Sheena Bora Murder Case: जिंदा है शीना बोरा! आरोपी इंद्रानी मुखर्जी ने CBI को चिट्ठी लिखकर बताया पता
(हत्या की आरोपी इंद्रानी मुखर्जी ने बेटी के जिंदा होने का किया दावा)
Sheena Bora Murder Case: हाई प्रोफाइल शीना बोरा हत्याकांड (Sheena Bora Murder) की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी (Indrani Mukerjea) ने बेटी के जिंदा होने का बड़ा दावा करके सबकों चौंका दिया है। इंद्राणी मुखर्जी ने जांच एजेंसी सीबीआई के डायरेक्टर को पत्र लिखकर दावा किया है कि उनकी बेटी जिंदा हैं और कश्मीर में है। पत्र के अलावा, उसने विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष एक आवेदन भी दिया है, जिस पर जल्द ही सुनवाई होने की संभावना है।
इंडिया टूडे की एक रिपोर्ट की मानें तो पत्र में दावा किया गया है कि उनकी बेटी शीना बोरा जीवित है और जम्मू-कश्मीर में है। शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य आरोपी मुखर्जी ने पत्र में दावा किया है कि उसे जेल में एक महिला मिली जिसने कहा था कि वह कश्मीर में शीना बोरा से मिली थी। केंद्र शासित प्रदेश में बोरा की तलाश के लिए सीबीआई से आग्रह करते हुए मुखर्जी 28 दिसंबर को पत्र के साथ बॉम्बे हाई कोर्ट में एक आवेदन दायर करेंगी।
बता दें कि साल 2012 में अपनी बेटी शीना बोरा (Sheena Bora Case) की हत्या मामले में पूर्व मीडिया कार्यकारी इंद्राणी मुखर्जी (Indrani Mukerjea) को दोषी पाया गया था। साल 2015 में शीना बोरा हत्याकांड में गिरफ्तारी के बाद से इंद्रानी मुखर्जी मुंबई की भायखला जेल में बंद है। पिछले महीने बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High) ने उनकी जमानत अर्जी भी खारिज कर दी थी। जमानत की आर्जी देते हुए मुखर्जी ने तर्क दिया है कि मामला उनके ड्राइवर श्यामवर राय के सरकारी गवाह बनने के बाद दिए गए बयान पर आधारित था। स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का हवाला देते हुए मुखर्जी की टीम ने जमानत की मांग की थी क्योंकि लंबे समय तक जेल में रहने के कारण उनका स्वास्थ्य खराब हो गया था।
क्या है शीना बोरा हत्याकांड
शीना बोरा हत्याकांड (Sheena Bora Hatyakand) का खुलासा तब हुआ जब साल 2015 में इंद्राणी मुखर्जी के ड्राइवर श्यामवर राय को एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने इंद्राणी मुखर्जी के ड्राइवर श्यामवर राय को बंदूक के साथ पकड़ा था। पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि वह एक अन्य मामले में शामिल था और उसने कथित तौर पर एक हत्या देखी थी। श्यामवर राय ने मुंबई पुलिस को बताया कि इंद्राणी मुखर्जी ने 2012 में शीना बोरा का गला घोंट दिया था, जिसे वह अपनी बहन कहती थी। यह खुलासा करने के बाद कि उसने इंद्राणी मुखर्जी और संजीव खन्ना को शीना बोरा के शरीर को ठिकाने लगाने में मदद की थी, वह मामले में सरकारी गवाह बन गया।
इसके बाद शीना बोरा की मां इंद्राणी मुखर्जी (Indrani Mukherjea), पीटर मुखर्जी और उनके पूर्व पति संजीव खन्ना 24 अप्रैल, 2012 को बोरा की हत्या के मुख्य आरोपी बनाए गए। इंद्राणी मुखर्जी और खन्ना को सीबीआई ने अप्रैल 2015 में गिरफ्तार किया था। सीबीआई के अनुसार, पीटर मुखर्जी ने अपनी तत्कालीन पत्नी इंद्राणी और खन्ना के साथ बोरा की हत्या के लिए आपराधिक साजिश रची थी। 2016 में दायर पूरक सीबीआई चार्जशीट में, पीटर मुखर्जी पर धारा 302 (हत्या), धारा 120 बी (साजिश) और धारा 201 (सबूत नष्ट करना) के तहत आरोप लगाया गया था।
मामले में एक को मिली जमानत
साल 2020 में इंद्राणी के पूर्व पति और सह-आरोपी पीटर मुखर्जी को शीना बोरा हत्या मामले में चार साल की कैद के बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया था। बॉम्बे हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया कि अपराध में उनकी प्रथम दृष्टया संलिप्तता दिखाने के लिए कोई सबूत नहीं है। वहीं, उनकी पूर्व पत्नी इंद्राणी मुखर्जी 2015 में अपनी बेटी की कथित हत्या के आरोप में गिरफ्तारी के बाद से भायखला जेल में हैं। सूत्रों की मानें तो जल्द ही वह अपने वकील सना खान के जरिए सुप्रीम कोर्ट में जमानत की याचिका दर्ज करा सकती है। मगर इसी बीच उनकी सौतेली बेटी शीना बोरा के जिंदा होने के दावे ने मामले में नया मोड़ ला दिया हैं।