राष्ट्रपति ट्रम्प ने अमेरिका में कोरोना के सबसे ज्यादा मामलों को बताया गर्व की बात
ट्रंप ने कहा कि दुनिया में कोरोना पॉजिटिव की सबसे अधिक संख्या अमेरिका में होना 'बैज ऑफ ऑनर' है, मैं कुछ हद तक इसे ऐसे देखता हूं कि यह एक अच्छी चीज है....
जनज्वार। मौत और भयावह बीमारी को कोई गर्व से कैसे जोड़ सकता है, मगर अमेरिकी राष्ट्रपति जोड़ते हैं। वो कहते हैं कोरोना जैसी भयावह बीमारी के सबसे ज्यादा मामले अमेरिका में सामने आना गर्व की बात है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि देश में कोरोना संक्रमण दुनिया में सबसे ज्यादा होना हमारे लिए सम्मान की बात है। उन्होंने व्हाइट हाउस में मंगलवार 19 मई को कहा, ‘जब आप कहते हैं कि हम संक्रमण के मामलों में आगे हैं तो मैं इसे बुरा नहीं मानता। इसका मतलब है कि हमने किसी और से कहीं ज्यादा टेस्टिंग की है। यह अच्छी बात है, क्योंकि इससे पता चलता है कि हमारी टेस्टिंग बेहतर है। मैं इसे एक ‘सम्मान के तमगे’ के तौर पर देखता हूं।’
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द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने कहा कि दुनिया में कोरोना पॉजिटिव की सबसे अधिक संख्या अमेरिका में होना 'बैज ऑफ ऑनर' है। मैं कुछ हद तक इसे ऐसे देखता हूं कि यह एक अच्छी चीज है। इसका मतलब है कि हमारी टेस्टिंग काफी बढ़िया है।
जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी द्वारा उपलब्ध कराये गये आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में अब तक कोरोना के 15 लाख 70 हजार से भी ज्यादा मामले आए हैं और लगभग 1 लाख मौतें हो चुकी हैं। अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा मामले रूस में सामने आये हैं, जहां लगभग 3 लाख लोग इससे संक्रमित हुए हैं।
(प्रतीकात्मक फोटो)
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डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के इस बयान की कड़ी आलोचना की। कमेटी ने ट्वीट करते हुए कहा कि देश में कोरोना के 10 लाख से ज्यादा केस मिलना पूरी तरह से हमारे देश के लीडरशिप की नाकामी है। इससे पहले पिछले हफ्ते सीनेट की बैठक में भी इस पर सवाल किए गए थे। रिपब्लिकन सांसद मिट रोम्नी ने कहा कि था देश का टेस्टिंग रिकार्ड अच्छा नहीं है। हमारे यहां फरवरी मार्च में मामले सामने आने शुरू हुए थे। इस लिहाज से देखें तो अब तक हुई टेस्टिंग पर्याप्त नहीं हैं। इसमें खुश होने जैसे कोई बात नहीं।
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अमेरिकी के सेंटर्स फॉर डीजीज कंट्रोल के मुताबिक, मंगलवार 19 मई तक अमेरिका में 1 करोड़ 60 लाख टेस्ट हो चुके हैं। वहीं ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी आधारित एक साइंटिफिक पब्लिकेशन के मुताबिक अमेरिका पर कैप्टा टेस्टिंग के आधार पर काफी पीछे है। प्रत्येक 1 हजार लोगों की टेस्टिंग के मामले में यह दुनिया में 16वें स्थान पर है। इस लिस्ट में अमेरिका आइसलैंड, न्यूजीलैंड, रूस और कनाडा जैसे देशों से बहुत पीछे है। पिछले एक हफ्ते में अमेरिका हर दिन 3 से 4 लाख के बीच कोरोना का टेस्ट करवाया जा रहा है।
photo : social media
हार्वर्ड ग्लोबल हेल्थ इंस्टीट्यूट ने कहा कि अगर अमेरिका अपनी अर्थव्यवस्था को सुचारू रूप से शुरू करना चाहता है तो उसे हर दिन कम से कम 50 लाख टेस्ट करवाने होंगे।
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वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के पीछे ब्राजील को भी जिम्मेदार ठहराना नहीं भूलते। वो कहते हैं, हम ब्राजील से अमेरिका आने वालों पर बैन लगाने की योजना बना रहे हैं। मैं नहीं चाहता कि वहां के लोग यहां आएं और अमेरिकियों के बीच कोरोना फैलायें। ब्राजील में फिलहाल कुछ संकट हैं, हमें उससे कोई समस्या नहीं है। हम उसे वेंटिलेटर्स देकर मदद कर रहे हैं।
गौरतलब है कि ब्राजील कोविड-19 संक्रमण के मामले में दुनिया में तीसरे नंबर पर है। अब तक वहां 2 लाख 71 हजार 885 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं और 17 हजार 983 लोगों की मौत हो चुकी है।