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राजनीति

बंगाल : येचुरी के बयान के बाद बोले दीपांकर, BJP और TMC को एक नजरिये से नहीं देख सकते

Janjwar Desk
22 Nov 2020 4:05 AM GMT
बंगाल : येचुरी के बयान के बाद बोले दीपांकर, BJP और TMC को एक नजरिये से नहीं देख सकते
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file photo

भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर माकपा महासचिव सीताराम येचुरी के नजरिये को खारिज कर दिया। साथ ही बिहार चुनाव के अनुभवों के आधार पर कांग्रेस को राज्य में अधिक महत्व नहीं देने की बात भी कही है...

जनज्वार। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी द्वारा पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा और तृणमूल दोनों को एक जैसा खतरा बताये जाने के बाद भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा और तृणमूल कांग्रेस को एक साथ नहीं देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति में भाजपा से खतरनाक कुछ भी नहीं है और यह सही है कि तृणमूल कांग्रेस सरकार भ्रष्टाचार और कुशासन से घिरी हुई है। इसके बावजूद लोगों को मुख्य रूप से भाजपा का विरोध करना चाहिए।

दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले बंगाल चुनाव में हमें भाजपा को प्रधान राजनीतिक दुश्मन के तौर पर लेना चाहिए। माकपा के नेताओं द्वारा तृणमूल कांग्रेस को पहले हराने संबंधी बयान पर दीपांकर ने कहा कि वह अव्यवहारिक रुख है। उन्होंने कहा कि अगर इस समय आपका यह रुख होता है कि भाजपा को हराने के लिए पहले तृणमूल कांग्रेस को हराना है तो केंद्र की भाजपा सरकार का विरोध करने का कोई औचित्य नहीं है। तो फिर हमें भाजपा का सभी राज्यों में आने का इंतजार करना चाहिए और तब फिर उसका विरोध करना चाहिए।

भाकपा माले महासचिव ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा सरकार वाम दलों और पूरे लोकतांत्रिक ढांचे के लिए बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा क पश्चिम बंगाल की स्थिति में संदर्भ से अलग रह कर इस पर विचार नहीं किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में माकपा में भाजपा विरोधी आक्रमकता नहीं दिख रही है और इस समय वाम के उदय की जरूरत है। इसके लिए संघर्ष और जन आंदोलन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि माकपा लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने में विफल रही है।

मालूम हो कि हाल में माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने अपनी पार्टी के मुखपत्र गणशक्ति को दिए एक इंटरव्यू में भाजपा और तृणमूल दोनों को समान रूप से खतरनाक बताया था और कहा था कि राज्य में गैर तृणमूल व गैर भाजपा मोर्चे की जरूरत है। उन्होंने यह आशंका जतायी थी कि अन्यथा सत्ता विरोधी वोटों का धु्रवीकरण भाजपा के पक्ष में हो सकता है।

कांग्रेस से गठबंधन पर क्या बोले?

दीपांकर भट्टाचार्य ने पश्चिम बंगाल में कांग्रेस से वाम दलों के गठबंधन पर भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि माकपा अपनी राणनीतिक समझ से कांग्रेस से गठबंधन कर रही है। लेकिन इसमें कांग्रेस को अधिक लाभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में वाम की कीमत पर भाजपा का आधार बढ रहा है। बिहार में कांगे्रस के खराब चुनाव परिणाम का संकेत देते हुए उन्होंने कहा कि देश की पुरानी पार्टी को नेतृत्व नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में वाम कांग्रेस गठजोड़ में कांग्रेस पार्टी बड़े भाई की भूमिका में आने की कोशिश कर रही है, यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है, जब इस राज्य में एक दशक पहले तक वाम मोर्चा सरकार में रह चुकी है।

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