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कोरोनावायरस के कारण दुनियाभर में 1 अरब लोग घरों में हुए कैद, 35 देशों में की गई तालाबंदी
अमेरिका में अभी तक एक तिहाई से अधिक शहरों को बंद कर दिया गया है। जिसमें तीन बड़े शहर न्यूयॉर्क, शिकागों और लॉस एंजिल्स शामिल है। इसके अलावा अमेरिका के कई अन्य हिस्सों में भी प्रतिबंधों को लागू करने की उम्मीद हैं...
जनज्वार। कोरोनावायरस महामारी ने दुनिया भर में लोगों को घरों में बंद रहने को मजबूर कर दिया है। रविवार के दिन लगभग एक बिलियन लोग अपने घरों में बंद रहने को मजबूर हैं। वहीं कोरोना के कारण दुनियाभर में देशों ने अपने उद्योंगों, कारखानों और बोर्डर को तालाबंद कर दिया हैं। इस समय 35 देशों में तालाबंदी कर दी गई हैं।
कोरोनावायरस के कारण अभी तक पूरी दुनिया में करीब 13 हजार लोगों की मौत हो चुकी है । वही दुनियाभर में 3 लाख से अधिक लोगों में कोरोना संक्रमण के होने की पुष्टि की जा चुकी हैं। कोरोनावायरस के कारण अभी तक सबसे अधिक मौत इटली में हुई है। इटली में मौत का आकड़ा 4800 तक पहुंच चुका है।
जिसके बाद से इटली के प्रधानमंत्री गुइसेप कोंटे ने शनिवार की रात को देश को संबोधित करते हुए देश में सभी गैर- आवश्यक कारखानों को बंद करने की घोषणा की थी। चीन से फैले इस वायरस ने अब लगभग आधी तिहाई राष्ट्रों को अपनी चपेट में ले लिया है।
इटली ने अपने देश में COVID-19 संक्रमणों से होने वाली मृत्यु दर का आंकड़ा 8.6 प्रतिश्त बताया है। ये मृत्यु दर अभी तक किसी भी अन्य देश में संक्रमण के कारण हुई मौतों में सबसे ज्यादा है। इटली ने देश में चीन और संयुक्त ईरान की तुलना में अधिक मौतें होने की भी पु्ष्टि की है। कोरोनावायरस ने अमेरिका में काफी ज्यादा कहर बरपाया है।
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अमेरिका में अभी तक एक तिहाई से अधिक शहरों को बंद कर दिया गया है। जिसमें तीन बड़े शहर न्यूयॉर्क, शिकागों और लॉस एंजिल्स शामिल है। इसके अलावा अमेरिका के कई अन्य हिस्सों में भी प्रतिबंधों को लागू करने की उम्मीद हैं। जिसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश को संबोधित करते हुए कहा है कि ‘यह समय हमारे लिए राष्ट्रीय बलिदान का समय है, लेकिन हमारे प्रियजनों को संजोने का भी अहम समय है’ हम एक महान जीत के तरफ जा रहे हैं।
विश्व भर के नेताओं द्वारा बीमारी से लड़ने और इसे दूर करने के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे है। इसके अलावा कई नेताओं द्वारा महामारी से लड़ने के लिए कसमें भी खाई हैं। लेकिन उसके बाद भी स्थिति में किसी तरह का कोई सुधार नहीं दिख रहा खासकर यूरोप में जो इस समय कोरोना का मुख्य केंद्र बन चुका है।
स्पेन ने शनिवार को नई मौतों में 32 प्रतिशत के इजाफा होने की सूचना दी है। जिसके बाद स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने टीवी पर संबोधन करते हुए देश को आगे आने वाले मुश्किलों के दिनों में तैयार रहने की चेतावनी भी दी है। वही फ्रांस में लोगों को अपने घरों में रखने के लिए सरकार द्वारा लगातार हेलीकॉप्टर और ड्रोन से नजर रखी जा रही है।
कोरोनावायरस ने अंतराष्ट्रीय खेल कैलेंडर को भी बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया है। 2020 में टोक्यो में होने वाले खेलों को भी स्थगित करने के लिए ओलंपिक आयोजकों पर दबाव बढ़ रहा है। इस महामारी ने कई वैश्विक शेयर बाजारों समेत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका को भी टक्कर दी है।
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जिसके बाद अमेरिका ने वायरस से बचने के लिए 1 ट्रिलियन डॉलर का एक आपातकालीन प्रोत्साहन पैकेज देने की तैयारी कर ली है। इसके अलावा अमेरिका में रहने वाले लाखों लोगों को घरों में बंद रहने के भी आदेश दिए गए हैं। न्यूजर्सी ने शनिवार को कई राज्यों के निवासिसयों को घर के अंदर रहने के लिए कहा है। गवर्नर फिल मर्फी ने सभी गैर-जरूरी व्यवसायों को 9 बजे से अपने स्टोर बंद करने का आदेश दिया है। वहीं न्यूयॉर्क में गर्वनर एंड्रयू क्युमों ने व्यापारियों को चेतावनी देते हुए व्यवसाय को हफ्तों या महीनों तक ना चलने की संभावना जताई है।
बता दे कोरोनावायरस के पहले केस की पुष्टि चीन के वुहान की राजधानी हुबेई में की गई थी जिसके बाद प्रशासन की तरफ से हुबेई प्रांत में लॉकडाउन लगाया गया था। लॉकडाउन के बाद ही चीन में नाटकीय रूप से संक्रमण के मामलों में कमी आना शुरू हो गई थी। पिछले 48 घंटो में चीन से अभी तक कोई नया केस देखने को नहीं मिला है। इसके अलावा यूरोप में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार इजाफा किया जा रहा है। जिसके बाद से फ्रांस, इटली, स्पेन और अन्य यूरोपीय देशो ने लोगों को घर पर रहने का आदेश दिया है।
कुछ मामलों में लोगों के ऊपर जुर्माना भी लगाया जा रहा है। जबकि आस्ट्रेलिया ने रविवार को नागरिकों को घरेलू यात्रा करने में भी रोक लगा दी है। बिट्रेन में पब, रेस्तरां और सिनेमाघरों को बंद करने के आदेश दे दिए गए है। वही भारत
में रविवार को जनता कर्फ्यू (जनता द्वारा लगाया गया कर्फ्यू) के साथ लॉकडाउन किया गया है।
कोरोना वायरस पर डब्लयूएचओ ने चेतावनी दी है कि इस बीमरी से केवल बुर्जुग ही नही ब्लकि युवा भी अधिक मात्रा में संक्रमित हो रहे हैं। हालांकि COVID-19 से कितने लोग अभी तक पीड़ित हुए है इसके आंकड़ों तक पहुंचना अभी मुश्किल है। क्योंकि कई केसो में देखा जा रहा है कि लोगों को सामान्य बीमारियों होने पर भी कोरोना का डर लग र रहा है। इसके अलावा कई देशो में परीक्षण की कमी के कारण संक्रमण दर का पता लगा पाना काफी मुश्किल है।