पुलवामा हमले के मामले में NIA ने गिरफ्तार बाप-बेटी को किया गिरफ्तार, आतंकी को पनाह देने का आरोप
जनज्वार। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को एक पिता-पुत्री की जोड़ी को पिछले साल पुलवामा हमले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया है।
बता दें कि हाल ही में एनआईए ने कथित तौर पर जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े 22 वर्षीय शाकिर बशीर मागरे की गिरफ्तारी के बाद अब पिता पुत्री को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि आरोपियों ने सीआरपीएफ के काफीले की आवाजाही पर नजर रखी थी और हमले में इस्तेमाल किए गे बम को इकट्ठा करने में कथित तौर पर मदद की थी जिससे अर्धसैनिक बल के 40 जवान शहीद हो गए थे।
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अधिकारियों ने कहा कि तारिक अहमद और उनकी बेटी इंशा तारिक (26) को पुलिस ने पूछताछ की और बाद में एनआईए को सौंप दिया। प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि दोनों ने लेथपोरा हमले में भूमिका निभाई थी। एक अधिकारी ने कहा, 'हमले के बारे में साजिश उनके घर में हुई थी।'
मां और बेटी पर बीते साल 14 फरवरी को भी सीआरपीएफ पर हुए आंतकी हमले में शामिल आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार, शाकिर मागरे और जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर्स को पनाह देने का आरोप है। मागरे को बीते सप्ताह आदिल की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
तारिक और उसकी बेटी की गिरफ्तारी को पुलवामा हमले की जांच में बहुत अहम माना जा रहा है। जैश-ए-मोहम्मद के आंतकी शाकिर अहमद मागरे की 28 फरवरी को हुई गिरफ्तारी के बाद एनआईए के लिए यह दूसरी सबसे बड़ी कामयाबी है।
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शाकिर ने हमले में इस्तेमाल कार को तैयार करने के अलावा विस्फोटकों की ऑनलाइन खरीद में भी अहम भूमिका निभायी थी। उसने आत्मघाती हमलावर आदिल डार और उसके हेंडलर पाकिस्तानी कमांडर मोहम्मद उमर को करीब तीन माह तक अपने घर में शरण दी थी।