Uttar Pradesh Crime News : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले यूपी और एमपी पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका कुख्यात डकैत गौरी यादव का खेल खत्म हो चुका है। एडीजी अमिताभ यश की अगुवाई में चित्रकूट में STF चित्रकूट में आज तड़के तीन बजकर 30 मिनट पर एनकाउंटर में डकैत गौरी यादव को मार गिराया। यह यूपी और एमपी पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी है। गौरी यादव पर उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश की तरफ से साढ़े पांच लाख रुपए का इनाम घोषित था। यूपी एसटीएफ ने मौके से एके-47 समेत कई असलहे बरामद किए हैं।
ददुआ और ठोकिया के बाद सबसे बड़ा डकैत था गौरी यादव
चंबल के बीहड़ में ददुआ और ठोकिया के बाद डकैत गौरी यादव बड़ा नाम बन चुका था। गौरी यादव काफी लंबे समय से भूमिगत चल रहा था। चार महीने पहले अचानक ही इसने चित्रकूट के जंगलों में फायरिंग कर दहशत फैला दी थी।
पुलिसकर्मियों की हत्या से नहीं आता था बाज
डकैत गौरी यादव ने मई 2013 में दिल्ली से मामले की जांच करने पहुंचे दारोगा की हत्या कर दी थी। इसके बाद मई 2016 में गोपालगंज में तीन ग्रामीणों को खंभे से बांधकर गोली मार दी थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश के तत्कालीन डीजीपी जावेद अहमद ने गौरी पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।
अपराध की दुनिया में 2 दशक से था सक्रिय
दो दशक पहले डकैती की दुनिया में एंट्री करने वाले गौरी यादव ने 2005 में अपना अलग गैंग बनाया था। 2008 में ददुआ और कुछ दिन बाद ठोकिया के मारे जाने के बाद 2009 में गौरी यादव भी गिरफ्तार हो गया था। बाद में वह जमानत पर बाहर आ गया था।
जुलाई 2021 में घोषित हुआ था 5.5 लाख इनाम
यूपी बांदा जिले के चित्रकूट से फरार डकैत गौरी यादव के सिर पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश शासन ने इस साल जुलाई में संयुक्त रूप से साढ़े पांच लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। गौरी यादव पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में हत्या, अपहरण, फिरौती तथा सरकारी काम में बाधा डालने के लगभग 50 मामले दर्ज किए थे। वह चित्रकूट जिले के बहिलपुरवा थाना क्षेत्र के बेलहरी गांव का रहने वाला था। लंबे अरसे से उसकी तलाश में दोनो राज्यों की कई पुलिस टीमें लगी थीं।