Purnia News : बिहार में मैकेनिकल इंजीनियर ने फर्जी आदेश दिखाकर बेच डाला रेल इंजन, ऐसे हुआ खुलासा
(इंजीनियर राजीव रंजन झा ने बेच डाला रेलवे का स्टीम इंजन)
Purnia News : बिहार के समस्तीपुर लोको डीजल शेड के एक इंजीनियर ने पूर्णिया कोर्ट स्टेशन (Purnia Court Station) के पास खड़ी एक स्टीम इंजन (छोटी लाइन का पुराना वाष्प इंजन) स्क्रैप माफिया को बेच डाला। इसके लिए इंजीनियर ने डिवीजन मैकेनिकल इंजीनियर (डीएमई) का फर्जी कार्यालय आदेश दिखाया। यह पूरा मामला उजागर न हो इसके लिए उसने डीजल शेट पोस्ट पर कार्यरत एक दरोगा की मिलीभगत से शेड के आवक रजिस्टर पर एक पिकअप वैन का प्रवेश करने संबंधी एंट्री भी करवा दी लेकिन ऑन ड्यूटी सिपाही संगीता कुमारी की रिपोर्ट पर जांच शुरू हुई तो मामले का खुलासा हो गया।
खबरों के मुताबिक इस मामले में पूर्णिया कोर्ट स्थित आरपीएफ (RPF) के दरोगा एमएम रहमान के बयान पर मंडल के बनमनकी पोस्ट पर रविवार दरे शाम एफआईआर दर्ज की गई। इसमें इंजीनियर राजीव रंजन झा (Rajiv Ranjan Jha), हेल्पर सुशील यादव समेत सात लोगों को आरोपी बनाया गया है।
वहीं डीआरएम (DRM) आलोक अग्रवाल के आदेश पर इंजीनियर और हेल्पर के अलावा डीजल शेट पोस्ट पर तैनात दरोगा वीरेंद्र द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मामला सामने आने के बाद फरार चल रहे इंजीनियर आरआर झा की गिरफ्तारी के लिए आरपीएफ की टीम छापेमारी कर रही है।
क्या है पूरा मामला
सोमवार 14 दिसंबर को समस्तीपुर डीजल शेड के इंजीनियर राजीव रंजन झा, हेल्पर सुशील यादव के साथ पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के पास वर्षों से खड़े पुराने स्टीम इंजन को गैस कटर से कटवा रहे थे। पूर्णिया आउट पोस्ट के प्रभारी एमएम रहमान आर ने रोका तो इंजीनियर ने डीजल शेड के डीएमई का पत्र दिखाते हुए आरपीएफ को लिखित रूप से मेमो दिया कि इंजन का स्क्रैप वापस डीजल शेड ले जाना है। अगले दिन सिपाही संगीता ने स्क्रैप लोड पिकअप के प्रवेश की एंट्री देखी लेकिन स्क्रैप था ही नहीं। संगीता ने इसकी जानकारी अधिकारियों को दी।
वहीं आरपीएफ ने डीएमई से जब पूछताछ की कि तो उन्होंने बताया कि इंजन का स्क्रैप लाने के लिए डीजल शेड से कोई आदेश जारी नहीं हुआ। सिपाही संगीता की सूचना के बाद स्क्रैप की खोज शुरू हुई।
इस मामले को लेकर मंडल सुरक्षा आयुक्त एके लाल ने बताया कि एमएम रहमान ने डीजल शेड से जारी पत्र के बारे में जांच शुरू की तो शेड के डीएमई ने इस तरह का कोई भी पत्र कार्यालय से जारी करने की बात से इनकार कर दिया। दो दिनों तक कोज के बाद भी कहीं स्क्रैप लोड वाहन की जानकारी नहीं मिली। फिर इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई।
समस्तीपुर रेल मंडल के डीआरएप आलोक अग्रवाल ने कहा कि पूरी मामले की जांच शुरू कर दी गई है। तत्काल डीजल शेड के दो कर्मी और एक आरपीएफ दरोगा को निलंबित किया गया है।