Sri Lanka Crisis : जन असंतोष के सामने झुके राष्ट्रपति गोटवाया राजपक्षे, आपातकाल हटाने का किया ऐलान
Sri Lanka Crisis : पिछले पांच दिनों से श्रीलंका ( Sri Lanka ) में जारी विरोध प्रदर्शन ( Protest ) के सामने राष्ट्रपति गोटवाया राजपक्षे ( President Gotwaya Rajapaksha ) को झुकना पड़ा। उन्होंने भारी जन असंतोष को देखते हुए बीती रात आर्थिक आपातकाल ( Economic Emergency ) को हटाने का ऐलान कर दिया। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने 1 अप्रैल को आपातकाल ( Emergency ) लगा दिया था।
श्रीलंका में आर्थिक संकट से जुड़ी 10 प्रमुख बातें
1. श्रीलंका के राष्ट्रपति राजपक्षे ने आर्थिक आपातकालीन अध्यादेश ( Economic Emergency ) पांच अप्रैल की मध्यरात्रि को हटाने का ऐलान किया। इससे पहले सोमवार को उन्होंने अपने मंत्रिमंडली को भंग कर दिया था। फिलहाल, देश में महंगाई चरम पर है और अशांति की स्थिति है।
2. श्रीलंका में जारी भीषण आर्थिक संकट ( Financial Crisis) के बीच लोग राष्ट्रपति से पद छोड़ने की मांग कर रहे हैं। राष्ट्रपति राजपक्षे (Gotwaya Rajpaksha ) ने विपक्ष की मांग पर पद छोड़ने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। शांति भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का ऐलान किया है। दूसरी तरफ उन्होंने संसद में 113 सदस्यों का बहुमत साबित करने वाले किसी भी दल को सत्ता सौंपने के संकेत भी दिए हैं। वहीं नवनियुक्त वित्त मंत्री अली साबरी ने दूसरे ही दिन इस्तीफा दे दिया।
3. श्रीलंका ( Shri lanka ) में लोग भोजन, ईंधन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी से जूझ रहे हैं। सथ ही रिकॉर्ड मुद्रास्फीति और बिजली की भारी कटौती चरम पर है। वहीं 1948 में ब्रिटेन से स्वतंत्रता के बाद से देश सबसे दर्दनाक मंदी से गुजर रहा है।
4. नाराज प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति सहित सरकार के अन्य हस्तियों के घरों में घुसने का प्रयास किया। मंगलवार को सरकार के खिलाफ छात्रों को बारिश के बीच पीएम आवास की ओर मार्च करते देखा गया।
5. श्रीलंका में सरकार के पास 225 सदस्यीय सदन में बहुमत से पांच कम सदस्यों का समर्थन हासिल है। अभी इस बात के संकेत नहीं मिले हैं कि विधायक अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे या नहीं। फिलहाल, विधायक राजपक्षे पर इस्तीफा देने का दबाव बना रहे हैं।
6. आपातकाल ( Sri lanka Emergency ) हटाने की घोषणा के बाद भी श्रीलंका में जोरदार प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों के वाहनों में आग लगा दी है, जिसका जवाब पुलिस द्वारा रबर की गोलियां और आंसू गैस के गोले दागकर दिया जा रहा है।
7. श्रीलंका में कोलंबों में पादरियों और न नों ने सरकार के खिलाफ मार्च निकाला। इस बीच प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि हम शांति प्रिय लोग हैं, लेकिन इसे राजपक्षे सरकार के लोग भ्रष्टाचार द्वारा अपमानित करने का काम कर रहे हैं।
8. श्रीलंका के केंद्रीय बैंक के पूर्व अधिकारी नंदलाल वीरसिंघे सात अप्रैल को केंद्रीय बैंक गवर्नर का पद संभालेंगे। आर्थिक आर्थिक संकट के बीच अजित निवार्ड काबराल ने सोमवार को गवर्नर पद से इस्तीफा दे दिया था।
9. श्रीलंका में विदेशी मुद्रा की कमी के कारण ईंधन और रसोई गैस जैसे आवश्यक सामानों की कमी हो गई है। बिजली कटौती 13 घंटे तक जारी है।
10. राष्ट्रपति गोटवाया राजपक्षे ने अपनी सरकार के कार्यों का बचाव करते हुए कहा कि विदेशी मुद्रा संकट उनका नहीं था। यह कोरोना महामारी की वजह से उत्पन्न हुई संकट है।