राजद की हार पर बरसे तेजप्रताप यादव, कहा - मेरी सुन लेते तो नहीं होती हार, जिम्मेदार नेता दें इस्तीफा
राजद की हार पर भड़के तेज प्रताप यादव। पार्टी नेतृत्व से की जिम्मेदार नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाने की मांग।
नई दिल्ली। बिहार ( Bihar ) में दो सीटों पर संपन्न उपचुनाव ( By Election 2021 ) में से कुशेश्वरस्थान का चुनाव परिणाम आ गया है। इस सीट पर जदयू को जीत मिली है। तारापुर सीट पर जदयू और राजद के बीच कांटें की टक्कर जारी है। राजद को इस सीट पर जीत की उम्मीद है। कुशेश्वरस्थान सीट पर राजद की हार की सूचना मिलते ही नाराज लालू यादव ( Lalu Yadav ) के बड़े बेटे तेजप्रताप ( Tej Pratap Yadav ) खुलकर सामने आ गया हैं। उन्होंने कहा है कि टिकट देते समय मेरी सुन लेते तो नहीं होती हार।
कुशेश्वरस्थान से पार्टी की हार के लिए उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, वरिष्ठ नेता और लालू यादव के करीबी शिवानंद तिवारी, संजय यादव औऱ सुनील सिंह से इसकी जिम्मेदारी लेने और पद से इस्तीफा देने की मांग की है। साथ ही तेज प्रताप यादव ने जिम्मेदार नेताओं को हार के लिए जमकर खरीखोटी सुनाई है। उन्होंने कहा कि उनकी बात पार्टी ने नहीं मानी, तो उसका फल मिल गया।
नहीं मानी, मिलकर चुनाव लड़ने की बात नहीं मारी
तेजप्रताप यादव ( Tej Pratap Yadav ) ने कहा कि हम शुरू से कह रहे थे कि राजद को कांग्रेस को साथ लेकर चलना चाहिए, लेकिन पार्टी के कुछ नेताओं का इसमें में अहम टकरा गया। अहम के इस टकराव ने सबकुछ गडबड़ कर दी। यही लोग तेजस्वी को लेकर कुशेश्वरस्थान गए। मेरे बीमार पिता को भी दोनों सीट पर चुनाव प्रचार कराने ले गए।
जगदानंद और शिवानंद तिवारी पर निकाली भड़ास
कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट का परिणाम जदयू के खाते में जाने के बाद सबसे पहले तेज प्रताप अपनी मां राबड़ी देवी से मिले। उसके बाद मीडिया को बताया कि जगदानंद सिंह, सुनील सिंह औऱ संजय यादव जैसे लोगों ने राजद को हरवाने का काम किया है। इन लोगों ने पार्टी को बर्बाद करने का काम किया है। इन्हीं की वजह से तेजस्वी यादव को हार का सामना करना पड़ा है। हमारे छोटे भाई को आज कितना दर्द हो रहा होगा वह हम भली भांति जानते हैं। जगदानंद सिंह जैसे लोग राजद को बर्बाद करने के लिए ही आए हैं। शिवानंद तिवारी उनके पिता लालू प्रसाद यादव के साथ भोजन कर रहे हैं। शिवानंद तिवारी जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करने का काम करते हैं।