादरी (गडेरिया) की विवाहित महिला को 3 महीने पूर्व परिजनों के सामने से अगवा कर जंगल में ले जाया गया, उसके साथ 3 महीने तक सामूहिक दुष्कर्म करने के साथ उसे प्रताड़ित भी करते रहे, जिससे वह बुरी तरह से जख्मी हो गई है। 3 महीने बाद 23 जून को गाड़ी से फेंककर उसे गाड़ी से सड़क पर फेंक कर बलात्कार आरोपी फरार हो गये।

अगवा कर तीन महीनों तक रेप

मिर्जापुर जिले की कानून व्यवस्था को धता बताते हुए अपराधियों ने एक 35 वर्षीया पाल बिरादरी (गडेरिया) की विवाहिता को 3 महीने पहले परिजनों के सामने से अगवा किया। महिला के परिजनों का आरोप है कि तीन महीनों तक महिला के साथ चार लोगों ने गैंगरेप किया। उनके साथ मारपीट की। महिला के शरीर पर जख्म के कई निशान इसकी गवाही भी दे रहे हैं। लेकिन इस पूरे मामले पर गंभीरता से कार्रवाई करने की बजाये इलाके की पुलिस इसे टालती रही।

लालगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत संतनगर पुलिस चौकी क्षेत्र के जहद्दर (रामपुर अतरी) गांव की ये घटना है। पीड़िता के पति का आरोप है कि जहद्दर गांव के निवासी सर्वेश पटेल नाम के शख्स ने तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर उसकी पत्नी का पहले अपहरण किया, जिसकी शिकायत उसने थाने में की। शिकायत तो दर्ज कर ली गयी लेकिन सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं मिला।

अस्पताल में इलाजरत पीड़ित महिला के शरीर पर चोट निशान हैं

अब तीन महीने बाद 23 जून को पीड़िता पुलिस को गंभीर हालत में मिली, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला भी एक नामजद आरोपी के साथ-साथ चार लोगों पर गैंगरेप करने की बात कह रही है। लेकिन पति ने जनज्वार की टीम से बात करते हुए आरोप लगाया कि कार्रवाई करने की जगह संतनगर पुलिस चौकी के इंचार्ज का कहना है कि आपकी पत्नी तो मिल गयी, अब मामले को जाने दो। आरोपी का पक्ष लेने का आरोप लगाते हुए पीड़िता के पति ने ये भी कहा कि पुलिस ने ये भी कहा गांव का मामला है, आप जिसकी (सर्वेश पटेल) बात कर रहे हो, वो बोलता है कि उसने कुछ नहीं किया। हालांकि, पति ने मामले पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

क्या कहती हैं पीड़िता?

वहीं पूरे मामले को लेकर पीड़िता का कहना है कि गांव के सर्वेश नामक शख्स ने अगवा कर उसके साथ रेप किया। महिला का कहना है कि इस दौरान उसे जंगल में यातनाएं दी गयी। टैक्सी में भी पीड़िता को ले जाया गया। जहां तीन अन्य लोगों ने भी महिला के साथ दुष्कर्म किया। उसके साथ इतनी मारपीट की गयी है शरीर पर कई जगह पर चोट के निशान हैं।

योगीराज में कितनी सुरक्षित आधी आबादी?

यूपी में योगीराज में महिलाएं कितनी सुरक्षित हैं। ये सवाल इसलिए क्योंकि गुड गर्वनेंस का दावा करनेवाली सरकार में पुलिसवाले रेप के आरोपी को खुलेआम जाने दे रहे हैं। एक ओर जहां मिर्जापुर की घटना में पुलिस पीड़ित परिवार को ही मामले को रफा-दफा करने को कह रही है। वहीं कानपुर में दबंगों के डर से रेप पीड़िता ने गांव छोड़ दिया। घटना के चार महीने बाद भी उसे न्याय नहीं मिल रहा। कानपुर स्थित थाना सचेंडी से तीन किलोमीटर दूर गांव दलीपपुर में दारोगा की तैयारी कर रही लड़की से गांव के ही उंची जाति के दबंगों ने बलात्कार की घटना को अंजाम दिया था। घटना के मुख्य आरोपी की जेल में मौत हो गई लेकिन बाकी के 6 आरोपी गांव में खुलेआम घूम रहे हैं। जनज्वार से बात करते हुए पीड़िता व उसके पिता ने कहा था कि 'ना जाने कौन से समय में जी रहे हम लोग, जहां न्याय नाम की चीज का पतन हो गया है।

क्या है मामला

परिजनों के मुताबिक इस साल मार्च माह में यानी 3 माह पहले दिनदहाड़े महिला को अगवा कर 3 महीने तक लगातार उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। बाद में पीड़िता को आरोपी 3 महीने बाद 23 जून को जंमरा समझकर फेंक कर फरार हो गए थे, जिसे 23 जून को चरवाहों ने देखकर पुलिस को सूचना दी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को पटेहरा स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था। जहां होश में आने पर महिला ने अपने परिवार व घर के बारे में जानकारी दी थी। तब जाकर परिजन मौके पर पहुंचे थे और फिर से संतनगर चौकी पुलिस से फरियाद लगाई थी।

फिलहाल महिला को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है वो भी पुलिस की कड़ी सुरक्षा में। पीड़िता के पति ने एक बार अपनी तकलीफ हमसे साझा कर दी थी, मगर मामले में जब पीड़िता के पति के बारे में उसके पति के बारे में पूछा गया तो वो कुछ भी बोलने से बच रहे थे। पीड़िता के पति के बारे में जानकारी करने पर पता चला कि पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई है। दूसरी ओर इस मामले में नाम ना छापे जाने की शर्त पर पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

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