इलाहाबाद, अमेठी के बाद बरेली में 13 साल की मासूम से हैवानियत, दुष्कर्म के बाद बुरी तरह पीटकर हत्या
जनज्वार, बरेली। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में महिलाओं, लड़कियों यहां तक की मासूम बच्चियों से हैवानियत रूक नहीं रही है। बरेली के शाही इलाके के एक गांव में खेत गई 13 वर्षीय बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। खोजबीन के बाद एक गन्ने के खेत में उसका शव पाया गया। गुस्साए परिजनो ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए चकदहा-शाही मार्ग पर जाम लगा दिया।
बरेली स्थित एक गांव की रहने वाली 13 वर्षीय बच्ची छठी क्लास की छात्रा थी। शनिवार 12 जून सुबह करीब 8 बजे वह साइकिल से गन्ने का खेत देखने गई थी जहां से 2 घंटे बाद भी नहीं लौटी तो परिजनो ने उसे ढूंढना शुरू किया। लेकिन उसका कहीं पता नहीं लगा। दोपहर के वक्त कुछ लोगों ने उसे खेत से लौटते हुए देखने की बात कही तो परिवार ने उसे जंगल खेतों में ढूंढना शुरू किया। शाम करीब 5 बजे गांव से 2 किलोमीटर चकदहा-पीपलसाना रोड के पास गन्ने के खेत में उसका अर्द्धनग्न शव पड़ा हुआ मिला।
कुछ देर बाद थाना शाही पुलिस और फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची। मौके पर हालात से साफ था कि बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की गई थी। परिवार वालों ने फौरन आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए बच्ची के शव को चकदहा-शाही रोड पर रखकर जाम लगा दिया। शव ले जाने के लिए मंगाई एंबुलेंस भी घेर ली।
छात्रा को दुष्कर्म के बाद काफी बेरहमी से मारा गया। पुलिस ने छानबीन की तो उसके शरीर पर क्रूरता के निशान साफ नजर आए। उसके सिर में पीछे की ओर धारदार हथियार का भी घाव मिला। गंभीर चोट लगने से गर्दन भी सूजी हुई थी। छात्रा की साइकिल और कपड़े शव से कुछ दूर पड़े बरामद हुए हैं।
छात्रा के परिवार वालों के मुताबिक वह बहुत समझदार थी। हर दूसरे-तीसरे दिन साइकिल से अपने खेत में लगी फसल देखने जाती थी। शनिवार को खेत पर जाने के दो घंटे बाद भी वह नहीं लौटी तो कुछ देर परिवार वाले यह सोचते रहे कि शायद बारिश की वजह से वह कहीं रुक गई होगी। मगर दोपहर होने के बाद भी वह नहीं लौटी तो उसकी खोजबीन शुरू की।
पुलिस को आशंका है कि किसी परिचित ने इस वारदात को अंजाम दिया है। पहचान छिपाने के लिए दुष्कर्म के बाद उसने बेरहमी से छात्रा का कत्ल कर दिया। जीवित रहने की गुंजाइश न रहे इसलिए गला दबाने के बाद सिर पर भी धारदार हथियार से वार किया। पुलिस आसपास के आवारा और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की गतिविधि की जांच करा रही है। वहीं, परिवार वालों का कहना है कि उन लोगों की किसी से कोई रंजिश नहीं थी इसलिए उन्हें किसी पर शक नहीं है।
डीएसपी मीरगंज एसके राय ने उन्हें समझाकर करीब घंटे भर बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। देर शाम एसएसपी रोहित सिंह सजवाण भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस से घटना की जानकारी ली और जल्द खुलासा करने के निर्देश दिए।