गौरी लंकेश की हत्या की गुत्थी कितने दिनों में सुलझती है यह तो समय ही बताएगा लेकिन इतना तो तय है कि वारदात का कोई बड़ा सबूत सीसीटीवी के जरिए ही हासिल होगा...
बेंगलुरु। 'गौरी लंकेश पत्रिके' की संपादक ही हत्या की गुत्थियां अभी सुलझती हुई नजर नहीं आ रही हैं। लेकिन सीसीटीवी फूटेज के आधार पर जांच में जुटी पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पत्रकार गौरी गोली लगने के बाद जान बचाने की कोशिश में घर में भागी थीं।
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पुलिस सुत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक घर की पार्किंग के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में वह भागते हुए नजर आ रही हैं। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे में दिख रहा हे कि वह अपनी टोयटा इटिओस कार जैसे ही उतरीं वैसे ही हमलावरों ने उनपर तीन गोलियां दागीं, जिसमें से एक उनके माथे पर लगी।
गोली लगने के बाद गौरी अपने घर में भागने की कोशिश कीं लेकिन वह दरवाजे के चौखट पर पहुंचते—पहुंचते गिर गयीं और मौके पर उनकी मौत हो गयी।
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गौरी के घर में चार सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और सभी काम कर रहे हैं। अभी उनमें से उसकी जानकारी आई है, जो कार पार्क करने की जगह पर लगा है। सीसीटीवी से ही पता चला है कि हमलावर तीन थे पर कैमरे में एक ही साफ नजर आ रहा है। हालांकि उसने भी हेलमेट पहन रखा था। हमलावर मोटरसाइकिल पर थे मगर नंबर प्लेट पर कोई नंबर नहीं दर्ज था। जाहिर है हमलावर पुरी तैयारी से आए थे और पकड़े जाने को लेकर सचते थे।
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