पहले 2 चरण में BJP के खस्ता-हाल से संघ को लगा जोर का झटका, आनन-फानन में RSS ने उठाए ये कदम
आरएसएस प्रमुख मोहन भगवत ने क्यों कहा - वर्ण-जाति व्यवस्था को पूरी तरह खत्म कर देना चाहिए
UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले दो चरणों के संकेत भाजपा ( BJP ) को डराने वाले हैं। यानि किसान असंतोष और मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण की वजह से पहले दो चरण में भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन बहुत खराब रहा है। इस बात से घबराकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ( RSS ) ने स्वयंसेवकों को तत्काल प्रभाव से सक्रिय होने के निर्देश दिए हैं। यूपी चुनाव में भाजपा के खस्ता-हाल प्रदर्शन को स्वयं संघ प्रमुख ( RSS Chief ) ने ही खुलासा किया है।
आरएसएस प्रूमुख मोहन भागवत ( RSS Chief Mohan Bhagwat ) ने माना है कि अगर यही हाल रहा तो भाजपा ( BJP ) की नैया डूब सकती है। जानकारी के मुताबिक 14 फरवरी को दूसरे चरण की वोटिंग के बीच ही मोहन भागवत ( Mohan Bhagwat ) ने यूपी के संघ पदाधिकारियों के साथ हुई एक वर्चुअल बैठक में साफ कहा कि 'आईबी की रिपोर्ट ( IB Report ) बताती है कि पहले चरण में भाजपा को को काफी नुकसान हुआ है। दूसरे चरण में हालत भी अच्छे नहीं हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने संघ पदाधिकारियों से आरएसएस ( RSS ) काडर को तत्काल प्रभाव से सक्रिय करने का आदेश किदए हैं।
इस बात की जानकारी आरएसएस के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता ने मोहन भागवत ( Mohan Bhagwat ) के हवाले से साझा की है। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने स्पष्ट कर दिया है कि पहले दोनों चरणों में भाजपा की स्थिति नाजुक है। पहले चरण में भाजपा को मात्र 17 सीटें मिलने की संभावना है। जबकि दूसरे चरण में भी हालत खराब रही है।
बता दें कि पहले चरण के लिए 10 फरवरी को वेस्ट यूपी में 58 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ था। 2017 के चुनाव में बीजेपी ने इनमें से 53 सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन आईबी रिपोर्ट ( IB report ) के आधार पर संघ का आंकलन इस बार मात्र 17 सीटों तक ही सीमित है। दूसरे चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश और रूहेलखंड की 55 सीटों पर 14 फरवरी को मतदान हुआ है। 2017 में बीजेपी ने इनमें से 38 सीटें जीती थीं, लेकिन संघ का आंकलन है कि इस बार बीजेपी आधी सीटें भी हासिल नहीं कर पाएगी।
हालांकि, इसमें कोई चकित होने की बात नहीं है। ऐसा इसलिए कि भाजपा के नेताओं को इस बात का अहसास था कि इस बार सीटें कम होने के आसार ज्यादा हैं। लेकिन संघ प्रमुख ( RSS Chief ) के साथ हुई बैठक में जो अनुमान निकलकर आए हैं उससे पार्टी नेता भौचक्के हैं। उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि पार्टी की हालत इतनी खराब कैसे हो गई है।
आरएसएस के कार्यकर्ता का कहना है कि हिजाब विवाद ने मुस्लिम मतदाताओं को एकजुट कर दिया है। वे बड़ी संख्या में वोट डालने के लिए निकल रहे हैं। खासतौर से दूसरे चरण में यह असर स्पष्ट रूप से देखा गया है। दूसरी तरफ हिंदू खामोश बैठा हुआ है। यही वजह है कि पहले दो चरण में भाजपा का बहुत बड़ा नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है।
संघ के एक अन्य नेता की बात मानें तो यह एक और टूलकिट विवाद जैसा हो सकता है। उक्त कार्यकर्ता ने बताया है कि भाजपा का भविष्य अब जनका और उनके सुविचार पर निर्भर है।
UP Election 2022 : फिलहाल, पहले दो चरणों के आंकलन के बाद संघ कार्यकर्ताओं को सभी क्षेत्रों में निकलने और हिंदुओं को भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए घरों से निकलने के लिए प्रेरित करने का निर्देश मिला है। एक संघ प्रचारक ने कहा कि कि अगर योगी 2022 का चुनाव हारते हैं तो मोदी भी 2024 का चुनाव हार सकते हैं। संघ के इस आदेश के बाद पदाधिकारी और कार्यकर्ता अब घर-घर जाकर छोटी-छोटी बैठकें कर लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करने में जुट गए हैं। साथ ही हिंदुओं से राष्ट्र हित में घर से बाहर निकल वोट डालने के लिए कह रहे हैं।