चीन से लौटा बलरामपुर का छात्र बीमार, चिकित्सकों ने जताई कोरोना वायरस की संभावना
बलरामपुर जिले के उतरौला तहसील क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक छात्र चीन में रहकर ग्रहण कर रहे हैं शिक्षा, चीन में फैले कोरोना वायरस के भय से सभी अपने वतन वापस आ चुके हैं...
फरीद आरजू की रिपोर्ट
बलरामपुर। चीन में फैले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी दहशत में ले लिया है। बीमारी से भी ज्यादा अफवाहों का बाजार गर्म और चीन में नौकरी और पढ़ाई करने गये छात्र अपने देशों को वापस लौटने लगे हैं। व्यापार भी इससे बड़े पैमाने पर प्रभावित हुआ है।
ऐसे ही चीन में शिक्षा ग्रहण कर रहे उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के उतरौला तहसील के आधा दर्जन छात्र कोरोना वायरस के भय से वतन वापस आ चुके हैं, जिनमें एक छात्र को इस वायरस की संभावना के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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बलरामपुर जिले के उतरौला तहसील क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक छात्र चीन में रहकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। चीन में फैले कोरोना वायरस के भय से सभी अपने वतन वापस आ चुके हैं। इन छात्रों के परिवार इन्हें फिलहाल पढाई के लिए चीन भेजना नहीं चाहते हैं।
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रफी नगर मोहल्ले के निवासी जलालुद्दीन पत्नी और दो बच्चों के साथ चीन के चिंगदू शहर में रहते हैं। जलालुद्दीन और उनकी पत्नी शादमा प्रवीन वहाँ रहकर पीएचडी कर रहे हैं। पिछले 2 फरवरी को वह परिवार के साथ घर वापस आ गये हैं।
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जलालुद्दीन ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर चीन में हर कोई दहशतजदा है। एयरपोर्ट से लेकर फ्लाइट मे सघन जाँच के बाद ही किसी को जाने दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर वह खुद भयभीत है। ऐसे में उनका चीन जाने का इरादा अभी बिलकुल नहीं है।
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उतरौला तहसील के धौरहरा गाँव के रहने वाले फरहान, मुशाद और अरमान भी चीन में रहकर एमबीबीएस की पढाई कर रहे हैं। सभी छात्र करीब डेढ माह पहले अपने घर आए थे। कोरोना वायरस के चलते इनमें भी भय देखा जा रहा है और इन सभी का परिवार इन्हें चीन भेजने के लिए फिलहाल तैयार नहीं है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक डॉक्टर सीपी सिंह ने बताया कि जिला चिकित्सालय में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, जहाँ मरीज के उपचार की व्यवस्था है।