Murshidabad Crime News : घर लौट रहे टीएमसी नेता की हत्या, हिंसा और आगजनी के बाद बिगड़े हालात
मुर्शिदाबाद में टीएमसी लीडर टैगोर की हत्या के बाद स्थिति तनावपूर्ण, सुरक्षा बल तैनात।
Murshidabad Crime News : पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) में राजनीतिक और पुरानी रंजिश की वजह से हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। अब मुर्शिदाबाद ( Murshidabad ) में एक टीएमसी नेता की घर लौटते वक्त हत्या कर दी गई है। कुछ गुंडों ने उस समय नेता पर हमला कर दिया जब वे अपने घर की ओर लौट रहे थे। इससे पहले पूर्व बर्दवान जिले स्थित मंगलकोट थाना के लकुरिया में टीएमसी अध्यक्ष असीम दास और 15 अक्टूबर को मुर्शिदाबाद में ही आरएसएस कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या करने का मामला सामने आया था।
पार्टी के काम से गए थे बबला गांव
ताजा मामले में मुर्शिदाबाद ( Murshidabad Crime News ) में शनिवार रात को टीएमसी नेता टैगोर ( TMC Leader Tagore ) की हत्या कर दी गई। इस अपराध को मुर्शिदाबाद के बहारा गांव में अंजाम दिया गया। टैगोर पार्टी के काम से शनिवार रात को बबला गांव गए थे। वहां से जब वे वापस लौट रहे थे, तब कुछ गुंडों ने उनका रास्ता रोक लिया और नुकीले हथियारों से हमला किया। गुंडों के हमले में वो गंभीर रूप से घायल हो गए।
टीएमसी ( TMC ) नेता को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन उन्होंने वहां पहुंचने से पहले ही अपना दम तोड़ दिया। अभी तक इस हमले की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है और पुलिस द्वारा किसी को गिरफ्तार भी नहीं किया गया है। लेकिन इस हत्या के बाद से ही इलाके में माहौल काफी तनावपूर्ण हैं। टीएमसी नेता की हत्या वाली बात क्षेत्र में फैली, समर्थकों द्वारा कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया। स्थिति को बिगड़ता देख भारी संख्या में फोर्स ( Forces deployed ) को तैनात कर दिया गया है।
टैगोर की पत्नी भी TMC नेता
गुंडों के हमले में मारे गए मृतक टैगोर टीएमसी के लिए लंबे समय से काम कर रहे थे। उनकी पत्नी रूपाली बीबी भी टीएमसी की ही सदस्य हैं। वह पंचायत स्तर पर काम कर रही हैं। कुछ गुंडों ने उनके पति की हत्या कर दी है और पूरे क्षेत्र का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। 2 सप्ताह पूर्व इटाहार में बीजेपी नेता की भी हत्या कर दी गई थी। बीजेपी ने उस हत्या का जिम्मेदार टीएमसी को बताया था लेकिन टैगोर के मामले में अभी तक कोई राजनीतिक एंगल सामने नहीं आया है।
वहीं 15 अक्टूबर को मुर्शिदाबाद में रहने वाले आरएसएस कार्यकर्ता, उनकी गर्भवती पत्नी ब्यूटी और आठ साल के बेटे अंगन आठ अक्तूबर को जियागंज में स्थित अपने घर पर मृत मिले थे। घटना को तब अंजाम दिया गया जब दुर्गा पूजा का उत्सव चल रहा था। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी उत्पल बेहरा को गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में दो बीमा पॉलिसी के पैसे को लेकर विवाद सामने आया था। जबकि बीजेपी के नेताओं का कहना था कि मृतक शिक्षक के आरएसएस से जुड़े होने की वजह से राज्य में इसे लेकर सियासत हो रही थी। मामले को लेकर राज्यपाल ने जहां रिपोर्ट तलब की वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने पुलिस को पत्र लिखकर शीघ्र और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने को कहा था।