Doctor Kaise Bane in 2022? उम्र निकल गई! फिर भी बन सकते हैं डॉक्टर, जानिए कैसे?
Doctor Kaise Bane in 2022? उम्र निकल गई! फिर भी बन सकते हैं डॉक्टर, जानिए कैसे?
Doctor Kaise Bane in 2022? बचपन में आपने डॉक्टर बनने का सपना देखा हो और वह पूरा नहीं हो पाया हो और अब आपकी उम्र 50 वर्ष या 60 वर्ष हो गई है और अब भी आप डॉक्टर बनना चाहते हैं तो यह संभव है। सरकार ने यह कह दिया कि अब आप किसी भी उम्र में डॉक्टर बन सकते हैं।
डॉक्टर बनने के लिए सिर्फ आपको नेशनल इंट्रेंस इलिजिबिलिटी टेस्ट (नीट) की परीक्षा पास करनी होगी। इसके बाद आप एमबीबीएस की पढ़ाई कर सकते हैं। अभी तक अधिकतम 25 वर्ष की उम्र तक ही नीट की परीक्षा दे सकते थे लेकिन अब अधिकतम उम्र की सीमा खत्म कर दी गई है। 17 वर्ष के बाद किसी भी उम्र तक परीक्षा दी जा सकती है। यह आदेश नीट परीक्षा 2022 से ही लागू करने का निर्णय लिया गया है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) से पूछा था कि क्या आयु से संबंधित कोई निर्णय लिया गया है, इसके बाद एनएमसी ने एनटीए को इसकी जानकारी दी है। एनएमसी ने एनटीए को भेजे पत्र में कहा है कि एनएमसी की चौथी बैठक अक्टूबर-2021 में हुई थी उसमें कहा गया था कि नीट परीक्षा देने की अधिकतम उम्र की सीमा तय करने की जरूरत नहीं है। इस संबंध में जल्द ही आधिकारिक तौर पर नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया जाएगा।
दरअसल कई लोगों ने अदालत में अर्जी थी कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती लिहाजा परीक्षा देने से नहीं रोका जा सकता। इसके बाद व्यक्तिगत तौर पर अदालत ने कुछ मामलों में 25 वर्ष के बाद भी परीक्षा देने की अनुमति दी थी। साथ ही 25 वर्ष वाले अधिकतम आयु की सीमा पर कोर्ट ने स्टे लगा दिया था। लेकिन अब एनएमसी ने ही अधिकतम उम्र सीमा खत्म कर दी है।
हालांकि मेडिकल एजुकेशन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि एनएमसी के इस फैसले के बाद मेडिकल कोचिंग इंस्टीट्यूट चलाने वाले लोग परीक्षा में बैठने लगेंगे ताकि मेडिकल के प्रश्न पत्र को समझने का मौका मिले जिसका लाभ कोचिंग में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को मिलेगा। हालांकि इस आदेश के बाद भी उम्मीद जताई जा रही है कि पांच से छह सौ के करीब ही ऐसे लोग होंगे 25 वर्ष के बाद नीट की परीक्षा में शामिल होंगे।
पिछले वर्ष एमबीबीएस की नीट परीक्षा में 14 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स शामिल हुए थे और जिसमें करीब सात से आठ लाख को रैंकिंग भी दी गई थी। एमबीबीएस में देश भर में करीब 82 हजार सीटें है जिसमें से 42 हजार से ज्यादा सीटें सरकारी मेडिकल कॉलेज में है।