Begin typing your search above and press return to search.
राजनीति

भाजपाइयों को थप्पड़ जड़ने वाली महिला अधिकारी की गयी कलेक्टरी, SDM पर भी हुई कार्रवाई

Prema Negi
25 March 2020 9:48 AM GMT
भाजपाइयों को थप्पड़ जड़ने वाली महिला अधिकारी की गयी कलेक्टरी, SDM पर भी हुई कार्रवाई
x

राजगढ़ की कलेक्टर निधि निवेदिता और एसडीएम प्रिया वर्मा इसी साल जनवरी महीने में CAA समर्थित प्रदर्शनकारियों से झड़प होने को लेकर विवादों में आई थीं....

जनज्वार। मध्य प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन में रैली कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को बदतमीजी करने पर थप्पड़ मारने वाली कलेक्टर निधि निवेदिता और एसडीएम प्रिया वर्मा को शिवराज ने सरकार बनते ही हटा दिया है।

गौरतलब है कि राजगढ़ की कलेक्टर निधि निवेदिता और एसडीएम प्रिया वर्मा इसी साल जनवरी महीने में CAA समर्थित प्रदर्शनकारियों से झड़प होने को लेकर विवादों में आई थीं। तब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी और भाजपा ने दोनों महिला अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए प्रदर्शन भी किया था।

यह भी पढ़ें : प्रदर्शन के दौरान जिस महिला कलेक्टर की भाजपाइयों ने खीचीं थी चोटी, उसके बारे में अब भाजपा के पूर्व मंत्री ने की ​’बिलो द बेल्ट’ टिप्पणी

लेक्टर निधि निवेदिता और एसडीएम प्रिया वर्मा के खिलाफ यह कार्रवाई 24 मार्च की रात को हुई है। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार के कार्मिक विभाग की प्रमुख सचिव दीप्ति गोड़ मुखर्जी ने मंगलवार 24 मार्च की रात को जो आदेश जारी किया है, उसके मुताबिक निधि निवेदिता को राजगढ़ के कलेक्टर पद से हटाकर उपसचिव बनाया गया है। वहीं राजगढ़ के नए कलेक्टर नीरज कुमार सिंह होंगे।

संबंधित खबर : CAA-NRC के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे भाजपाइयों ने की डिप्टी कलेक्टर से बदतमीजी, बाल खींचने का वीडियो हुआ वायरल

सके अलावा रीवा के नगर निगम आयुक्त सभाजीत यादव पर भी शिवराज सरकार ने कार्रवाई की है। उनके स्थान पर अर्पित वर्मा को निगमायुक्त बनाया गया है। सभाजीत यादव के खिलाफ यह कार्रवाई इसलिए हुई है क्योंकि उन्होंने भाजपा नेता और पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल को कई करोड़ की वसूली का नोटिस जारी किया था।

हीं राज्य महिला आयोग अध्यक्ष शोभा ओझा, पिछड़ा वर्ग आयोग में जेपी धनोपिया और बाल आयोग में अभय तिवारी की नियुक्ति भी तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं।

कांग्रेस सरकार में तब मंच में उपस्थित मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा कि वह भाजपा कार्यकर्ताओं को हल्के में ना लें, अन्यथा उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। भाजपा के कार्यकर्ता किसी को नहीं छेड़ते, पर अगर उन्हें कोई छेड़े तो हम उन्हें छोड़ते भी नहीं है। साथ ही उन्होंने कमलनाथ पर हमला बोलते हुए कहा सुनो कमलनाथ ‘हम तुम्हारी लंका को जला कर राख कर देंगे’।

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में सीएए के समर्थन में प्रदर्शन रहे भाजपा कार्यकर्ताओं डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा के बाल खींचे और उनके साथ धक्कामुक्की की थी। दरअसल धारा 144 लागू होने के बाद भी भाजपा कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों को पहले डिप्टी कलेक्टर समझाती रहीं लेकिन नहीं माने तो डिप्टी कलेक्टर ने एक प्रदर्शनकारी पर हल्का सा हाथ मारकर उसे समझाने की कोशिश की। इसके बाद ‘भारत माता की जय’ के नारों के साथ भीड़ उन पर टूट पड़ी। भीड़ में ही किसी शख्स ने उनके बाल खींचने शुरू कर दिए।

भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित इस सभा में भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवगीर्य ने राजगढ़ जिला कलेक्टर को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया था। विजयवर्गीय ने तब राजगढ़ जिला कलेक्टर पर हमला बोलते हुए कहा था कि जेएनयू का वायरस मध्य प्रदेश में आ गया है। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवगीर्य ने राज्य की कांग्रेस सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि वे भाजपा कार्यकतार्ओं को हल्के में नहीं लें, अन्यथा उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।

विजयवगीर्य ने मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा में पार्टी की जनसभा को संबोधित किया, जो राजगढ़ जिला कलेक्टर और प्रशासनिक अधिकारियों के रवैए के खिलाफ आयोजित की गयी। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह और विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव भी शामिल हुए थे।

कैलाश विजयवगीर्य ने तब कहा था कि भाजपा के कार्यकर्ता कोई रसगुल्ला नहीं हैं, जिन्हें कोई आसानी से खा ले। हमारे कार्यकर्ता सरकार को यह बात आसानी से अहसास करा सकते हैं। उन्होंने सरकार पर भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्रशासन के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि यह नीति बंद करना होगी, अन्यथा सरकार इसका आगे परिणाम देखने को तैयार रहे।

विजयवगीर्य ने राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता पर परोक्ष रूप से प्रहार करते हुए कहा कि जेएनयू का वायरस यहां भी आ गया है। उन्होंने कहा कि देश विरोधी नारे लगने की घटनाएं जेएनयू में प्रकाश में आती हैं। वहां पर तिरंगा का विरोध भी किया जाता है। अब पता चला है कि जेएनयू से पढ़ी महिला ही इस जिले की कलेक्टर है। उन्होंने कहा कि 'जेएनयू का वायरस' यहां भी आ गया है और यहां की जनता जानती है कि वायरस को समाप्त करने के लिए क्या करना पड़ता है।

विजयवगीर्य ने कहा कि हम वायरस को लोकतांत्रिक तरीके से समाप्त करने में विश्वास करते हैं। उन्होंने संगीत की दुनिया का जिक्र करते हुए कहा कि इस दुनिया का सिद्धांत है 'जैसा गाना, वैसा बजाना।' विजयवगीर्य ने ब्यावरा में दो दिन पहले की घटना की ओर इशारा करते हुए कहा कि लेकिन उस दिन यहां की जनता इस मामले में पीछे हट गयी प्रतीत होती है।

रअसल निधि निवेदिता दिल्ली के चर्चित और विवादित जेएनयू यूनिवर्सिटी से पढ़कर निकली हैं। और अब मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में कलेक्टर के पद पर तैनात हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं से हुए विवाद के बाद वह भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की आंखों की किरकिरी बन चुकी थीं। अब जब ज्योतिरादित्य के दिये भाजपा को समर्थन के बाद मामा शिवराज फिर सत्ता में काबिज होने जा रहे हैं। उससे पहले सूचने है कि भाजपा ने अपनी आंखों में चुभ रही किरकिरी यानी कलेक्टर निधि निवेदिता को तत्काल प्रभाव से सस्पेन्ड कर दिया गया है। जिसे सत्ता में आने से पहले उसकी धमक के रूप में देखा जा रहा है।

Next Story

विविध