मुस्लिम धर्म और अरब की औरतों के बारे में बकवास करने वाले भाजपा सांसद ने डिलीट किए ट्वीट, लेकिन क्या इससे अपराध हो जाएगा कम
भाजपा के सबसे युवा सांसद तेजस्वी सूर्या ने की थी इस्लाम पर विवादास्पद टिप्पणी, कहा था आतंकवादी का धर्म है इस्लाम...
जनज्वार। सोशल मीडिया, फेक न्यूज और विवादित बयानों का चोली-दामन का साथ है। कई बार सोशल मीडिया पर दिये गये विवादित बयान राजनेताओं के गले की फांस भी बन जाते हैं, जैसे कि भाजपा के युवा सांसद तेजस्वी सूर्या के लिए हो रहे हैं। माना जा रहा है कि तेजस्वी सूर्या की आपत्तिजनक पोस्ट हटाने के लिए ही भारत सरकार ने ट्वीटर से 121 ट्वीट हटाने की अपील की है, जो विवादास्पद हैं।
गौरतलब है कि मोदी सरकार ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर से 121 आपत्तिजनक ट्वीट हटाने और ब्लॉक करने के लिए कहा, जिनमें भाजपा के युवा सांसद तेजस्वी सूर्या का वो ट्वीट भी शामिल है जिसमें उन्होंने सीधे-सीधे इस्लाम को आतंकवाद से जोड़ा था।
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2019 में कर्नाटक से लोकसभा चुनाव जीतने वाले सबसे कम उम्र के भाजपा नेता तेजस्वी सूर्या ने 2015 में विवादित ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने कहा, ‘संक्षेप में: यह सच है कि आतंक का कोई धर्म नहीं है। लेकिन आतंकवादी का निश्चित रूप से एक धर्म है और ज्यादातर मामलों में यह इस्लाम है।’
भारत सरकार इलेक्ट्रॉनिक्स और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (MEITY) से संबंधित मंत्रालय ने ट्विटर से इस ट्वीट को हटाने का अनुरोध किया है, ताकि तेजस्वी की मुस्लिम विरोधी छवि को बेदाग किया जा सके और उन्हें उनके अतीत से भाजपा निजात दिलाना चाहती है।
टाइम्स नाऊ की एक खबर के मुताबिक, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) एक्ट की धारा 69 ए के तहत मोदी सरकार ने 28 अप्रैल को ट्वीटर से यह ट्वीट हटाने का अनुरोध किया था। सूर्या का यह ट्वीट उन 121 ट्वीट्स में से एक है, जिन्हें ट्विटर से हटाने के लिए कहा गया है।
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द वायर में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, आईटी मंत्रालय ने ट्वीट की वो लिस्ट और कंटेंट भेजा है, जिसे वह चाहता है कि ब्लॉक कर दिया जाए। इनमें ज्यादातर ऐसे ट्वीट शामिल हैं, जो कश्मीर पर सरकार के रुख की आलोचना करते हैं या कथित तौर पर पाकिस्तान समर्थक हैं।
तेजस्वी चेहरा का विवादों से पुराना नाता रहा है। इससे पहले तेजस्वी सूर्या ने अपने एक ट्वीट में अरब महिलाओं का मजाक उड़ाया था। उनके इस ट्वीट को महिला विरोधी बताकर उनका खूब विरोध हुआ था। वैसे भी तेजस्वी सूर्या को रैलियों में और सोशल मीडिया में आक्रामक दक्षिणपंथी विचारों को सामने रखने के लिए जाना जाता है।
सूर्या ने 2018 में एक ट्वीट किया था कि भाजपा पूरी तरह से हिंदुओं के लिए एक पार्टी होनी चाहिए। हिंदू राष्ट्र की हमेशा वकालत करने वाले तेजस्वी सूर्या अपनी हिंदू राजनीति की बदौलत ही भाजपा के स्टार चेहरा बने हुए हैं।
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तेजस्वी सूर्या के ट्वीट ब्लॉक किये जाने पर सोशल मीडिया पर तरह—तरह के सवाल उठने शुरू हो गये हैं। लोग कह रहे हैं कि ट्वीट ब्लॉक करने से तेजस्वी के वो सारे पाप नहीं धुल जाते जो उन्होंने किये हैं। खासकर अरब महिलाओं पर किया गया उनका ट्वीट घटियापन की हाइट है, जो उनकी महिला विरोधी सोच को उजागर करती है। उसके अलावा जिस ट्वीट को ब्लाक करने का अनुरोध भारत सरकार की तरफ से किया गया वो उनका मुस्लिम विरोधी चेहरा दिखाता है। यह भी कि वो किस तरह इस्लाम को आतंकवाद से जोड़ते हैं।
2018 में जब भाजपा को जयनगर उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा था तो तेजस्वी सूर्या ने ट्वीट किया था, मुसलमान वोटरों के एकजुट होने से ऐसा हुआ है और अब बीजेपी को सच्चे अर्थों में हिन्दू पार्टी बन जाना चाहिए।
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इसी तरह एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी सूर्या कहते हैं कि मोदी विरोधी मतलब राष्ट्र विरोधी होना। तेजस्वी सूर्या ने 2019 के मार्च में तमाम मोदी विरोधियों को राष्ट्र विरोधी क़रार देते हुए ट्वीट किया था कि सभी भारत-विरोधी ताक़तें मोदी को रोकने के लिए एकजुट हो गईं।
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बेंगलुरु साउथ से सांसद तेजस्वी सूर्या समय-बा-समय भाजपा की दक्षिणपंथी राजनीति को सपोर्ट करने वाले ट्वीट और बयानबाजियां करते रहते हैं। सोशल मीडिया पर लोगों ने कहना शुरू कर दिया है कि भाजपा पर चूंकि इसी तरह टॉप की राजनीति पर पहुंचते हैं और तेजस्वी सूर्या इसी को फॉलो कर अपने आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। अब हाईकमान हालांकि उनका बचाव करने के लिए उनके विवादास्पद ट्वीट हटा रही है, मगर इससे उनके सारे पाप नहीं धुल जाते।