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Roopali Dixit UP Election 2022 : लंदन से पढ़ाई...दुबई में नौकरी.. अब सपा के टिकट पर चुनावी मैदान में बाहुबली की बेटी, खूब हो रही चर्चा
(फतेहाबाद सीट से सपा की उम्मीदवार रूपाली दीक्षित)
Roopali Dixit UP Election 2022 : समाजवादी पार्टी की ओर से फतेहाबाद विधानसभा सीट पर उम्मीदवार रूपाली दीक्षित (Roopali Dixit) इन दिनों काफी चर्चाओं में हैं। वह आगरा के बाहुबली रहे अशोक दीक्षित (Ashok Dixit) की बेटी हैं। रूपाली ने लंदन से पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने दुबई की बहुराष्ट्रीय कंपनी में नौकरी की और अब उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) फतेहाबाद से सियासी मैदान में हैं।
रूपाली से पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने फतेहाबाद सीट से राजेश कुमार शर्मा को उम्मीदवार बनाया था लेकिन छत्तीस घंटे बाद ही रूपाली को आधिकारिक उम्मीदवार घोषित किया गया। रूपाली के पिता समेत उनके परिवार के चार लोग इस समय हत्या के एक मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। परिवार के चार लोगों को सजा मिलने के बाद ही वह फतेहाबाद लौट आईं और अब फतेहाबाद सीट से ताल ठोक रही हैं।
साल 2015 में एक टीचर सुमन यादव (Suman Yadav Murder Case) की हत्या के मामले में अशोक दीक्षित (75 वर्षीय) को दोषी ठहराया गया था। यह हत्याकांड साल 2007 में हुआ था। इसमें दीक्षित परिवार के तीन लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।
रूपाली दीक्षित ने साल 2009 में पुणे के सिम्बायसिस इंस्टीट्यूट से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद वह साल 2009 में इंग्लैंड चली गईं थी। वहां कार्डिफ यूनिवर्सिटी से उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन किया और दुबई में उनकी अच्छी नौकरी भी लग गई थी। लेकिन साल 2016 में परिवार पर संकट आने के बाद वह घर वापस लौट आईं।
रूपाली बताती हैं कि मेरे पिता ने मुझसे बात की थी और कहा कि परिवार को मेरी जरूरत है। तब मैं दुबई की एक कंपनी में वरिष्ठ कार्यकारी के रूप में काम कर रही थीं। मैंने उसके तुरंत बाद इस्तीफा दिया और देश लौट आईं।
रूपाली के मुताबिक सुमन यादव हत्याकांड के बाद उन्होंने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की। रुपाली कहती हैं कि इस केस की कानूनी बारीकियां समझने के लिए उन्होंने कानून की पढ़ाई शुरू की। कानून की डिग्री लेने के बाद ही वह सामाजिक-राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने लगीं और अब सपा ने फतेहाबाद सीट से उम्मीदवार बनाया है। रूपाली कहती हैं कि फतेहाबाद सीट पर व्याप्त जातिगत आंकड़ों को भी मैं बदल दूंगी और अपनी जीत दर्ज करूंगी।
रूपाली के पिता अशोक दीक्षित तीन बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन तीनों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद अशोक दीक्षित को सुमन यादव हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा मिली। साल 2015 से वह जेल में आजीन कारावास की सजा काट रहे हैं और इस समय बरेली सेंट्रल जेल में हैं। रूपाली 2017 तक भाजपा में रहीं लेकिन अब 2022 चुनाव में वह सपा उम्मीदवार के रूप में मैदान में है।