Kashipur News: UP पुलिस की उत्तराखंड में फायरिंग, DIG ने दिखाई सख्ती, बढ़ती मुश्किलों के बीच यूपी में भी हुआ मुकदमा दर्ज
Uttarakhand News: गैंगस्टर को पकड़ने पहुंची UP पुलिस पर हमला, 5 जख्मी, फायरिंग में महिला की मौत के बाद बवाल
Kashipur News। उत्तराखंड में घुसकर यूपी पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में ब्लॉक प्रमुख गुरताज भुल्लर की पत्नी गुरप्रीत कौर की मौत से उपजे बवाल के उत्तराखंड के डीआईजी ने यूपी पुलिस की हरकत पर सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। यूपी पुलिस के दर्जन भर पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद पुलिस इनके खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में है। सूर्या चौकी स्थित सड़क का बैरियर तोड़ने के मामले में यह नया मुकदमा कभी भी दर्ज हो सकता है। इसके साथ ही उत्तराखंड पुलिस ने यूपी पुलिस के जवानों को सजा दिलाए जाने के लिए फोरेंसिक साक्ष्य सहित तमाम सीसीटीवी कैमरों की फुटेज जुटानी शुरू कर दी हैं।
मालूम हो कि बुधवार की रात उत्तराखंड में यूपी के ठाकुरद्वारा इंस्पेक्टर के नेतृत्व में पहुंची एसओजी टीम की फायरिंग से ज्येष्ठ उप प्रमुख गुरताज भुल्लर की पत्नी गुरप्रीत कौर की मौत हो गई थी। यूपी पुलिस के अनुसार बुधवार शाम सूचना मिली थी कि इनामी जफर एक बिना नंबर की क्रेटा में सुरजननगर की ओर से आते हुए जसपुर मोड़ पर पहुंचने की सूचना पर ठाकुरद्वारा कोतवाल योगेंद्र सिंह के नेतृत्व में जब एसओजी टीम मौके पर पहुंची तो कार सवार जफर ने फायरिंग कर दी। जिससे एक सिपाही घायल हो गया। कार का पीछा करते जफर भरतपुर में एक मकान के अंदर घुस गया। उसके पीछे पुलिस टीम घुस गई। अंदर घुसते ही घर में मौजूद जफर व उसके साथियों ने गेट बंद कर लिया। पुलिस टीम पर हमला बोल दिया और फायरिंग कर दी। जिसमें कांस्टेबल शिव कुमार व राहुल के पैर में गोली लग गई।
लेकिन यूपी पुलिस की इस कहानी से इतर यूपी पुलिस के खिलाफ सबूतों को लेकर उत्तराखंड पुलिस ने मोर्चा खोल दिया है। पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को गांव भेजकर सबूत जुटाने शुरू कर दिए हैं। उत्तराखंड के डीआईजी निलेश आनंद भरणे ने दो टूक कहा यूपी के दोषी पुलिसकर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बिना स्थानीय पुलिस को सूचित किए बिना की गई यूपी पुलिस की इस पूरी कार्यप्रणाली को बेहद गैरजिम्मेदार और गैरकानूनी बताते हुए इसे बेहद गंभीर मामला बताया है। भरणे का कहना है कि ज्येष्ठ प्रमुख के आवास पर क्रॉस फायरिंग की सूचना पर कुंडा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर यहां से चार घायल यूपी के सिपाहियों को काशीपुर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां से वह बिना स्थानीय पुलिस को बताए भाग गये।
भागे गए इन पुलिसकर्मियों की तलाश में टीम मुरादाबाद भेजी गई है। यूपी से उत्तराखंड में छापेमारी करने आई इस पुलिस टीम ने स्थानीय पुलिस से भी कोई संपर्क नहीं किया था। जबकि मुरादाबाद एसएसपी हेमंत कुटियाल का कहना है कि दबिश के दौरान यूपी पुलिस पर हमला बोला गया और हथियार लूट लिए गए। उनका दावा है कि उत्तराखंड पुलिस को विधिवत सूचना दी गई थी। जबकि स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि बिना वर्दी और पिस्टल हाथ में थामे प्राइवेट वाहनों से आए यूपी पुलिस ज्येष्ठ उप प्रमुख के घर में दबंगई दिखाते हुए घुस गए थे। जब इसका विरोध किया तो इन्होंने फायरिंग कर दी। इस टीम के सदस्यों ने शराब भी पी रखी थी।
एक तरफ जहां यूपी पुलिस उत्तराखंड में की गई इस कार्यवाही से खुद ही मुकदमें में फंसी हुई है तो दूसरी ओर उसने अपने कार्यक्षेत्र के पुलिस स्टेशन में अपनी मनमाफिक मुकदमा खुद ही लिखकर अपने को पाक साफ बताने की कोशिश शुरू कर दी है। यूपी के ठाकुरद्वारा में दर्ज इस मुकदमें में फरार जफर समेत 35 अज्ञात के खिलाफ एक दो नहीं बल्कि पूरी 19 संगीन धाराओं में यह मुकदमा दर्ज किया गया है। इनामी जफर समेत 35 अज्ञात के खिलाफ हत्या के प्रयास और 19 संगीन धाराओं में यह मुकदमा खुद पुलिस स्टेशन इंचार्ज की तरफ से दर्ज कराया गया है।
जबकि बुधवार रात कुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम भरतपुर में इनामी बदमाश की तलाश में यूपी की एसओजी टीम की दबिश के दौरान हुई फायरिंग के जसपुर के ज्येष्ठ उप प्रमुख गुरताज भुल्लर की पत्नी गुरप्रीत कौर की गोली लगने से मौत के बाद जब गुस्साए ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे पर तीन घंटे से अधिक समय तक जाम लगाया था तो ज्येष्ठ उप प्रमुख की तहरीर पर उत्तराखंड पुलिस 10-12 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या, बलवा समेत अन्य धाराओं में पहले ही मुकदमा दर्ज कर चुकी है।