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जनज्वार विशेष

ब्रेकिंग : मोदी की मीटिंग के बाद टूट गया दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष का अनशन

Janjwar Team
21 April 2018 7:51 PM GMT
ब्रेकिंग : मोदी की मीटिंग के बाद टूट गया  दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष का अनशन
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जनज्वार ने पहले ही बोल दिया था अनशन को बताया जाएगा कि हुई जीत और मोदी सरकार झुक गई उनके सामने

आज एक तरफ पीएम मोदी ने कैबिनेट की मीटिंग ली जिसमें 12 साल से छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार करने वाले दोषियों को फांसी की सजा देने के प्रस्ताव पर मुहर लगी, वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी और दिल्ली महिला आयोग इस बात का जश्न मना कि मोदी सरकार उनकी अध्यक्षा के अनशन के सामने ­झुक गई, स्वाति ने अनशन तोड़ने का ऐलान कर दिया है

पर सच्चाई कुछ और है, डीसीडब्ल्यू की अध्यक्षा स्वाति मालिवाल के अनशन शुरु करने से एक दिन पहले यानि 12 अप्रैल को ही मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री मेनका गांधी ने इसकी घोषणा कर दी थी कि वे पोक्सो एक्ट में बदलाव करवाने का प्रस्ताव ला रही हैं जिसमें 12 साल से छोटी बच्चियों से रेप करने वाले को फांसी का प्रावधान होगा

इस बात का सबूत आप 12 अप्रैल को हिंंदुस्तान टाइम्स की आॅनलाइन खबर पर जाकर देख सकते हैं या हम भी एक गूगल सर्च की फोटो लगा रहे हैं जिससे सच्चाई आपके सामने होगी

फैसला आपको करना है कि आपको मीडिया में दिखाये जाने वाले प्रोपगैंडा में फंसना है या जनज्वार द्वारा दिखाई गई हकीकत जानकर सच से रू—ब—रू होना है

दिल्ली से स्वतंत्र कुमार की रिपोर्ट

हम आपको अपनी पिछली रिपोर्ट में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के अनशन की सच्चाई से रू—ब—रू करवा चुके हैं कि किस प्रकार कठुआ और उन्नाव में हुई रेप की घटनाओं के बाद लोगों में फैले गुस्से की लपटों को अपने पक्ष में करने के लिए अनशन का खेल रचा गया। आज की इस रिपोर्ट में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के अनशन को खत्म करने और अपनी वाहवाही लूटने का पहले ही हम आपको सच बताने जा रहे हैं।

ये ट्वीट स्वाति खुद रिट्वीट कर रही हैं

जब यह खबर लिखी जा रही है उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंदन से भारत के लिए रवाना हो चुके हैं और आज 21 अप्रैल को उन्होंने कैबिनेट की मीटिंग की। इस मीटिंग में 12 साल से छोटी बच्चियों के साथ रेप करने वालों को फांसी देने के लिए कानून में बदलाव लाने का प्रस्ताव सबसे अहम मुद्दा होगा। यह प्रस्ताव मोदी सरकार द्वारा देश के लोगों में पिछले दिनों दो बलात्कार की घटनाओं के बाद फैले रोष को देखते हुए लाया जा रहा है।

इस बात की घोषणा मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री मेनका गांधी 12 अप्रैल को कर चुकी थीं कि वे बहुत जल्द ही छोटी बच्चियों के साथ रेप करने वालों को फांसी देने का प्रस्ताव लेकर आएंगी।

मोदी कैबिनेट द्वारा छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए रेपिस्टों को मृत्युदंड देने वाले अध्यादेश को आज मंजूरी दी है, जिसके बाद स्वाति मालीवाल ने मीडिया को बताया कि वो कल दिन में 2 बजे अपना अनशन तोड़ेंगी। साथ ही स्वाति ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा अध्यादेश में लिखा है 12 साल तक की बच्ची से बलात्कार पर फांसी की सजा होगी और मामले की सुनवाई 6 महीने में पूरी होगी। देशभर में नए फास्ट ट्रैक कोर्ट और स्पेशल टीमें बनाई जाएंगी, जो रेप केस की जांच करेंगी।

एक्सक्लूसिव : दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के अनशन की गहरी पड़ताल कर सच्चाई की परतें खोलती रिपोर्ट

अब हम आपको बताते हैं कि कैसे कल केंद्र सरकार की कैबिनेट की मीटिंग के बाद आम आदमी पार्टी और दिल्ली महिला आयोग जहां अनशन कर रही हैं वहां जश्न मनाया जाएगा कि कैसे मोदी सरकार उनके अनशन के सामने ­झुक गई और कानून में बड़ा बदलाव करने जा रही है।

इस बात को मुख्य धारा का मीडिया भी नहीं दिखाएगा कि कानून में बदलाव की घोषणा केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी 12 अप्रैल को ही कर चुकी थी जबकि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने अपना अनशन 13 अप्रैल को शुरु किया है।

ऐसे में अनशन करने का कोई औचित्य नहीं रह जाता था लेकिन अपनी छवि को देवी का रूप देने के लिए यह अनशन की कहानी या कहें चालाकी रची गयी। खबर पढ़ने वालों की पुष्टि के लिए गुगल सर्च का एक फोटो भी इस खबर में लगाया जा रहा है जो यह बताता है कि हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट बताती है कि 12 अप्रैल को ही मेनका गांधी ने कानून में बदलाव करने की घोषणा कर दी थी और आप भी गुगल करके इसकी पुष्टि कर सकते हैं।

दूसरा, इस बात की पुष्टि कल खुद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और दिल्ली प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष दिलीप पांडेय ने कर भी दी। स्वाति से मिल के आने के बाद उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा है, 'मीडिया के हवाले से यह पता चला की इस संघर्ष और अनशन को एक प्रारंभिक जीत मिली है। भाजपा सरकार स्वाति की पहली और सबसे बड़ी माँग - बच्चों के बलात्कारियों को फाँसी का प्रावधान - को मानने को तैयार हुई है। स्वाति की तबियत, कमज़ोर होता शरीर देखकर हमने उनसे गुज़ारिश की है इस जीत पर अपना आमरण अनशन तोड़ें और इस अध्यादेश के लाने से लेकर, लागू करवाने तक के लिए कमर कसें।'

तो सवाल उठता है कि क्या यह अनशन क्या बीजेपी के मिलीभगत से किया गया है कि कुछ तुम क्रेडिट ले लो, कुछ हम ले लेते हैं और क्रेडिट के इस खेल से कांग्रेस को बाहर रखते हैं। क्योंकि मेनका की 12 की घोषणा के बाद 13 से स्वाति का अनशन और कल जब मोदी इस बात की घोषणा करेंगे कि 12 साल से कम उम्र की बच्ची के साथ रेप होने पर फांसी तो उसकी वाहवाही आम आदमी पार्टी भी अपने तरीके से ले लेगी और भाजपा तो लेगी ही।

हम इस बात पर इसलिए जोर दे रहे हैं कि क्योंकि आप पाठक किसी पार्टी के प्रोपगेंडे में न फंसे और हकीकत जान सके। इसलिए जब कल कैबिनेट की मीटिंग के बाद यह अनशन का ड्रामा खत्म हो रहा होगा तो उस समय आप सच से रूबरू होंगे।

अब अनशन खत्म करने का कोई न कोई एक रास्ता चाहिए सो कैबिनेट की मीटिंग के बाद अनशन को समाप्त करने का यह सबसे आसान और कारगर रास्ता होगा, जिसका फायदा न केवल दिल्ली महिला आयोग बल्कि पूरी आम आदमी पार्टी को होगा। भविष्य में आम आदमी पार्टी और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल जी अपना बखान करा करेंगे कि कैसे उन्होंने मोदी सरकार अपने अनशन से ­झुका दिया, लेकिन सच्चाई उन तक जरूर पहुंचेगी जो इस खबर को पढ़ लेंगे।

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