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शादी के 9 दिन बाद विधवा हुई अमर दुबे की पत्नी खुशी का सच आया सामने, जानिए जेल में ही कटेगी जिंदगी या होगी रिहा?
जनज्वार। मोस्टवांटेड विकास दुबे के भतीजे और शार्प शूटर अमर दुबे की पत्नी खुशी हाथों की मेहंदी छूटने से पहले विधवा हो गई थी। खुशी की शादी के तीसरे दिन बिकरु गांव में शूटआउट हुआ, जिसमें आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। 9 दिन बाद इस शूटआउट में शामिल बदमाश अमर दुबे एनकाउंटर में मारा गया। पुलिस ने उसकी विधवा पत्नी को भी उठाकर जेल में डाल दिया। हालांकि, अब जांच में उसे निर्दोष पाया गया है। एसएसपी ने खुशी को 169 की कार्रवाई की तहत जेल से छुड़वाने का आदेश जारी कर दिया है। जल्द ही खुशी को जेल से रिहा कर दिया जाएगा।
बता दें, विकास दुबे के भतीजे अमर दुबे की 29 जून को पनकी रतनपुर निवासी खुशी से शादी हुई थी। शादी के तीसरे दिन ही बिकरू गांव में विकास दुबे को पकड़ने की पुलिस की टीम पर हमला कर दिया गया। विकास दुबे, अमर दुबे और उसके साथियों ने मिलकर आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी। वारदात के बाद अमर दुबे फरार हो गया और उसकी पत्नी खुशी मायके भाग गई। जांच में सामने आया कि पुलिसवालों की हत्या में अमर की अहम भूमिका थी, जिसके बाद पुलिस ने खुशी को भी उसके मायके से गिरफ्तार करके साजिश में शामिल होने का आरोपित बनाकर जेल भेज दिया था।
खुशी की शादी के 9 दिन बाद पुलिस ने अमर दुबे को एक एनकाउंटर में मार गिराया। वहीं, विकास की पत्नी को पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया था। इसके बाद पुलिस सवालों के घेरे में आ गई थी। अब जांच में अमर की पत्नी खुशी की संलिप्तता नहीं पाई गई है। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि अमर की पत्नी को 169 की कार्रवाई के तहत जेल से छुड़ाने का आदेश जारी कर दिया है। अब चौबेपुर पुलिस कानूनी प्रक्रिया पूरी करके उसे जेल से छुड़वाएगी।
बता दें, अमर दुबे की दादी सर्वेश्वरी ने खुशी की गिरफ्तारी पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि खुशी से अमर की शादी 29 जुन को हुई थी, उसके हाथों की मेहंदी भी अभी ठीक से छूट नहीं पाई थी की उसका सुहाग उजड़ गया। कहा कि 29 को शादी हुई थी और 2 जुलाई की रात को शूटआउट तीन दिन में उसने किसी को ठीक से जाना तक नहीं, फिर साजिश कैसे रच दी? 3 दिन पहले घर आई खुशी का क्या गुनाह था, जो पुलिस ने उसे जेल भेज दिया। उन्होंने पूछा कि अपराधी विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे पर पुलिस क्यों मेहरबान हो गई?