Begin typing your search above and press return to search.
समाज

नागरिकता संशोधन अधिनियम : हिरासत में लिए गये इतिहासकार रामचंद्र गुहा समेत 30 प्रदर्शनकारी, रिहाई मंच के मोहम्मद शोएब नजरबंद

Nirmal kant
19 Dec 2019 11:22 AM IST
नागरिकता संशोधन अधिनियम : हिरासत में लिए गये इतिहासकार रामचंद्र गुहा समेत 30 प्रदर्शनकारी, रिहाई मंच के मोहम्मद शोएब नजरबंद
x

नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ लखनऊ, बेंगलुरू, नागपुर, हैदराबाद समेत कई शहरों में प्रदर्शन, हिरासत में लिए गए इतिहासकार रामचंद्र गुहा, मोहम्मद शोएब घर पर नजरबंद..

जनज्वार। नागरिक संशोधन अधिनियम के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन जारी हैं। इसी कड़ी में बेंगलुरू में प्रदर्शन कर रहे तीस लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इतिहासकार रामचंद्र गुहा को भी हिरासत में लिया गया है। इसके अलावा सोशलिस्ट पार्टी (इण्डिया) के अध्यक्ष 72 वर्षीय एडवोकेट मोहम्मद शोएब को कल 19 दिसम्बर को लखनऊ में नागरिकता संशोधन अधिनियम व राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के विरोध में होने वाले प्रदर्शन के मद्देनजर उनके घर पर शाम साढ़े पांच बजे से नजरबंद कर किया गया है।

संबंधित खबर : रामचंद्र गुहा - सरकार के लिए उल्टा पड़ गया जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 का दांव

मोहम्मद शोएब ने 1972 में लखनऊ विश्वविद्यालय से विधि की पढ़ाई पूरी कर उसी वर्ष यहीं बार काउंसिल में वकालत करने के लिए पंजीकरण करा लिया था। वे अपने छात्र जीवन से ही समाजवादी युवजन सभा से जुड़ गए थे। मोहम्मद शोएब ने अभी तक 14 ऐसे नवजवानों को न्यायालय में मुकदमा लड़ कर बरी करवाया है जो फर्जी तरीके से आतंकवादी घटनाओं में फंसा दिए गए थे।

शोएब रिहाई मंच नामक संगठन के भी अध्यक्ष हैं। यह संगठन ऐसे निर्दोष नौजवानों की रिहाई के लिए काम करता है जिन्हें फर्जी मामलों में फंसाया जाता है। कल 18 दिसंबर के प्रदर्शन को देखते हुए एडवोकेट मोहम्मद शोएब के अलावा रिहाई मंच के राजीव यादव, सचेन्द्र प्रताप यादव, वीरेन्द्र गुप्ता, आदियोग व मोहम्मद शकील कुरैशी को भी नगर मजिस्ट्रेट ने नोटिस भेज कर 23 दिसम्बर को न्यायालय में पेश होकर रु. 50,000 की जमानत लेने को कहा है।

संबंधित खबर : नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ रिहाई मंच समेत कई संगठनों ने दिया धरना, कहा देश का विभाजन करने पर उतारु मोदी सरकार

सोशलिस्ट युवजन सभा के अध्यक्ष नीरज कुमार ने प्रेस को विज्ञप्ति जारी कर कहा कि हम शासन-प्रशासन द्वारा संविधान में प्रदत्त मौलिक अधिकारों की धज्जियां उड़ाते हुए देश के संविधान में विश्वास रखने वाले संगठनों से जुड़े लोगों का उत्पीड़न करने के लिए उसकी भत्र्सना करते हैं। सोशलिस्ट युवजन सभा की मांग है कि सरकार नागरिकों के मौलिक अधिकारों के साथ खिलवाड़ बंद कर नागरिकता संशोधन अधिनियम व राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर को तुरंत वापस ले।

राजधानी दिल्ली में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। दिल्ली के लाल किले के नजदीक से प्रदर्शनकारियों को रोके जाने कीभी खबर है। स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव, जेएनयू के छात्र नेता उमर खालिद समेत कई लोगों को हिरासत में लिया गया है।

Next Story

विविध