दैनिक जागरण के मुताबिक तीन ग्रहों के कारण हुआ बनारस हादसा
पत्रकारिता के इस अंधविश्वासी दौर में मुनाफाखोर पत्रकारिता की चांदी है, जो जैसी और जितनी मूर्खता बेच सकता है वह बेच ले, ये दिन फिर न आएंगे...
जनज्वार, दिल्ली। कल 15 मई की शाम को शासन—प्रशासन और घटिया निर्माण कार्य के चलते निर्माणाधीन पुल का पिलर टूट गया, जिसकी भेंट दर्जनों लोग चढ़ गए। मगर दैनिक जागरण समूह के अखबार आई नेकस्ट की मानें तो दर्जनों लोगों की मौत के लिए घटिया निर्माण सामग्री और शासन—प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार नहीं, बल्कि 3 ग्रहों के कारण यह हादसा हुआ है।
यह वही दैनिक जागरण है जो मोदी सरकार का सुरक्षा कवच बनने के लिए फेक स्टोरी प्लांट करता रहता है। कठुआ में बच्ची के साथ हुआ बलात्कार मामले में उसकी दंगा फैलाने वाली खबरें प्रसारित करते हैं। घटिया और फेक रिपोर्टिंग के कारण उसकी छीछालेदर हो चुकी है, अखबार की होली जल चुकी है।
इससे पहले कोबरा पोस्ट अपने स्टिंग आॅपरेशन में साबित कर चुका है कि दैनिक जागरण वाले पैसा लेकर भाजपा के लिए प्री प्लांट खबरें करता है। कासगंज दंगे के बाद भी जागरण दंगाई अखबार की भूमिका बखूबी निभा चुका है।
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और एक बार फिर यह साबित हो गया है कि दैनिक जागरण अपने आकाओं को बचाने के लिए कितनी घटिया पत्रकारिता पर उतारू हो सकता है।
लोगों की धार्मिक भावनाओं को कैश करने के लिए कोई इतना नीचे भी गिर सकता है, दैनिक जागरण से बड़ा इसका दूसरा कोई उदाहरण फिलहाल शायद ही मिले।
दैनिक जागरण का अखबार आई नेकस्ट अपनी स्टोरी में लिखता है कि जिस हादसे में 50 लोग घायल हुए, 20 की मौत हुई और मृतकों की गिनती बढ़ती जा रही है, वह हादसा किसी मानवीय त्रुटि, लापरवाही या भ्रष्टाचार के चलते नहीं हुआ, बल्कि उसके लिए शासन-प्रशासन भी जिम्मेदार नहीं है, उसके लिए जिम्मेदार हैं तो बस ‘तीन ग्रह’।
अखबार आगे लिखता है, ग्रहों की स्थिति पृथ्वी पर रहने वालों को प्रभावित करती है। ये ग्रह व्यक्ति के अच्छे और बुरे वक्त के लिए जिम्मेदार हैं। ग्रहों की विशेष स्थिति प्राकृतिक आपदा, हादसे, आतंकवादी घटनाओं, खून खराबे आदि का कारण बनती है। फ्लाईओवर हादसे के लिए भी ग्रहों की विशेष स्थिति जिम्मेदार है।
सूर्य, मंगल और शनि के त्रिकोण की वजह से यह हादसा हुआ। अखबार ज्योतिष का हवाला देते हुए यहीं पर नहीं रुकता बल्कि कहता है कि सालभर में ग्रहों की विशेष स्थितियों के कारण कुछ और भी इस तरह की घटनाएं सामने आएंगी।
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इस महान खोजी रिपोर्ट के आधार पर इस निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है कि प्राकृतिक आपदाओं के पीछे मानवीय खिलवाड़ जिम्मेदार नहीं है, धरती पर जो भी होता है उस सब के लिए ग्रह—नक्षत्र जिम्मेदार हैं। यहां तक की आतंकी घटनाओं के लिए भी अखबार ग्रहों को जिम्मेदार ठहराता है।
अब जब दैनिक जागरण सोशल मीडिया पर इस खबर को लेकर ट्रोल होने लगा है तो उसने वेबवाइट से यह खबर हटा दी है, मगर खबर हटा देने से उसका कसूर तो कम नहीं हो जाता।