Dehradun News: परीक्षा केन्द्र में सॉल्व होने वाले प्रश्न पत्र हो रहे थे रिसोर्ट और बैंकेट हॉल में सॉल्व, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षाओं का हाल

Dehradun News, Dehradun Samachar। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा जिन भर्ती परीक्षाओं के प्रश्न पत्र परीक्षार्थी परीक्षा केन्द्र में सॉल्व करने की तैयारी के लिए अपनी आंखों नींद खो बैठते है, कुछ लोग वह प्रश्न पत्र आलीशान रिजॉर्ट और शादी के बैंकेट हॉल में बैठकर सॉल्व करते थे। बीते साल स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने पर बेरोजगार संघ की मांग पर हो रही घपले की जांच के दौरान यह तथ्य सामने आए हैं। इस जांच में पेपर लीक के माध्यम से चयनित होने वाले 50 अभ्यर्थी ट्रेस आउट हुए हैं। 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि अब तक 83 लाख की नगदी बरामद हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा 4 एवं 5 दिसंबर 2021 को स्नातक स्तरीय परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा संपन्न होने के पश्चात परिणाम जारी हुआ। इस परिणाम को देखने के बाद बेरोजगार संगठनों एवं कई छात्रों द्वारा मुख्यमंत्री से मिलकर परीक्षा में हुई अनियमितताओं की जांच को लेकर ज्ञापन दिया था। सोशल मीडिया के माध्यम से भी मुख्यमंत्री को प्रकरण में अनियमितताओं की शिकायत प्राप्त हुयी थी। युवाओं की इस मांग पर राज्य सरकार का द्वारा प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिये गये थे। जिस पर 22 जुलाई को भारतीय दण्ड संहिता की धारा 420 के तहत केस दर्ज करते हुए जांच के आधार पर धारा 467, 468, 471, 34 की बढोतरी की गयी थी। मुकदमें की जांच डीजीपी ने प्राथमिकता के आधार पर एसटीएफ को स्थानान्तरित की थी। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा स्नातक स्तरीय परीक्षा दिनांक 4 दिसंबर एवं दिनांक 5 दिसंबर 2021 को तीन पालियों में परीक्षा आयोजित की गयी थी। जिसमें डेढ़ लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी एवं 916 अभ्यर्थी चयनित हुये थे। मामले की जांच के दौरान चयनित अभ्यर्थियों से पूछताछ के बाद तमाम सबूत इकट्ठा इकट्ठे करने की मैराथन दौड़ में जुटी पुलिस ने भौतिक व इलैक्ट्रोनिक साक्ष्यों के आधार पर अब तक कुल 15 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की है।
इन स्टेशनों से गुजरी पेपर लीक कांड एक्सप्रेस
इस परीक्षा का पेपर उसी प्रिंटिंग प्रेस से लीक किया गया था, जिसके जिम्में परीक्षा के प्रश्न पत्र छापने की जिम्मेदारी थी। इसी लखनऊ प्रिन्टिंग प्रेस के सीतापुर निवासी अभिषेक वर्मा ने प्रिन्टिंग प्रेस से ही पेपर चुराया था। जिसके बाद यह एक दूसरे से होता हुआ अपने मुस्तकबिल तक पहुंचा। परीक्षा से 4-5 दिन पहले ही प्रश्नपत्र के तीनों पालियों के सैट प्रिंटिंग प्रेस प्रोग्रामर जयजीत दास को भेजे गए थे। जयजीत दास ने यह प्रश्नपत्र यूकेएसएसएससी के पूर्व संविदा कर्मचारी मनोज जोशी (पीआरडी) और दीपक चौहान को दिया था। मनोज जोशी पीआरडी ने यह प्रश्नपत्र आगे एक और मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक, गौरव नेगी एवं अपने साले हिमांशु काण्डपाल को सरकाए थे। इस नए मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक व गौरव नेगी ने यह प्रश्नपत्र रामनगर में एक रिसोर्ट एवं काशीपुर में एक वैंकट हॉल व घर में सॉल्व कराए थे। मनोज जोशी ने ही कुलवीर एवं शूरवीर चौहान के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को यह प्रश्नपत्र उपलब्ध भी कराया। हिमांशु काण्डपाल ने यह प्रश्नपत्र अपने साथी महेन्द्र चौहान, दीपक शर्मा, अमरीश कुमार के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया। मनोज जोशी सितारगंज ने यह प्रश्नपत्र गौरव चौहान अपर निजी सचिव व अभ्यर्थी तुषार चौहान आदि को उपलब्ध कराया। दीपक चौहान ने यह प्रश्नपत्र अपने साथी भावेश जगूडी के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया। अब तक की जांच में इन सभी की केस में अपराधिक भागीदारी पाई जा चुकी है। इन्हें इनके किए की सजा दिलाए जाने लायक पर्याप्त सबूत भी पुलिस को मिल चुके हैं।
83 लाख की नगदी भी बरामद हो चुकी है अभी तक
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि अब तक की जांच में करीब 50 अभ्यर्थी ऐसे पाये गये जो पेपर लीक के माध्यम से चयनित हुये हैं। कई अन्य अभ्यर्थी भी संदिग्ध पाये गये हैं, जिनका सत्यापन और जांच जारी है। इस मामले में अब तक 83 लाख रुपये नगद बरामद हो चुके हैं। मुलजिमों द्वारा इस्तेमाल किये गये संदिग्ध बैंक खातों को फ्रिज करते हुए इनसे बरामद मोबाईल, लैपटॉप आदि की जांच जारी है। डीजीपी ने बताया कि प्रकरण में त्वरित व निष्पक्ष कार्यवाही करने वाली एसटीएफ की टीम को स्वतन्त्रता दिवस पर मुख्यमन्त्री के विशिष्ट कार्य के लिये पदक की संस्तुति की जा रही है।
अब तक यह हुए गिरफ्तार
यूकेएसएसएससी पेपर लीक प्रकरण में अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों में शूरवीर सिंह चौहान, कुलवीर सिंह (स्वामी डेल्टा कोचिंग सेन्टर करनपुर देहरादून), मनोज जोशी पीआरडी (पूर्व कर्मचारी यूकेएसएसएससी रायपुर देहरादून), गौरव नेगी, जयजीत दास (प्रोग्रामर प्रिंटिंग प्रेस लखनऊ यूपी), मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक सितारगंज न्यायालय (ऊधमसिंहनगर), अभिषेक वर्मा (कर्मचारी प्रिंटिंग प्रेस लखनऊ यूपी), दीपक चौहान (मेडिकल यूनिवर्सिटी हे.न.ब. सेलाकुई में संविदा कर्मचारी), भावेश जगूडी (मेडिकल यूनिवर्सिटी हे.न.ब. सेलाकुई में संविदा कर्मचारी), दीपक शर्मा, अमरीष कुमार (उत्तराखण्ड पुलिस आरक्षी ऊधमसिंहनगर में नियुक्त), महेन्द्र चौहान कनिष्ठ सहायक नैनीताल न्यायालय में, हिमांशु काण्डपाल कनिष्ठ सहायक रामनगर न्यायालय में, तुषार चौहान, गौरव चौहान अपर निजी सचिव सचिवालय उत्तराखण्ड आदि शामिल हैं।
