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बहन को याद कर कांग्रेस प्रत्याशी नेहा तिवारी के छलके आंसू, बोलीं- हम गरीब ब्राह्मण इसलिए हो रहा अन्याय
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कानपुर की कल्याणपुर विधानसभा (Kalyanpur Assembly) से कांग्रेस ने बिकरू कांड की बेगुनाह बच्ची खुशी दुबे की बहन को प्रत्याशी बनाया है। बता दें कांग्रेस ने पहले खुशी की मां गायत्री को टिकट आवंटित किया था, लेकिन उनके साथ खेल करते हुए वोटर लिस्ट से नाम गायब करवा दिया गया। जिसके बाद गायत्री की बड़ी बेटी नेहा तिवारी (Neha tiwari) मां के बदले मैदान में उतरी हैं।
आज कांग्रेस प्रत्याशी नेहा तिवारी के समर्थन में कई ब्राह्मण संगठन सामने आए हैं। राष्ट्रीय समानता मोर्चा, अनारक्षित समाज पार्टी, भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा, मैं ब्राम्हण हूँ जैसी पार्टियों और संगठनों ने नेहा तिवारी के समर्थन ने प्रेस वार्ता की। प्रेस वार्ता में शामिल नेताओं ने कहा कि बिकरु कांड में ब्राह्मण होने के चलते खुशी दुबे (Khushi Dubey) के साथ अन्याय किया गया है।
संगठनों ने कहा कि, बेकसूर होने के बाद भी 2 साल से वह जेल में है। कांग्रेस पार्टी ने खुशी दुबे की बहन नेहा तिवारी (Neha Tiwari) को कल्याणपुर विधानसभा से टिकट दिया है। सभी ब्राह्मण संगठन व कुछ राजनीतिक दल नेहा तिवारी को तन मन धन से चुनाव लड़ाएंगे। ताकि खुशी दुबे के साथ हुए अन्याय का बदला सरकार से लिया जा सके। बता दें कि बिकरु कांड में मारे गए अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को भी पुलिस ने मुजरिम बनाया है। जबकि चंद दिन पहले ही अमर और खुशी दुबे की शादी हुई थी।
खुशी दुबे के साथ हुए अन्याय को मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस पार्टी ने खुशी दुबे की बहन नेहा तिवारी को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है। नेहा तिवारी के पक्ष में आज एक प्रेस वार्ता कर ब्राह्मण संगठनों व कुछ राजनीतिक दलों में अपना समर्थन देने का वचन दिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजेश कुमार अग्निहोत्री, नरेश चन्द्र त्रिपाठी, दुर्गेश मणि त्रिपाठी, बी पोद्दार समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
प्रेस वार्ता के दौरान बात करते हुए खुशी की बहन नेहा तिवारी की आंखों से आंसू छलक पड़े। उन्होने कहा कि वह एक गरीब ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखती हैं। बहन को तीन दिन ही शादी को हुए थे। उसे जेल में डाल दिया गया। आखिर उसका गुनाह क्या था, क्या उसने गोली चलाई, क्या उसने किसी को धमकाया। लेकिन किसी ने उसकी एक बात भी नहीं सुनी। खुशी जेल में जिंदगी और मौत से लड़ रही है। लेकिन मुझे लगता है कि यह सरकार किसी अज्ञात डर से खौफजदा है जिसके चलते उसे छोड़ा नहीं जा रहा है।