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राजनीति

BJP सांसद बोले अगर देश में होती मंदी होती तो हम कोट-जैकेट के बदले पहनते धोती-कुर्ता

Prema Negi
10 Feb 2020 10:39 AM IST
BJP सांसद बोले अगर देश में होती मंदी होती तो हम कोट-जैकेट के बदले पहनते धोती-कुर्ता
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सांसद महोदय का कहना है दिल्ली समेत पूरी दुनिया में मंदी पर चर्चा हो रही है, अगर देश में मंदी होती तो हम यहां कोट और जैकेट के बजाय धोती और कुर्ता पहनकर आएंगे...

जनज्वार। भाजपा नेता कब, कहां और कैसी उटपटांग बयानबाजी कर दे, कहना मुश्किल है। यह बात जगजाहिर है कि देश मंदी की चपेट में बुरी तरह आ गया है, इससे बाहर निकलने के लिए सरकारी संस्थान लगातार प्राइवेट हाथों में जा रहे हैं, बैंक दिवालिये हो रहे हैं। अब तक सैकड़ों लोग आत्महत्या कर चुके हैं, देश की जीडीपी लगातार गिर रही है, मगर भाजपा के एक सांसद महोदय कहते हैं कि अगर देश में मंदी होती तो लोग कोट—पैंट नहीं बल्कि धोती-कुर्ता पहनते।

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यानी भाजपा सांसद का मतलब है धोती-कुर्ता गरीबी की परिचायक है। हालांकि हमारी वित्त मंत्री महोदया भी कई बार कह चुकी हैं कि देश में मंदी नहीं बल्कि सुस्ती है। उन्हीं से दो कदम आगे बढ़ते हुए भाजपा के बलिया से सांसद विरेंद्र सिंह मस्त का कहना है कि चूंकि हम धोती-कुर्ते में नहीं उतरे हैं, इसलिए मंदी नहीं आई है।

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त्तर प्रदेश के बलिया से बीजेपी सांसद विरेंद्र सिंह मस्त ने कल रविवार 9 फरवरी को एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा, देश में कोई मंदी नहीं है, क्योंकि लोग पारंपरिक कुर्ता और धोती के बदले कोट और जैकेट पहन रहे हैं।'

विरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि 'दिल्ली समेत पूरी दुनिया में मंदी पर चर्चा हो रही है, अगर देश में मंदी होती तो हम यहां कोट और जैकेट के बजाय धोती और कुर्ता पहनकर आएंगे। अगर मंदी होती तो हम कपड़े नहीं खरीदते, पैंट और पायजामा नहीं खरीदते। भारत सिर्फ शहरों का ही नहीं बल्कि गांवों का भी देश है।'

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विरेंद्र सिंह मस्त ने लोगों से कहा, 'मैं आप लोगों को सूचित करना चाहता हूं कि ये वो देश है, जहां 6.5 लाख गांव भी हैं। यहां सिर्फ दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद जैसे बड़े शहर ही नहीं हैं। महात्मा गांधी, डॉक्टर हेडगेवार, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और जयप्रकाश नारायण ने ग्रामीणों में विश्वास दिखाया था और देश को आजादी दिलाने में मदद की थी।'

है कि इससे पहले भाजपा के तमाम मंत्री और नेता मंदी पर उटपटांग बयानबाजियां कर चुके हैं। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी मंदी को नकारते हुए कहा था कि फिल्में अच्छा कारोबार कर रही हैं और करोड़ों कमा रही हैं। तीन हिंदी फिल्में एक दिन में 120 करोड़ रुपये का कारोबार कर रही हैं, तो फिर देश में मंदी कहां है?

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सिर्फ रविशंकर प्रसाद बल्कि एक अन्य मंत्री महोदय भी मंत्री को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं। पिछले साल नवंबर में मोदी सरकार के रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी ने कहा था कि हवाई अड्डे और ट्रेन भरी हुई हैं, लोग शादी कर रहे हैं। यह इस बात का संकेत हैं कि देश की अर्थव्यवस्था ठीक है।

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