Kisan Mahapanchayat : राकेश टिकैत ने योगी को ललकारा 'हम आ रहे हैं लखनऊ जो करना है वो कर लें'
राकेश टिकैत हुए हमलावर, बोले- ईमानदारी से परिणाम आए तो BJP को होगा काफी नुकसान
Kisan Mahapanchayat: उत्तर प्रदेश में विधानसभा (UP Assembly Election 2022) चुनावी माहौल के बीच कृषि कानूनों का विरोध कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने राजधानी लखनऊ में किसान महापंचायत करने का निर्णय लिया है। यूपी में किसान महापंचायत को लेकर किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने बताया कि आसपास के कई राज्यों से किसान उत्तर प्रदेश आएंगे। महापंचायत को लेकर राकेश टिकैत ने एक वरिष्ठ पत्रकार को बताया कि उन्होंने सरकार से अनुमति नहीं ली है, उन्होंने सिर्फ सूचित किया है।
बता दें कि 22 नवंबर को भारतीय किसान संघ (BKU) ने यूपी की राजधानी लखनऊ में महापंचायत आयोजित करने का ऐलान किया है। इसको लेकर जब एक वरिष्ठ पत्रकार ने किसान नेता राकेश टिकैत से पूछा कि क्या उन्होंने 22 नवंबर को होने वाली महापंचायत की अनुमति सरकार से ली है। तो उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता, हमने महापंचायत की अनुमति तो नहीं ली। राकेश टिकैत ने कहा कि हम फिछले 35 सालों से सिर्फ सूचित करते हैं और इस बार भी वहीं किया है। हम परंपराओं को नहीं तोड़ते हैं।
राकेश टिकैत ने कहा कि लखनऊ में आयोजित महापंचायत रेलवे स्टेशन के नजदीक इको गार्डन (Eco Garden) में होगी। इसमें अन्य राज्यों से बहुत सारे किसान आएंगे। नजदीक और आसपास के ज्यादा लोग आएंगे। टिकैत ने बताया कि किसान महापंचायत में बाहर और दूर के लोग ट्रेनों से आएंगे। किसान महापंचायत में कई सारे किसान नेता भी शामिल होंगे। राकेश टिकैत से जब पत्रकार ने पूछा कि अगर आपको अनुमति नहीं मिलेगी तो आप क्या करेंगे। इसपर टिकैत ने जवाब दिया कि अनुमति तब मिलेगी जब हमने चिट्ठी दिया होगा। हम सिर्फ सूचित करने का काम करते हैं।
बीजेपी के पोस्टर पर टिकैत का पलटवार
भाजपा की तरफ से जारी एक कार्टून में बक्कल तारने की बात पर किसान संघ के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि 'हम आ रहे हैं जो करना है वो कर लें।'
बता दें कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश भाजपा द्वारा जारी एक कार्टून जारी किया गया था जिसमें लिखा था कि, "सुना लखनऊ जा रहे हो तुम, किमें पंगा न लिए भाई… योगी बैठ्या है बक्कल तार दिया करे और पोस्टर भी लगवा दिया करे।" पोस्टर पर राकेश टिकैत की तरह दिखने वाले एक चेहरे को भी दर्शाया गया था। बक्कल तारने वाले सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि, "हम 22 तारीख को लखनऊ आ रहे। गलतफ़हमी मत पाले। जो तैयारी उनको करनी है, वो कर लें।"
खीरी हिंसा का मुद्दा उठाएंगे किसान
राकेश टिकैत ने पिछले दिनों हुए लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि, "हम लखनऊ में मीटिंग करने जा रहे हैं। सरकार ने लखीमपुर खीरी में जो वादा किया था वह पूरा नहीं हुआ। अजय मिश्र टेनी अब भी गिरफ्तार नहीं हुआ और घायलों को पैसा नहीं मिला।"
गौरतलब है कि दिल्ली के गाजीपुर और सिंधु बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को 11 महीने से भी अधिक का समय हो चुका है। तीन कृषि कानून के खिलाफ विरोध को इतने महीने बीत जाने के बावजूद सरकार और किसानों के बीच कोई समाधान नहीं निकल पाया है। आंदोलनकारी किसान केंद्र सरकार द्वारा तीनों कानूनों की वापसी की मांग पर डटे हुए हैं। हालांकि कृषि मंत्री ने साफ कर दिया है कि तीनों कृषि कानून रद्द करने पर कोई बातचीत नहीं होगी।