तिरंगा अभियान को लेकर महबूबा मुफ्ती ने साधा बीजेपी पर निशाना, कहा - बीजेपी ने तिरंगे को किया हाईजैक
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक यह फैसला मंत्रियों ने महबूबा के दबाव में लिया है, क्योंकि वह खुद उन्हें मंत्रिपद से हटाने का फैसला ले चुकी थीं...
जनज्वार। कठुआ गैंगरेप में बलात्कारियों के समर्थन में रैली में शामिल होने को लेकर चर्चा में आए सरकार में शामिल बीजेपी मंत्रियों की फेहरिस्त में और नाम जुड़ गए हैं। पीडीपी यानी महबूबा मुफ्ती मंत्रिमंडल में शामिल सभी मंत्रियों ने अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
गौरतलब है कि बीजेपी नेताओं द्वारा बलात्कारियों के पक्ष में खड़े होने के बाद महबूबा मुफ्ती ने धमकी दी थी कि वह अपना समर्थन वापिस ले लेंगी। यही नहीं वह नया मंत्रिमंडल गठन की योजना पर काम कर रही थी, कहा जा रहा था कि वह भाजपा कोटे के मंत्रियों को ही बदलेंगी, क्योंकि कश्मीर की फिजाओं में भाजपा मंत्रियों और नेताओं द्वारा बलात्कारियों को समर्थन देने के बाद जबर्दस्त आक्रोश है।
महबूबा के इस कदम से सचेत बीजेपी मंत्रियों ने पहले ही इस्तीफा सौंप अपनी छीछालेदर होने से बचाने की कोशिश की है।
अब बीजेपी मंत्रियों ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा के सामनेअपने-अपने इस्तीफे की पेशकश की है। हालांकि इस पर अंतिम फैसला सत शर्मा को ही लेना है। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक बीजेपी मंत्रियों के इस्तीफे से गठबंधन पर कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है, यह सिर्फ मंत्रियों से जुड़ा मसला है।
गौरतलब है कि कठुआ गैंगरेप और हत्या के मामले में जम्मू-कश्मीर में आरोपियों के पक्ष में रैली निकालने वाले बीजेपी के दोनों मंत्रियों चौधरी लाल सिंह और चंद्र प्रकाश गंगा के इस्तीफा के बाद यह मसला और बढ़ा है। हालांकि बीजेपी सूत्रों के मुताबिक यह फैसला मंत्रियों ने महबूबा के दबाव में लिया है, क्योंकि वह खुद उन्हें मंत्रिपद से हटाने का फैसला ले चुकी थीं।
आज मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले बीजेपी नेता चौधरी लाल सिंह ने एक रैली आयोजित की थी, जिसमें इस उन्होंने कठुआ गैंगरेप केस की सीबीआई जांच की मांग की है। साथ ही लाल सिंह ने मौजूदा क्राइम ब्रांच की जांच को लेकर भी सवाल उठाए हैं।