Adani-Ambani : अडानी रोज कमा रहे 1002 करोड़, मोदीराज में रॉकेट की रफ्तार से बढ़ एक साल में साढ़े तीन गुनी हो गई संपत्ति
Adani- Ambani Property : (जनज्वार)। देश और दुनिया में पिछले लगभग डेढ़ साल से कोरोना महामारी (Covid Pandemic) के प्रकोप की वजह से भयंकर मंदी का दौर चल रहा है लेकिन मल्टी मिलेनियर उद्योगपति (Multi millenier Industrialist) गौतम अडानी और मुकेश अंबानी पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है। खासकर गौतम अडानी की संपत्ति बीते एक साल में रॉकेट की रफ्तार से बढ़ी है। यही नहीं बल्कि, गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी भी एशिया के टॉप टेन अमीरों की सूची में शामिल हो गए हैं।
संपत्ति बढ़ने और रोज की कमाई के मामले में उन्होंने अन्य उद्योगपतियों को मीलों पीछे छोड़ दिया है। महज एक साल में गौतम अडानी (Gautam Adani) की संपत्ति साढ़े तीन गुनी से भी ज्यादा बढ़ गई है
यहां तक कि रोज की कमाई के मामले में मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) भी उनसे कई गुना पीछे हो गए हैं। इसके साथ ही अडानी दो पायदान ऊपर चढ़कर एशिया के सबसे ज्यादा अमीरों की सूची में दूसरे नम्बर पर पहुंच गए हैं।
पिछले एक साल कमाई के मामले में अडाणी ग्रुप के मालिक गौतम अडानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन मुकेश अंबानी को भी पीछे छोड़ दिया है। IIFL वेल्थ हुरून इंडिया की रिच लिस्ट 2021 के मुताबिक पिछले एक साल में मुकेश अंबानी की रोजाना कमाई का आंकड़ा 163 करोड़ रुपये था।
जबकि इसी दौरान गौतम अडानी रोज 1002 करोड़ रुपये कमा रहे थे। यही नहीं बल्कि, 5,05,900 करोड़ रुपये के नेटवर्थ (Networth) के साथ गौतम अडानी ग्रुप IIFL वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2021 में दो पायदान चढ़कर अब दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। अडानी ग्रुप (Adani Group) का संयुक्त बाजार पूंजीकरण 9 लाख करोड़ रुपये है। समूह के अडानी पावर को छोड़कर सभी लिस्टेड कंपनियों का मूल्य एक लाख करोड़ रुपये से अधिक है।
IIFL वेल्थ हुरून इंडिया की रिच लिस्ट 2021 में मुकेश अंबानी एशिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन हैं। वहीं अडाणी ग्रुप के मालिक गौतम अडानी एशिया के दूसरे सबसे अमीर बिजनेसमैन बन गए हैं। गौतम अडानी की इस समय कुल संपत्ति 5,05,900 करोड़ रुपये आंकी गई है। जबकि मुकेश अंबानी की संपत्ति करीब 7.18 लाख करोड़ रुपये है।
पिछले कुछ समय से अडाणी के शेयर्स की कीमतें ऊपर जाने लगी हैं। अडाणी ने अब तक दूसरे नंबर पर रहे चीन (China) के झोंग शनशान को पीछे छोड़ा है। यह पहली बार हुआ है जब गौतम अडाणी और दुबई में रहने वाले उनके भाई विनोद अडाणी (Vinod Adani) दोनों IIFL वेल्थ हुरून इंडिया रिच लिस्ट में एक साथ टॉप 10 में आए हैं। उनके भाई एशिया में 8वें नंबर के सबसे अमीर बिजनेसमैन हैं। वे पहले 12वें नंबर पर थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, विनोद अडाणी की संपत्ति 1.31 लाख करोड़ रुपए है। एक साल में उनकी संपत्ति में 21% का इजाफा हुआ है। IT कंपनी HCL टेक के शिव नाडार (Shiv Nadar ) और उनकी परिवार की संपत्ति एक साल में 67% बढ़ी है। उनकी संपत्ति 2.36 लाख करोड़ रुपए है। उनकी रैंकिंग पिछले साल के ही बराबर है। वे तीसरे नंबर पर हैं। SP हिंदुजा परिवार की संपत्ति 2.30 लाख करोड़ रुपए है। उनकी संपत्ति 53% बढ़ी है।
Hurun India Rich List 2021 के एमडी और चीफ रिसर्चर अनस रहमान जुनैद ने कहा, गौतम अडानी एक नहीं, बल्कि पांच 1 लाख करोड़ रुपये की कंपनियां बनाने वाले एकमात्र भारतीय हैं। इसके अलावा, एचसीएल के शिव नादर ने एचसीएल लिमिटेड के रूप में तीसरी रैंक बरकरार रखी है। इसके साथ उनकी संपत्ति 2,36,600 करोड़ रुपये हो गई है।
IIFL की लिस्ट के मुताबिक, भारत में 1,000 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति वाले 1,000 से अधिक अमीर हैं। Hurun India ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। IIFL Wealth Hurun India Rich List 2021 के मुताबिक, 119 शहरों में 1,007 व्यक्तियों के पास 1,000 करोड़ रुपये की कीमत का नेट वर्थ है।
बता दें कि इस लिस्ट के अनुसार एक साल पहले गौतम अडानी की संपत्ति 1,40,200 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 5,05,900 करोड़ रुपये हो गई है। यानि महज एक साल में उनकी संपत्ति साढ़े तीन गुनी से भी ज्यादा बढ़ गई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने इस साल फिर से IIFL वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2021 में टॉप किया है। इनकी कुल संपत्ति एक साल में करीब 9 फीसदी बढ़ी है।
बता दें कि हाल ही में अडाणी ग्रुप ने क्लीन एनर्जी से जुड़ी टेक्नोलॉजी पर अगले 10 साल में 20 अरब डॉलर (1.47 लाख करोड़ रुपए) से ज्यादा का निवेश करने का ऐलान किया है। ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने कहा है कि यह निवेश इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने में किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ग्रुप की ग्रीन हाइड्रोजन प्रॉडक्शन में एंट्री करने, सभी डेटा सेंटर को रिन्यूएबल एनर्जी से पावर देने और अपने पोर्ट को 2025 तक नेट कार्बन जीरो बनाने की योजना है।