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राजनीति

दिल्ली के सुनियोजित उपद्रव में अब तक 22 से ज्यादा की मौत, 200 लोग गंभीर रूप से घायल

Prema Negi
26 Feb 2020 4:10 PM IST
दिल्ली के सुनियोजित उपद्रव में अब तक 22 से ज्यादा की मौत, 200 लोग गंभीर रूप से घायल
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दंगे की आग से सुलग रही है दिल्ली, अब तक 22 की मौत का आंकड़ा आया सामने, गंभीर रूप से घायलों की संख्या पहुंची 300, फिलहाल दंगे की आशंका वाले 4 इलाकों में लगा कर्फ्यू...

जनज्वार। दिल्ली दंगाइयों द्वारा मचाये गये तांडव की आग में जल रही है। नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA का समर्थन और विरोध करने वालों ने दिल्ली में पिछले दो दिनों से जो तांडव मचाया है और जिस तरह कपिल मिश्रा जैसे नेताओं ने इस आग में घी डालने का काम किया है, उससे आम जनता दहशत में जी रही है।

ब तक इस दंगे में 22 से भी ज्यादा की मौत का आंकड़ा सामने आ रहा है। हालांकि कहा जा रहा है कि यह आंकड़ा इससे कहीं ज्यादा होने की संभावना है। गंभीर रूप से घायलों की संख्या 300 पार कर चुकी है, जिनमें से कई जिंदगी और मौत के बीच में झूल रहे हैं। घायलों में लगभग 60 पुलिसवाले भी शामिल हैं। मरने वालों में भी 1 पुलिसकर्मी शामिल है और कई की स्थिति गंभीर बनी हुई है।

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गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA को लेकर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर और चांदबाग में 24 और 25 ​फरवरी को लगातार हिंसा हुई, जिसकी वजह से प्रशासन ने धारा 144 लगा दी है और पुलिस की भारी तैनाती की है।

सके अलावा उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, ब्रह्मपुरी, बाबरपुर, कर्दमपुरी, सुदामापुरी, घोंडा चौक, करावल नगर, मुस्तफाबाद, चांदबाग, नूरे इलाही, भजनपुरा और गोकलपुरी इलाकों में भारी हिंसा फैली, यहां लगातार तनाव जारी है। इन इलाकों में मुस्लिमों को टारगेट कर उनकी संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचाया गया है। कल 25 फरवरी को कर्दमपुरी और सुदामापुरी इलाके में दिनभर रुक-रुककर पथराव और फायरिंग होती रही, जिसके बाद इन इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया।

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रावल नगर में मुख्य सड़क पर चांदबाग इलाकों में दुकानों और मकानों को कल आग के हवाले किया गया। सोशल मीडिया पर हिंसा के कई वीडियो वायरल हुए, जिसमें दंगाई मुस्लिम घरों का दरवाजा तोड़ घुसते नजर आ रहे हैं तो कहीं मस्जिद पर भगवा झंडा लहरा रहे हैं। इसके अलावा चांदबाग इलाके का कहा जा रहा एक वीडियो में एक मुस्लिम नौजवान को घसीटते हुए लोग नारे लगा रहे हैं। जिसमें युवा के शरीर में मात्र अंडरवियर बचा हुआ है और वह खून से लथपथ है। यहां नूरे इलाही में फायरिंग भी हुई। गोकलपुरी में एक मस्जिद को आग के हवाले किया गया। अशोकनगर इलाके में भी एक मस्जिद को आग के हवाले कर दिया गया। घरों में तोड़फोड़, पथराव के साथ फायरिंग की गयी। घोंडा चौक पर मिनी बस, बाइक समेत अन्य वाहनों में आग लगा दी गई।

दंगाइयों ने गोकलपुरी में दो दमकल वाहनों को क्षतिग्रस्त किया। भीड़ भड़काऊ नारे लगाने के साथ मौजपुर और अन्य स्थानों पर अपने रास्ते में आने वाले फल की गाड़ियों, रिक्शा और अन्य चीजों को आग लगा दी गयी।

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कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए कल 25 फरवरी की देर रात दिल्ली पुलिस ने कई इलाकों में माइक से उपद्रवियों को सख्त संदेश दिया कि हिंसा भड़काने वालों को देखते ही गोली मार दी जायेगी।

हीं उपद्रव से लगभग दूरी बनाकर बैठे यानी ट्वीटर पर ही शांति संदेश जारी करने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 25 की सुबह आपात बैठक की। फिर शाम को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ दोपहर में अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना। शाम को मुख्यमंत्री शहीद हेड कांस्टेबल रतनलाल के परिवार से मिलने बुराड़ी पहुंचे, मगर बीच से लौटना पड़ा। उसी समय रतनलाल का पार्थिव शरीर पहुंचा था और सैकड़ों लोग जुटे थे।

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गौरतलब है कि CAA के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रविवार 24 फरवरी को सड़क बंद कर दी थी, जिसके बाद जाफराबाद में सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच झड़प शुरू हुई। हालांकि इस दंगे की पूर्व सुनियोजित योजना को आग देने का काम भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने किया था। मौजपुर में भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने एक सभा बुलाई थी, जिसमें मांग की गई थी कि पुलिस तीन दिन के भीतर सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को हटाए। इसके तुरंत बाद दो समूहों के सदस्यों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, जिसके चलते पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।

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पिल मिश्रा ने पुलिस को अल्टीमेटम देते हुए कहा था हम ट्रंप के यहां रहने तक इंतजार करेंगे। अगर रास्ता साफ नहीं किया जाता है तो फिर पुलिस की भी नहीं सुनेंगे। कपिल मिश्रा का वह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह कह रहे हैं, ट्रंप के जाने तक जाफराबाद और चांदबाग को खाली करा दें, अगर नहीं तो हमें गलियों में उतरना पड़ेगा। इसके बाद दिल्ली में दंगे की शुरुआत हो गयी।

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