'केंद्र सरकार का रिमोट कंट्रोल नहीं RSS', संघ प्रमुख मोहन भागवत ने DNA को लेकर फिर से कह दी ये बात
RSS प्रमुख ने कहा- सभी भारत के लोगों का DNA समान
RSS Mohan Bhagwat : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने कहा है कि मीडिया में अक्सर संघ को केंद्र सरकार के रिमोट कंट्रोल के रूप में पेश किया जाता है, जो बिलकुल सच नहीं है। एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने यह जवाब दिया। मोहन भागवत से सवाल किया गया कि 'क्या सरकार को चलाने का असल रिमोट कंट्रोल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पास है? इसपर मोहन भागवत ने कहा कि मीडिया में ऐसा पेश किया जाता है, जो सच नहीं है।
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में आरएसएस प्रंमुख मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) ने पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा, 'मीडिया हमें सरकार के रिमोट कंट्रोल के रूप में संदर्भित करता है, लेकिन यह असत्य है। हालांकि, हमारे कुछ कार्यकर्ता निश्चित रूप से सरकार का हिस्सा हैं। सरकार हमारे स्वयंसेवकों को किसी भी प्रकार का आश्वासन नहीं देती है। लोग हमसे पूछते हैं कि हमें सरकार से क्या मिलता है। उनके लिए मेरा जवाब यह है कि हमारे पास जो कुछ भी है उसे हमें खोना भी पड़ सकता है।'
सभी भारतीय का DNA एक- भागवत
बता दें कि मोहन भागवत हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के पांच दिवसीय दौरे पर हैं। इस दौरान धर्मशाला में आयोजित एक कार्यक्रम में सीडीएस जनरल दिवंगत बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) और 13 अन्य लोगों की याद में एक मिनट का मौन रखा जिनका हाल ही में तमिलनाडु में कुन्नूर के पास सेना के हेलीकॉप्टर (Army Helicopter Crash) दुर्घटना में निधन हो गया था। इसके बाद मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने कई मुद्दों पर बात की। भागवत ने एक बार फिर से डीएनए (DNA) को लेकर चर्चा की और कहा कि सभी भारतीय लोगों का डीएनए एक ही है। संघ प्रमुख ने कहा, '40,000 साल पहले से भारत के सभी लोगों का डीएनए वही है जो आज के लोगों का है। हम सभी के पूर्वज एक ही हैं। उन्हीं पूर्वजों के कारण हमारा देश फला-फूला, हमारी संस्कृति बनी रही।'
भारत में विश्व गुरू बनने की क्षमता
इसके बाद भारत में चिकित्सा के की प्राचीन पद्धतियों पर प्रकाश डालते हुए मोहन भागवत ने कहा, 'हमें हमारे पारंपरिक भारतीय उपचार जैसे काढ़ा जैसी चीजों का इस्तेमाल बढ़ाना होगा। क्योंकि कोरोना काल में इनकी उपयोगिता पूरी दुनिया ने देखी है। अब पूरी दुनिया का इस भारतीय माडल का अनुकरण करना चाहती है। हमारा देश भले ही विश्व शक्ति न बने, लेकिन विश्व गुरु जरूर बन सकता है।' उन्होंने एकता का आह्वान करते हुए कहा कि भारत की अविभाजित भूमि सदियों से विदेशी आक्रमणकारियों के साथ कई लड़ाई हार गई क्योंकि स्थानीय आबादी एकजुट नहीं थी। उन्होंने समाज सुधारक डा.बी आर आंबेडकर का हवाला देते हुए कहा, 'हम कभी किसी की ताकत से नहीं, बल्कि अपनी कमजोरियों से हारतें हैं।' आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत एक विश्व शक्ति नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से महामारी के बाद के युग में यह विश्व गुरु बनने की क्षमता रखता है।