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Amravati massacre : एनआईए का बड़ा खुलासा, उमेश कोल्हे को मारने के बाद हत्यारोपियों ने की थी बिरयानी पार्टी

Janjwar Desk
6 Aug 2022 3:00 AM GMT
Amravati massacre : एनआईए का बड़ा खुलासा, उमेश कोल्हे को मारने के बाद हत्यारोपियों ने की थी बिरयानी पार्टी
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Amravati massacre : राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कोर्ट को बताया कि उमेश कोल्हे की हत्या करने के बाद आरोपियों ने बिरयानी पार्टी की थी। पार्टी में मौजूद लोगों की जांच का काम अभी बाकी है।

Amravati massacre : पैगंबर मोहम्मद ( Prophet Mohammad ) के अपमान मामले में महाराष्ट्र ( Maharashtra ) के अमरावती ( Amravati ) में केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या ( Umesh Kolhe murder ) को लेकर एनआईए ( NIA ) ने बड़ा खुलासा किया है। एनआईए ने कोर्ट में बताया कि आरोपियों ने उमेश कोल्हे की हत्या करने के बाद जश्न मनाने के लिए बिरयानी पार्टी ( Biryani Party ) की थी। एनआईए ने दोनों आरोपी मौलवी मुशफिक अहमद और अब्दुल अरबाज की कस्टडी की मांग की, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया।

बिरयानी पार्टी शामिल लोगों की पहचान अभी बाकी

अदालत के सामने एनआईए ( NIA ) ने आरोप लगाया है कि मुशफिक अहमद ने आरोपी को लॉजिस्टिक्स सहायता प्रदान की थी। अरबाज ने घटनास्थल पर नजर रखी थी। दोनों ने अपराध करने के बाद अन्य आरोपियों को फरार रहने में कथित तौर पर मदद भी की। हत्या के बाद जश्न मनाने के लिए एक बिरयानी पार्टी आयोजित की गई। मुशफीक और अब्दुल उसमे मौजूद थे। एजेंसी ने बताया कि उन्हें इस बात की जांच करने की जरूरत है कि पार्टी में कौन-कौन मौजूद थे।

एनआईए ने दावा किया है कि मुशफीक ने हत्या के बाद कथित मास्टरमाइंड शेख इरफान के साथ कॉल पर बातचीत की थी। जबकि अब्दुल अपने द्वारा संचालित संगठन के साथ ड्राइवर के रूप में काम कर रहा था। हत्या का कथित मास्टरमाइंड इरफान रहबर हेल्पलाइन नाम से एक स्वयंसेवी संगठन चलाता था।

आरोपियों के वकील ने किया रिमांड का विरोध

वहीं आरोपियों की ओर से पेश वकील काशिफ खान ने एनआईए की रिमांड की मांग का विरोध करते हुए कहा कि दोनों के खिलाफ लगाए गए आरोप लागू नहीं होते, क्योंकि वे आतंकवादी नहीं हैं। काशिफ खान ने तर्क दिया कि एजेंसी किसी भी आतंकी संगठन का नाम लिए बिना या इनमें से किसी भी आरोपी के आतंक से संबंधित किसी भी पुराने मामले को दिखाए बिना, यह दिखाने की कोशिश कर रही थी कि यह एक आतंकी कृत्य था।

नुपुर का समर्थन करने पर हुई थी उमेश की हत्या

बता दें कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भाजपा नेता नुपुर शर्मा के बयान का समर्थन करने पर उमेश कोल्हे ( Umesh Kolhe ) की 21 जून को महाराष्ट्र के अमरावती में हत्या कर दी गई थी। जब उमेश कोल्हे अपनी दुकान बंद करके घर लौट रहे थे, उसी दौरान रास्ते में उनकी हत्या कर दी गई थी। इससे पहले निलंबित भाजपा नेता नूपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के समर्थन में उमेश कोल्हे ( Umesh Kolhe ) ने सोशल मीडिया पोस्ट की थी, जिसके बाद उनकी हत्या हुई थी। अफसोस की बात यह है कि मृतक कोल्हे ने हत्यारे की जरूररत के समय काफी मदद भी की थी।

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