Dehradun News: अंकिता हत्याकांड पर गम और गुस्से की लहर, उत्तराखंड बंद की पूर्व संध्या पर जला "एक दिया अंकिता के नाम", जानिए उत्तराखंड की भावनाएं
Dehradun News: अंकिता हत्याकांड पर गम और गुस्से की लहर, उत्तराखंड बंद की पूर्व संध्या पर जला "एक दिया अंकिता के नाम", जानिए उत्तराखंड की भावनाएं
Dehradun News: उत्तराखंड के अंकिता हत्याकांड को लेकर प्रदेश भर में गम और गुस्से की मिली जुली लहर के बीच शनिवार की शाम प्रदेश के हजारों घरों में हत्याकांड की मुखालफत में "एक दिया अंकिता के नाम" कार्यक्रम के तहत चिराग़ जलाकर गम का इजहार किया गया। देहरादून सहित राज्य के कई शहरों में मशाल जुलूस निकालकर अंकिता के हत्यारों को उनके वाजिब अंजाम तक पहुंचाने का संकल्प भी लिया गया। इस दौरान उत्तराखंड के तराई भावर से लेकर पर्वतीय क्षेत्रों में भारी रोष देखने को मिला।
बता दे कि भाजपा नेता के पुत्र पुल्कित आर्य द्वारा अपने रिजॉर्ट में कार्यरत अंकिता भंडारी को अपने खास मेहमानों को एकस्ट्रा सर्विस न दिए जाने की वजह से मौत के घाट उतार दिया था। इस हत्या की वजह से पूरे उत्तराखंड में जबरदस्त गुस्सा है। इस पर सरकार व प्रशासन की सारी कार्यवाही ऐसी चल रही है कि वह साफ-साफ हत्यारों को बचाती दिख रही है। बिना किसी पारदर्शिता या सक्षम न्यायालय के आदेश के बिना रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलवाना हो या आगजनी कर रिजॉर्ट में मौजूद सबूत नष्ट करना हो, सभी कार्यवाहियों में प्रशासन की भूमिका संदिग्ध दिख रही है।
मामले की गंभीरता का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बड़े पुलिस अधिकारियों तक को इस बारे में सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर सफाई देनी पड़ रही है। लेकिन बावजूद इसके लोगों का पुलिस प्रशासन पर भरोसा नहीं बन पा रहा है। हत्यारोपियों को रिमांड पर लेने के बाद भी पुलिस उस महत्त्वपूर्ण वीवीआईपी का नाम नहीं खोल रही, जिसको स्पेशल सर्विस दिए जाने का पुल्कित आर्य दबाव बना रहा था।
भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर प्रदेश के करीब सभी संगठनों ने कल रविवार दो अक्टूबर को प्रदेश बंद का आह्वान भी किया है। इसी बंद की पूर्व संध्या पर "एक दिया अंकिता के नाम" कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें नैनीताल, बागेश्वर, पौड़ी, श्रीनगर, रामनगर, गरुड़, अल्मोड़ा, देहरादून सहित पूरे प्रदेश भर में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था।