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सिक्योरिटी

'CAA-NRC लागू होने के बाद मोदी सरकार सबसे पहले गरीबों और मजदूरों को भेजेगी डिटेंशन सेंटर'

Prema Negi
29 Jan 2020 3:14 PM GMT
CAA-NRC लागू होने के बाद मोदी सरकार सबसे पहले गरीबों और मजदूरों को भेजेगी डिटेंशन सेंटर
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केन्द्र की मोदी सरकार खुद को संविधान से ऊपर समझ रही है। भाजपा द्वारा CAA-NRC और NPR के नाम पर देश को विखंडित करने का काम किया जा रहा है, जिसे देश की जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी...

जनज्वार। CAA-NRC के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन जारी हैं। देश की राजधानी दिल्ली के शाहीनबाग में CAA-NRC के खिलाफ चल रहा प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में है। यूपी में CAA-NRC के खिलाफ हुए प्रदर्शनों में योगी पुलिस का दमन भी दुनिया देख चुकी है। यूपी में इस दौरान हुई हिंसा में 2 दर्जन लोगों की मौत हुई, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने तक शक जाहिर कर दिया है।

कांग्रेस द्वारा करायी गयी फैक्ट फाइंडिंग टीम भी रिपोर्ट जारी कर चुकी है कि यूपी में हिंसा के दौरान पुलिस की गोली से जितनी मौतें हुईं, सबको कमर से ऊपर गोली मारी गयी थी। आरोप है कि पुलिस ने सत्ता के आदेश पर जान लेने के लिए ही गोलीबारी की थी।

भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने भी CAA-NRC पर तल्ख टिप्पणी की है। उन्होंने आज 29 जनवरी को बिहार शरीफ स्थित सोगरा कॉलेज में जन एकता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, वर्तमान में केन्द्र की मोदी सरकार खुद को संविधान से ऊपर समझ रही है। भाजपा द्वारा CAA-NRC और NPR के नाम पर देश को विखंडित करने का काम किया जा रहा है, जिसे देश की जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। आज इस जनविरोधी कानून का देश के हर कोने में धरने-प्रदर्शनों के माध्यम से जमकर विरोध हो रहा है।'

​यह भी पढ़ें : CAA-NRC के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान दो समूहों में झड़प के दौरान एक दूसरे पर फेंके गए बम, 2 लोगों की मौत

पने ट्वीटर पर भी ​दीपंकर भट्टाचार्य ने ट्वीट किया है, असम से हजारों बिहारी श्रमिकों को बाहर कर दिया गया है। #Bihar में NRC / NPR लाखों लोगों को प्रभावित करेगा, जबकि CAA किसी भी बिहारी के बचाव में नहीं आएगा। आज बिहारशरीफ में जनता उग्र दिखी।'



दीपंकर भट्टाचार्य ने सम्मेल में कहा कि CAA-NRC और NPR के लागू होते ही देश के हजारों मजदूर व गरीब परिवार के लोगों को सबसे पहले देश से बेदखल किया जायेगा। उन्हें डिटेंशन सेंटर भेज दिया जायेगा। नरेन्द्र मोदी ने पहली बार प्रधानमंत्री पद की कुर्सी पर बैठते हुए विदेशों से काला धन लाने, बेरोजगारों को नौकरी देने और आतंकवाद को खत्म करने का वादा किया था, मगर अपने वादों पर खरा उतरने के बजाय उन्होंने लोगों का रोजगार ही बंद कर दिया है।

दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि CAA-NRC देशद्रोही कानून है। यदि नीतीश कुमार बिहारवासियों के सच्चे हितैषी हैं तो वे सार्वजनिक तौर पर यह घोषणा करें कि हम किसी भी हाल में अपने यहां यह CAA-NRC लागू नहीं होने देंगे।

दीपंकर भट्टाचार्य ने आह्वान किया कि नरेन्द्र मोदी और अमित शाह जैसे हिटलरों को खत्म करने के लिए हम सभी देशवासियों को एकजुट होना होगा। इसी मसले को लेकर 31 मार्च को पटना में बड़े पैमाने पर एक सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है, जिसमें बिहार के कोने-कोने से लाखों की संख्या में लोग जुटकर मोदी सरकार को उनकी गलती का अहसास कराएंगे।

भट्टाचार्य बिहारशरीफ में जिस सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे, उस दौरान उनके साथ माले के जिला सचिव सुरेन्द्र राम, इंसाफ मंच के जिला संयोजक अधिवक्ता सरफराज खां, शिवशंकर प्रसाद, आइसा के जिला संयोजक जयंत आनंद, मजदूर नेता विनोद रजक के अलावा सैकड़ों की संख्या में भीड़ मौजूद थी।

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