Begin typing your search above and press return to search.
आजीविका

Khiriya Ki Bagh News: खिरिया की बाग के किसानों-मजदूरों के विरोध प्रदर्शन ने पूरे किए एक माह, जमीन-मकान के सवाल पर कोई समझौता नहीं

Janjwar Desk
12 Nov 2022 7:23 PM IST
Khiriya Ki Bagh News: खिरिया की बाग के किसानों-मजदूरों के विरोध प्रदर्शन ने पूरे किए एक माह,  जमीन-मकान के सवाल पर कोई समझौता नहीं
x
Khiriya Ki Bagh News: खिरिया की बाग में जीवन-जमीन-मकान बचाने के लिए संघर्ष कर रहे ग्रामीणों के संघर्ष को एक महीना हो गया. जमीन नहीं देंगे, अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का मास्टर प्लान वापस लो, 12-13 अक्टूबर को महिलाओं के साथ हुए उत्पीड़न के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई प्रमुख मांगों को लेकर यह धरना चल रहा है.

Khiriya Ki Bagh News: खिरिया की बाग में जीवन-जमीन-मकान बचाने के लिए संघर्ष कर रहे ग्रामीणों के संघर्ष को एक महीना हो गया. जमीन नहीं देंगे, अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का मास्टर प्लान वापस लो, 12-13 अक्टूबर को महिलाओं के साथ हुए उत्पीड़न के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई प्रमुख मांगों को लेकर यह धरना चल रहा है.

धरने को संबोधित करते हुए रामकुमार यादव ने कहा कि विकास वह है जो आपकी जिंदगी को बेहतरी के रास्ते पर ले जाए. एयरपोर्ट के नाम पर ये कैसा विकास जो किसानों-मजदूरों को उजाड़ने को सपना बता रही. क्या चाहते हैं इस इलाके के लोग बंजारे की जिंदगी जिएं. इतनी बड़ी आबादी को आप कटोरा थमा भीख मांगने को मजबूर कर रहे. हमारे बेटे देश की खदानों से कोयला से लेकर हीरा निकलते हैं इन्हीं पूजीपतियों के लिए. ये विरोध इसलिए कि हम जिंदा हैं. इसलिए यह विरोध चलते रहना चाहिए. जनता के बीच से खड़ा आंदोलन ही तय करता है किसी मुल्क का भविष्य.

मोर्चा के संयोजक रामनयन यादव ने कहा कि हसनपुर दलित बस्ती के लोगों के कनेक्शन बिजली विभाग वाले काटकर केबिल उठा ले गए. सरकार लोगों को परेशान कर रही है कि हम झुक जाएं. सरकार को जान लेना चाहिए कि किसी भी कीमत पर हम जीतेंगे. हमारे साथ आज देशभर के किसान नेता हैं.

किसान नेता राजीव यादव ने कहा कि किसानों-मजदूरों के संघर्ष के एक महीने हो गए पर सरकार कुछ भी स्पष्ट बोलने को तैयार नहीं है. योगी-मोदी के हवाई अड्डे के ड्रीम प्रोजेक्ट ने गरीब जनता की नींद उड़ा दी है. खिरिया की बाग में हो रहे विरोध ने यह साफ कर दिया है कि जमीन मकान पर कोई समझौता नहीं होगा. उन्होंने कहा कि अडानी की कंपनी तीन छिले हुए केले को सौ रुपए में बेच रही है. किसानों की मेहनत की उपज को औने-पौने दाम में लेकर उस पर मुनाफा कमाया जा रहा है. पूर्वांचल के सस्ते मजदूर, फल-सब्जी-अनाज पर दुनिया भर के लुटेरों की निगाहें हैं. मोर्चा के संयोजक रामनयन यादव ने बताया कि संदीप उपाध्याय, नरोत्तम यादव, रामराज, छोटेलाल चौधरी, महेंद्र यादव, सुजय उपाध्याय, नन्दलाल ने संबोधित किया. अध्यक्षता जटाशंकर उपाध्याय ने की.

Janjwar Desk

Janjwar Desk

    Next Story

    विविध