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Kashmir Target Killing: सत्यपाल मलिक ने कहा- "मेरे राज्यपाल रहते श्रीनगर के 50-100 किलोमीटर की सीमा में घुसते नहीं थे आतंकी"

Janjwar Desk
18 Oct 2021 11:43 AM GMT
Kashmir Target Killing: सत्यपाल मलिक ने कहा- मेरे राज्यपाल रहते श्रीनगर के 50-100 किलोमीटर की सीमा में घुसते नहीं थे आतंकी
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pic credit: Google

राजस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि जब वे कश्मीर के राज्यपाल थे तो श्रीनगर के 50 किलोमीटर के दायरे में कोई घुसने की हिम्मत नहीं करता था...

Kashmir Target Killing(जनज्वार): कश्मीर में हिन्दूओं की खुलेआम हत्या से पूरे देश का राजनीतिक में उबाल आ गया है। तमाम विपक्ष के पार्टी और नेता भाजपा सरकार को इस मुद्दे पर घेरने में लगी है। विपक्ष के साथ साथ अब बीजेपी के अपने खेमे के लोग भी सरकार की नीति पर सवाल उठाने लगे हैं। घाटी में गैर कश्मीरी लोगों की हत्या को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकार से सवाल करने के बाद अब मेघालय के राज्यपाल और जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी की है। राजस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि जब वे कश्मीर के राज्यपाल थे तो श्रीनगर के 50 किलोमीटर के दायरे में कोई घुसने की हिम्मत नहीं करता था। अब खुलेआम लोगों की हत्याएं हो रही हैं।

बता दें कि रविवार, 17 अक्टूबर को राजस्थान के झुंझनूं में एक कार्यक्रम में मेघायल के राज्यपाल सत्यपाल मलिक शिरकत करने पहुंचे थे। यहां मीडिया से बातचीत करते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि, 'जब मैं जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल था, तब वहां आंतकवाद काफी हद तक नियंत्रण में था। आंतकवादी श्रीनगर के 50-100 किलोमीटर के दायरे में अंदर घुसने की हिम्मत भी नहीं करते थे।' उन्होंने कहा कि, 'उस वक्त कश्मीर में पत्थरबाजी पूरी तरह नियंत्रण में थी। आंतकवादियों की भर्ती नहीं हो रही थी। अब आतंकवादी लोगों को खुलेआम मार रहे हैं, हत्याएं हो रही है। अब श्रीनगर में घुसकर भी गरीब लोगों को मार रहे हैं।'

सत्यपाल मलिक ने आगे कहा, 'मैंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल से बात की है और हाल ही में कश्मीर में हुई हत्याओं पर चिंता जताई है। साफ है कि कुछ लोग जम्मू-कश्मीर में बाहर से काम करने गए लोगों को निशाना बना रहे हैं। हमें उम्मीद है कि जम्मू-कश्मीर में प्रवासियों की सुरक्षा के लिए जल्द उपाय किए जाएंगे।'

उल्लेखनीय है कि इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कश्मीर में बिहार के दो मजदूरों की गोली मारकर हुई हत्या पर दुख व्यक्त किया था। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। कुलगाम की घटना से सबको तकलीफ हुई है। नीतीश कुमार ने कहा कि देश का कोई भी व्यक्ति कहीं भी काम कर सकता है।

बता दें कि जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से आतंकी घटनाओं में तेजी देखी जा रही हैं। आतंकवादी पिछले कुछ दिनों से आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। इनमें अन्य राज्यों से काम करने कश्मीर गए लोगों की संख्या अधिक है। इन घटनाओं को लेकर मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए।

बीते रविवार, 17 अक्टूबर की शाम में आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में एक घर में घुसकर दो श्रमिकों की गोली मारकर हत्या कर दी। इन हमलों को देखते हुए पुलिस ने राज्य के सभी जिला पुलिस प्रमुखों को जारी किए एक आदेश में कहा है कि जो भी मजदूर गैर-स्थानीय हैं, उन्हें तुरंत नजदीकी पुलिस और सेना के कैंपों में लाया जाए। वहीं जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकियों को चेतावनी दी है कि मारे जा रहे बेगुनाह लोगों के खून का बदला लिया जाएगा।



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