बड़ा सवाल: कोतवाल को सस्पेंड कराने वाली महिला ने क्यों किया खुदकुशी का प्रयास, DGP से की थी कोतवाल की शिकायत
बड़ा सवाल: कोतवाल को सस्पेंड कराने वाली महिला ने क्यों किया खुदकुशी का प्रयास, डीजीपी से की थी कोतवाल की शिकायत
Kashipur News: जसपुर कोतवाली में तैनात रहे कोतवाल अशोक कुमार पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाकर सस्पेंड कराने वाली महिला एक दिन बाद ही अपने बयानों से पलट गई। बयान से पलटने के साथ ही उसने जहर खाकर खुदकुशी का भी प्रयास किया। अभी यह महिला अस्पताल में भर्ती है, जहां उसका इलाज चल रहा है। महिला के जहर खाए जाने की घटना से पुलिस में हड़कंप की स्थिति है।
मालूम हो कि जसपुर खुर्द काशीपुर निवासी एक महिला ने जसपुर कोतवाल अशोक कुमार पर अपने एक मुकदमें के सिलसिले में हुई मुलाकात के दौरान यौन शौषण और छेड़छाड़ का इल्जाम लगाया था। यह इल्जाम भी महिला ने खुद देहरादून जाकर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से मिलकर लगाया था। महिला की शिकायत के बाद डीजीपी स्तर से कोतवाल अशोक कुमार को सस्पेंड कर दिया गया था। पूरे मामले की जांच काशीपुर के सीओ को भी सौंप दी गई थी। लेकिन कोतवाल के सस्पेंड होने के तत्काल बाद महिला रहस्यमय परिस्थितियों में कोतवाल अशोक कुमार पर लगाए तमाम आरोपों से मुकर गई थी।
महज 24 घंटे के भीतर अपनी शिकायत और बयानों से पलटते हुए शिकायतकर्ता महिला ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि उसके द्वारा दर्ज कराए गए केस में धाराएं ना बढ़ाने के चलते उसने कोतवाल अशोक कुमार पर जो आरोप लगाए थे अब वह उन आरोपों पर कोई कार्रवाई नहीं चाहती है। इस मामले में आरोपों की जद में आए कोतवाल की भी यही सफाई थी कि महिला अपने एक दर्ज मुकदमें में दूसरी पार्टी के खिलाफ धाराएं बढ़ाए जाने का दबाव बना रही थी।
अभी यह मामला ठंडा ही हुआ था कि पूरे मामले की जांच से पहले ही आज इस पूरे मामले की अहम कड़ी महिला ने अपने आवास पर जहर खाकर सुसाइड का प्रयास किया। महिला के जहर खाने की जानकारी मिलने पर काशीपुर के अधिवक्ता संजीव आकाश ने महिला को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है जहां महिला का उपचार चल रहा है। अधिवक्ता ने इस सूचना की खुद अपनी फेसबुक पोस्ट से साझा किया है। बताया जा रहा है कि जहर खाने वाली महिला ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है। निजी अस्पताल में भर्ती इस महिला के स्वास्थ्य के बारे में अपडेट है कि वह अब खतरे से बाहर है। महिला द्वारा जहर गटककर जान दिए जाने की कोशिश से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।
डीजीपी ने कोतवाल अशोक को किया था निलंबित
बीते मंगलवार को डीजीपी अशोक कुमार ने यौन शोषण के आरोप में जसपुर कोतवाल अशोक कुमार को निलंबित कर दिया था। इस मामले की जांच के सीओ काशीपुर वंदना वर्मा को सौंपी गई। महिला ने उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार उत्तराखण्ड के सामने पेश होकर यह शिकायती प्रार्थना पत्र दिया था। जिसमें उनके द्वारा जसपुर थाना प्रभारी पर पद का दुरुपयोग करने के तथाकथित आरोप लगाए गए थे। इस दौरान महिला ने पुख्ता सबूत भी उपलब्ध कराए थे।
महिला ने सबूत के तौर पर एक वीडियो भी सौंपा था। जिसमें निरीक्षक अशोक कुमार महिला के साथ दिखाई दे रहे हैं। विवादों से पुराना नाता रखने वाले जसपुर कोतवाल अशोक कुमार पूर्व में किच्छा कोतवाली के निरीक्षक थे। जहां उन पर कांग्रेसियों के उत्पीड़न का आरोप लगा था। विधायक तिलकराज बेहड़ के सदन में मामला उठाने के बाद उनका तबादला किच्छा से जसपुर कर दिया गया था। मूल रूप से हरिद्वार जनपद निवासी कोतवाल अशोक कुमार कांग्रेसियों की इस शिकायत के बाद कुछ माह पूर्व ही किच्छा प्रभारी निरीक्षक के पद से हटाए गए थे और जसपुर कोतवाली भेजे गए थे।