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उत्तर प्रदेश

पालघर के बाद अब बुलंदशहर में 2 साधुओं की निर्मम हत्या, डांट से नाराज शख्स ने नशे में किया हत्याकांड

Prema Negi
28 April 2020 5:17 AM GMT
पालघर के बाद अब बुलंदशहर में 2 साधुओं की निर्मम हत्या, डांट से नाराज शख्स ने नशे में किया हत्याकांड
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गांव पगोना निवासी मुरारी उर्फ राजू पुत्र देवी सहाय एक संत का चिमटा उठाकर ले गया था। साधुओं ने इसके लिए उसके घर जाकर नाराजगी व्यक्त की थी और उसे डांटा था...

जनज्वार, बुलंदशहर। महाराष्ट्र के पालघर में 2 साधुओं समेत 3 लोगों की लिंचिंग का मामला अभी थमा भी नहीं था कि अब 2 साधुओं की हत्या का एक शर्मनाक मामला उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में सामने आया है। यहां धारदार हथियार से काटकर 2 साधुओं को सोमवार 27 अप्रैल की देर रात मौत के घाट उतार दिया गया।

शुरुआती जानकारी के मुताबिक यह मामला बुलंदशहर के अनूपशहर कोतवाली थानाक्षेत्र के पगौना गांव का है। पुलिस का कहना है कि मंदिर परिसर में सो रहे दो साधुओं 55 वर्षीय साधु जगनदास और 35 साल के सेवादास पर धारदार हथियार से वार किया गया है। लोगों ने हत्या आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि नशे के लती हत्यारोपी ने साधु के डांटने से नाराज होकर इस घटना को अंजाम दिया है।

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गौना गांव में बने शिव मंदिर में दोनों साधु पिछले 10 सालों से देखरेख और पुरोहिती का काम करते थे। इस घटना के बारे में आज मंगलवार 28 अप्रैल के तड़के तब पता चला, जब ग्रामीण मंदिर पहुंचे। ग्रामीणों ने मंदिर प्रांगण में साधुओं के खून से लथपथ शव देखे, जिसके बाद वहां हंगामा मच गया। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जुट गये।

ग्रामीणों को इसी बीच एक शख्स पर शक हुआ तो उसकी खूब पिटाई की। घटना की सूचना पाकर मौके पर पुलिस फोर्स पहुंच गई और आरोपी शख्स को अपनी कस्टडी में ले लिया। साधुओं की लाशों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा चुका है।

बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि शुरुआती जांच में पाया गया है कि आरोपी ने साधुओं के चिमटे को छीन लिया था, जिसके बाद साधुओं ने उसे डांटा था। इससे नाराज होकर आरोपी ने दोनों साधुओं के हत्याकांड को अंजाम दिया है।

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मीडिया में आ रही जानकारी में ग्रामीणों के हवाले से कहा जा रहा है कि गांव पगोना निवासी मुरारी उर्फ राजू पुत्र देवी सहाय एक संत का चिमटा उठाकर ले गया था। साधुओं ने इसके लिए उसके घर जाकर नाराजगी व्यक्त की थी और उसे डांटा था। इसी बात को लेकर मुरारी ने रात में दोनों साधुओं की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। साधुओं की हत्या की जानकारी आज तड़के सुबह ग्रामीणों को मंदिर जाने पर हुूई। ग्रामीणों के हवाले से कहा जा रहा है गांव के ही कुछठ लोगों ने आरोपित मुरारी को जंगल से भागते हुए पकड़ा था और उसके बाद उसकी खूब पिटाई की।

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ह भी जानकारी सामने आ रही है कि हत्यारोपी मुरारी खुर्जा क्षेत्र में लूट व हत्या के आरोप में जेल में बंद था। कुछ समय पूर्व ही वह जमानत पर छूटकर आया था। ग्रामीणों का कहनार है कि साधुओं की हत्या के बाद मुरारी ने गांव के बाहर स्थित कई बिटोडो में आग भी लगा दी थी।



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स मामले में सीओ अनूपशहर अतुल चौबे का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुटी हुई है।

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गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के पालघर में 16-17 अप्रैल की रात को दो साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी, जिसमें भाजपा से जुड़े कई लोगों का नाम सामने आया है। इस मामले में सामने आया था कि ग्रामीणों ने चोर के शक में तीनों की पिटाई की थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। हालांकि इस दौरान पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे। अब इस मामले में 100 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी की गयी है।

पालघर में साधुओं की लिंचिंग को हालांकि कई लोगों ने हिंदू-मुस्लिम रंग देने की कोशिश भी की थी, मगर यह कोशिश नाकाम रही। इस मामले को सांप्रदायिक बनाने में भाजपा के कई नेता और मीडिया का भी पूरा हाथ रहा था।

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