- Home
- /
- अंधविश्वास
- /
- झारखंड में डायन के शक...
झारखंड में डायन के शक में महिला की हत्या की आशंका, पुलिस को जगह-जगह मिले खून के निशान
मामले की जांच कर रही पुलिस ने जतायी आशंका कि डायन के नाम पर मौत के घाट उतार दी गयी बुजुर्ग महिला की लाश छिपाने के लिये हत्यारों ने फेंक दिया होगा जंगल में....
जनज्वार। डायन-बिसही, भूत-प्रेत, जादू-टोना के नाम पर आये दिन हत्या की खबरें सुर्खियों में रहती हैं। अंधविश्वास का पहला निशाना महिलाओं को बनाया जाता है। डायन के नाम पर परिवार वाले ही महिलाओं को मौत के घाट उतार देते हैं। झारखंड में विकास से कोसों दूर इलाकों में इस तरह की खबरें आये दिन आती रहती हैं।
इसी तरह की एक और हत्या की खबर जमशेदपुर के सोनुवा स्थित गुदड़ी थाना लोढ़ाई क्षेत्र के डिडापाई गांव तिलाईबेड़ा टोला से सामने आ रही है, जहां डायन के संदेह में शुक्रवार 28 फरवरी की देर शाम एक महिला की हत्या करने की खबर मीडिया में आ रही है।
ग्रामीणों की शिकायत पर गुदड़ी थाना प्रभारी सुंगदा मुर्मू पुलिस बल के साथ शनिवार 29 फरवरी की सुबह घटनास्थल डिडापाई गांव के तिलाईबेड़ा पहुंचे, मगर पुलिस को शव बरामद नहीं हुआ। पुलिस ने जब ग्रामीणों से हत्या के बारे में पूछताछ की तो किसी भी ग्रामीण ने घटना को लेकर किसी भी तरह की जानकारी नहीं होने की बात कही, मगर फोन पर किसी ग्रामीण ने ही इस हत्या के बारे में सूचना दी थी।
पुलिस को जाँच के दौरान हत्या होने के साक्ष्य मिले हैं। महिला की हत्या के बाद लाश को घसीटकर जंगल की ओर ले जाने की निशानी के बतौर जगह—जगह खून के निशान मिले हैं, जो पुष्टि कर रहे हैं कि महिला खून से लथपथ हालत में थी।
मामले की जांच कर रही पुलिस का कहना है कि डिडापाई गांव के तिलाईबेड़ा टोले में डायन के संदेह में शुक्रवार 28 फरवरी की देर रात एक महिला की हत्या होने की खबर पहुंची थी। डायन के नाम पर मार दी गयी महिला की उम्र लगभग 60 साल बतायी जा रही है। जानकारी है कि बुजुर्ग महिला ने शादी नहीं की थी, इसलिए वह अपने घर में अकेली रहती थी।
मामले की जांच कर रही पुलिस का कहना है कि महिला की हत्या होने के बाद गांव के सभी पुरुष गांव छोड़कर भाग गए थे। गांव में इक्का-दुक्का महिलायें ही नजर आ रही थीं, जिस कारण पुलिस को हत्या एवं महिला के बारे में बहुत जानकारी नही मिल पायी। पुलिस का कहना है कि इस घटना की पड़ताल के लिए खोजी कुत्ते की मदद लेनी पड़ेगी।
इस मामले में जनज्वार ने सोनुआ पुलिस से कई बार संपर्क करने की कोशिश की गयी, ताकि इस घटना के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की जा सके, मगर बात नहीं हो पायी।