राजस्थान में चोरी के आरोप में दो दलित युवकों की बेरहमी से पिटाई, प्राइवेट पार्ट में डाला पेट्रोल
राजस्थान में दलित युवक को चोरी के शक में बेरहमी से पीटा, प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डाला, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो, पुलिस ने पांच आरोपियों को हिरासत में लिया....
जनज्वार। राजस्थान के नागौर जिले में कथित रूप से चोरी करते पकड़े गए दो युवकों की बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आया है। चोरी के आरोपी युवकों के साथ हुई दरिंदगी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें एक युवक को तीन लोग पीट रहे हैं और इस दौरान एक शख्स स्क्रू ड्राइवर पर पेट्रोल लगाकर युवक प्राइवेट पार्ट में डाल रहा है। पुलिस ने इस संबंध में पांच लोगों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि जिन युवकों को पीटा गया वह दलित समुदाय के हैं।
पांचौड़ी थाने के थाना प्रभारी राजपाल सिंह ने बताया कि घटना रविवार को एक दुपहिया वाहन कंपनी के शोरूम में हुई। शोरूम के कर्मचारियों ने कथित तौर पर चोरी करते पकड़े गए दो लोगों से बेरहमी से मारपीट की और इसका वीडियो भी बनाया। वीडियो सामने आने के बाद पीड़ितों ने बुधवार को मामला दर्ज करवाया। उन्होंने कहा कि पीड़ितों के अलावा एजेंसी की ओर से दोनों के खिलाफ पैसे चुराने के आरोप में मामला दर्ज करवाया गया है। थाना प्रभारी ने कहा कि मारपीट के संबंध में पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
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घटना कर्णू गांव में घटी जब पीड़ितों की उम्र 18 साल और दूसरे 26 की कथित तौर पर 50,000 रुपये चोरी करते हुए पकड़े गए। वायरल वीडियो में आरोपियों को कुछ लोगों द्वारा मारते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो में एक शख्स पेचकस पकड़े हुए है और वह उसे पेट्रोल की बोतल में डूबोकर पीड़ितों में से एक के निजी अंगों पर लगाते हुए दिख रहा है।
पुलिस ने दोनों युवकों की पिटाई करने वाले आरोपियों की पहचान भीव सिंह, ऐदन लक्ष्मण सिंह, जस्सू सिंह, सवाई सिंह, हरमा सिंह और गणपत राम के रूप में की है। पुलिस ने सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 323 (चोट पहुंचाने), धारा 342 (गलत तरीके से रोकने), धारा 143 (गैरकानूनी तौर पर इक्ट्ठा होने) और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले के बिजयपुर थाना क्षेत्र में बुधवार को राजकीय विद्यालय में एक शिक्षक की शराब पीकर आने पर गामीणों ने जमकर पिटाई की। सू्त्रों ने बताया कि बिजयपुर के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में पदस्थ भूगोल विषय का अध्यापक विकास चौधरी विद्यालय में अक्सर शराब पीकर आता था। इसकी सूचना मिलते ही सुबह ग्रामीण विद्यालय पहुंच गये और विकास की जमकर पिटाई करके पुलिस को सूचना दे दी। जिस पर पुलिस विद्यालय पहुंच गई और शराबी शिक्षक को हिरासत में ले लिया।
बता दें कि बीते कुछ वर्षों में दलितों पर हमले तेज हो गए हैं। भाजपा शासित राज्यों में भी दलित के साथ अत्याचार की कई घटनाएं सामने आती रही हैं। हाल ही में गुजरात के बनासकांठा में एक दलित दूल्हे के घोड़ी में चढ़ने पर विवाद सामने आया था। बारात निकलते समय दूल्हा आकाश घोड़ी पर बैठना चाहता था लेकिन कथित ऊंची जाति के लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। विरोध के बावजूद जब दूल्हा घोड़ी चढ़ने लगा तो उन्होंने पथराव करना शुरू कर दिया था।साल 2016 में गुजरात के ऊना में दलित युवकों के साथ अत्याचार की खबर मीडिया की सुर्खियों में रही थी। गौरक्षा के नाम पर ऊना में चार दलित युवकों की सरेआम पिटाई की गई थी।
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ऐसा नहीं है कि केवल गुजरात में ही दलितों पर हमले बढ़े हैं। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में भी दलितों पर अत्याचार की कई खबरें सामने आ चुकी हैं। हाल ही कानपुर के मंगटा गांव में अंबेडकर-बुद्ध कथा सुनने पर दलितों के पूरे गांव पर कथित ऊंची जाति के लोगों ने हमला किया। इस हमले में तीन दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।