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पूर्व सीएम मांझी का शराबियों को ज्ञान, कहा- DM-SP सब पीते हैं, आप भी रात में पियो, किसी को पता नहीं चलेगा

Janjwar Desk
16 Dec 2021 3:17 AM GMT
Bihar News : दो पैग शराब पीने से सेहत को नुक्सान नहीं होता, अच्छा लगता है, जीतनराम मांझी ने फिर उठाए शराबबंदी पर सवाल
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Bihar News : 'दो पैग शराब पीने से सेहत को नुक्सान नहीं होता, अच्छा लगता है', जीतनराम मांझी ने फिर उठाए शराबबंदी पर सवाल

Bihar News: पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार की शराबबंदी वाली नीति निशाना साधते हुए कहा कि डीएम-एसपी से लेकर विधायक और मंत्री सब पीते हैं। मांझी ने कहा कि "दवा के रूप में थोड़ी-थोड़ी शराब लेना गलत नहीं है।"

Bihar News: बिहार में शराबबंदी के कारण जहरीली शराब का कारोबार फल फूल रहा है। मिलावटी शराब के कारण आए दिन किसी न किसी जिले से लोगों की मौत की खबरे सामने आती हैं। सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) जहां बार बार लोगों से शराब न पीने की अपील करते हैं तो वहीं, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Former CM Jitan Ram Manjhi) शराबियों को नए टोटके तरीके सीखा रहे हैं। बुधवार 15 दिसंबर को मांझी ने कहा कि बड़े बड़े अफसर शराब पीते हैं और चुपचाप घर में रहते हैं। आप भी पीजिए, लेकिन पीकर घर से मत निकलिए। किसी को पता नहीं चलेगा।

बगहा में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Jitanram Manjhi) ने नीतीश कुमार की शराबबंदी वाली नीति निशाना साधते हुए कहा कि डीएम-एसपी से लेकर विधायक और मंत्री सब शराब पीते हैं। उन्हें तो कोई गिरफ्तार नहीं करता। मांझी ने कहा कि "दवा के रूप में थोड़ी-थोड़ी शराब लेना गलत नहीं है।" मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान मांझी ने शराबबंदी पर सरकार (Bihar Government) को समीक्षा करने का सुझाव सरकार को दिया। मांझी ने कहा कि शराब आदिवासियों (Tribals) के देवताओं को चढ़ाया जाता है। इसके लिए अगर कोई शराब ले जाए तो वैसे लोगों को पकड़ना नहीं चाहिए।

शराब पीना सेहत के लिए लाभदायक- मांझी

जीतन राम मांझी ने कहा कि शराबबंदी (Sharabbandi) की आड़ में गरीबों और दलितों को पकड़कर जेल में डाला जा रहा है, वह गलत है। गरीब को आधा बोतल और एक बोतल शराब का सेवन करने पर जेल भेजा जा रहा है। यह न्याय संगत नहीं है। उन्होंने कहा कि "बिहार में बड़े-बड़े अफसरों के साथ-साथ सांसद (MP), विधायक (MLA), ठेकेदार रात 10 बजे के बाद शराब का सेवन करते हैं।" पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मेडिकल साइंस भी कहता है कि एक लिमिट में शराब लेना लाभदायक होता है। इसलिए दवा के रूप में शराब पीजिए।

बिहार के शराबियों को सलाह देते हुए मांझी ने कहा कि "आप लोग भी उन बड़े लोगों की तरह अपने घरों में रात 10 बजे के बाद शराब पीजिए, किसी को पता नहीं चलेगा। आप लोग शराब पीकर रोड पर निकलते हैं तभी आप लोगों की गिरफ्तारी होती है।"

मांझी ने शराब को बताया परंपरा

बगहा क्षेत्र में मीडिया से मुखातिब होते हुए मांझी ने कहा कि अगर कोई 50 लीटर 100 लीटर के साथ पकड़ में आ रहा है तो उसको जेल भेजो। मांझी ने कहा कि जब मैं छोटा था तो मेरे घर भी शराब बनती थी। मेरी मां और पिताजी शराब बनाते थे। उन्होंने कहा कि हमारी सभ्यता में ही शराब है, इसे हटाया नहीं जा सकता है।

आदिवासी परंपरा (Tribal Tradition) का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि हमारे समाज में रिवाज है कि देवी-देवताओं को भी शराब चढ़ाई जाती है। सूअर की बलि देने से पहले उसको शराब पिलाई जाती है। इसके साथ ही दिन भर मेहनत मजदूरी करने के बाद कोई 50 से 100 रुपए की शराब खरीद कर पी लेता है तो पुलिस उसको पकड़ कर जेल भेज देती है। जबकि, बड़े-बड़े लोग भी शराब पीते हैं उनका कुछ नहीं होता।

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