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भाजपा नेता के भाई की गुंडई, विधायक की गाड़ी पर गोली दाग अगवा किए 11 जिला पंचायत सदस्य
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को जब पश्चिम बंगाल में 'लोकतंत्र की हत्या' का सीन दिख रहा था, ठीक उसी वक्त उनके द्वारा चुना गया यूपी की रायबरेली से भाजपा लोकसभा सीट से प्रत्याशी दिनेश सिंह का भाई लोकतंत्र की हत्या की अगुवाई कर रहा था...
बकौल अदिति सिंह मेरी घेराबंदी कर मुझ पर हमला करवाया गया। शासन-प्रशासन अभी भी चुप है और कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। हमलावरों के पास हथियार थे। मेरी गाड़ी की घेराबंदी कर पत्थर फेंके गए और मुझे जान से मारने की कोशिश की गई...
जनज्वार। रायबरेली में युवा कांग्रेसी नेता और विधायक अदिति सिंह और उनके काफिले पर कल 14 मई को जानलेवा हमला किया गया। हमले में अदिति सिंह बुरी तरह जख्मी हैं, उनके साथ—साथ कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी गंभीर चोटें आई हैं। हमले में जिला पंचायत सदस्य राकेश अवस्थी को अगवा कर पीट पीटकर अधमरा कर दिया है।
इस मामले में कांग्रेस नेता अदिति सिंह ने जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह द्वारा उन पर जानलेवा हमला कराने का आरोप लगाया है। अदिति सिंह के काफिले पर हमले के मामले में पुलिस ने भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी दिनेश सिंह, उनके भाई अवधेश सिंह समेत एक दर्जन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
गौरतलब है कि अवधेश सिंह सोनिया गांधी के खिलाफ रायबरेली से चुनाव लड़ रहे बीजेपी प्रत्याशी दिनेश सिंह के भाई हैं आरोप है कि पीछा कर रही गाड़ी से कुछ लोगों ने अदिति सिंह पर हमला किया और यह हमला अवधेश सिंह के इशारे पर किया गया।
अदिति सिंह और जिला पंचायत सदस्यों पर हुए जानलेवा हमले के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि आज तक रायबरेली में ऐसा कभी नहीं हुआ। इस मामले पर कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी, जो भी कानूनी कार्रवाई होगी वह की जाएगी। हम इसकी शिकायत लखनऊ में राज्यपाल और दिल्ली में चुनाव आयोग से भी करेंगे। सूबे में बीजेपी की सरकार है, जिसकी वजह से जिला प्रशासन मामले में हीलाहवाली कर रहा है।
प्रियंका गांधी ने कहा, 'योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार गुंडों की सरकार है। जिस तरह से जिला पंचायत सदस्यों को खींच-खींचकर मारा गया, ऐसी अराजकता पहले कभी नहीं हुई।'
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वहीं भाजपा ने इस मामले में लीपापोती करते हुए अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ना शुरू कर दिया है। डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने मीडिया से कहा है कि यह कांग्रेस के दो गुटों के बीच की लड़ाई थी, इसका हमारी पार्टी बीजेपी से कोई-लेना देना नहीं है।
इस हमले में घायल अदिति सिंह समेत अन्य जिला पंचायत सदस्यों को इलाज के लिए लखनऊ के एक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। हमलावरों ने जब अदिति सिंह के काफिले को अपना निशाना बनाया तो गाड़ियों के काफिले पर पथराव और फायरिंग भी की गई, जिसके बाद कई गाड़ियां हाइवे पर पलट गईं। बकौल अदिति, 'मेरी घेराबंदी कर मुझ पर हमला करवाया गया। शासन-प्रशासन अभी भी चुप है और कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। हमलावरों के पास हथियार थे। मेरी गाड़ी की घेराबंदी कर पत्थर फेंके गए और मुझे जान से मारने की कोशिश की गई।'
गौरतलब है कि अदिति सिंह रायबरेली के निर्दलीय विधायक रहे बाहुबली अखिलेश सिंह की बेटी हैं। पिता अखिलेश के गिरते स्वास्थ्य की वजह से उन्होंने राजनीति में कदम रखा। अमेरिका से पढ़ाई कर चुकीं 29 वर्षीय विधायक अदिति सिंह को प्रियंका और राहुल गांधी के करीबी सहयोगियों में से एक माना जाता है।