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राजनीति

हाईकोर्ट में दिल्ली पुलिस ने कहा, हमने नहीं देखा कपिल मिश्रा का भड़काऊ भाषण वाला वीडियो

Nirmal kant
26 Feb 2020 9:19 AM GMT
हाईकोर्ट में दिल्ली पुलिस ने कहा, हमने नहीं देखा कपिल मिश्रा का भड़काऊ भाषण वाला वीडियो
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दिल्ली हाईकोर्ट में चलाया गया भाजपा नेता कपिल मिश्रा का वीडियो, जस्टिस मुरलीधर ने कहा भड़काऊ भाषण देने वाले नेताओं के खिलाफ दर्ज करें एफआईआर...

जनज्वार। उत्तर पर्वी दिल्ली में हुई हालिया हिंसा को लेकर बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान जज दिल्ली पुलिस पर तब भड़क गए जब कोर्ट रूम में भाजपा नेता कपिल मिश्रा का भड़काऊ भाषण वाला वीडियो क्लिप चलाया गया।

सुनवाई के दौरान जस्टिस मुरलीधर ने कहा कि स्थिति काफी खराब है। हमने सभी वीडियो देखे हैं। कई नेता भड़काऊ भाषण दे रहे हैं। वीडियो कई सारे न्यूज चैनलों पर मौजूद है। हाईकोर्ट ने सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता, डीसीपी (अपराध) से कहा कि क्या उन्होंने भाजपा नेता कपिल मिश्रा का कथित तौर पर नफरत फैलाने वाले भाषण का वीडियो क्लिप देखा है? दिल्ली पुलिस का कहना था कि उसने कपिल मिश्रा का वीडियो नहीं देखा है जिसके बाद जज भड़क गए।

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स्टिस मुरलीधर ने कहा कि हम पुलिस के रवैये से हैरान हैं। कोर्ट ने एसजी से पुलिस कमिश्नर को भड़काऊ भाषण देने वाले बीजेपी नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सलाह देने के लिए भी कहा। अलावा हाई कोर्ट ने अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा का भी वीडियो देखा। इस मामले की आगे की सुनवाई 2:30 बजे होगी।

दें कि कपिल मिश्रा ने रविवार 23 फरवरी को दिल्ली के मौजपुर चौक पर सीएए समर्थकों की एक सभा संबोधित करते हुए भाषण दिया था। इस वीडियो में वह पुलिस को चेतावनी देते हुए नजर आ रहे हैं। कपिल मिश्रा ने कहा था ट्रंप के जाने तक दिल्ली पुलिस तीन दिन के भीतर जाफराबाद और चांद बाग की सड़कें खाली करवाइए इसके बाद हमें मत समझाइयेगा, हम आपकी भी नहीं सुनेंगे।

स वीडियो को कपिल मिश्रा ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से भी पोस्ट किया था जिसको लेकर सोशल मीडिया पर उनकी खूब आलोचना हो रही थी। उनके इस भाषण के बाद ही जाफराबाद में सीएए समर्थकों और विरोधियों के बीच पत्थरबाजी शुरु हो गयी थी। दिल्ली की इस हिंसा से पहले कपिल मिश्रा लगातार सीएए समर्थकों से इकट्ठा होने की अपील कर रहे थे।

23 फरवरी को उन्होंने एक ट्वीट के जरिए सीएए के समर्थकों से सड़कों पर उतरने के लिए कहा, ‘आज ठीक तीन बजे – जाफराबाद के जवाब में, जाफराबाद के ठीक सामने, मौजपुर चौक की रेड लाइट पर सीएए के समर्थन में डंके की चोट पर हम लोग सड़क पर उतरेंगे, आप सभी आमंत्रित हैं।’

बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप की यात्रा के बाद पहली बार दिल्ली के दंगों पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने अफसोस जताते हुए ट्वीट किया, 'दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा की स्थिति का पूरा जायजा लिया गया है। पुलिस और अन्य एजेंसियां शांति और सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिए जमीन पर काम कर रही हैं।'

क दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'शांति और सदभाव हमारा स्वभाव है। मैं दिल्ली के भाइयो, बहनो से शांति और भाईचारे की अपील करता हूं। जल्दी से जल्दी शांति और स्थिति को सामान्य होना जरूरी है।’

हीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, मैं पूरी तरह से लोगों के संपर्क में रहा हूं। स्थिति चिंताजनक है। पुलिस अपने सभी प्रयासों के बावजूद स्थिति को नियंत्रित करने और आत्मविश्वास बढ़ाने में असमर्थ है। बाकी तुरंत सेना को बुलाया जाए और प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू लगाया जाए। मैने इस संबंध में केंद्रीय गृहमंत्री को पत्र लिखा है।

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न्होंने एक दूसरे पोस्ट में लिखा, 'जीवन का ऐसा नुकसान दुखद है। दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। 20 लोग पहले ही अपनी जान गंवा चुके हैं। दिल्ली के लोगों को पीड़ित होते देखना दर्दनाक है। प्रार्थना है कि हम इस त्रासदी से उबरने के लिए हम लोग और समुदाय जल्द ही मिलकर काम करें।'

ता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा में अबतक 20 लोगों की मौत हो चुकी है जिसमें हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोग शामिल हैं। इस हिंसा में 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं।

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