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राष्ट्रीय

'सिर्फ मां के गर्भ और कब्र में ही सुरक्षित हैं लड़कियां', आत्महत्या से पहले 11वीं की छात्रा ने सुसाइड नोट पर बयां किया दर्द

Janjwar Desk
20 Dec 2021 11:04 AM GMT
सिर्फ मां के गर्भ और कब्र में ही सुरक्षित हैं लड़कियां, खुदकुशी से पहले 11वीं की छात्रा ने बयां किया दर्द
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आत्महत्या से पहले 11वीं की छात्रा ने सुसाइड नोट में बयां किया दर्द

Chennai News: आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट में छात्रा ने लिखा कि "स्कूल भी सुरक्षित नहीं है और शिक्षकों पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।" उसने लिखा कि वह मानसिक प्रताड़ना के कारण न तो पढ़ पा रही है और न ही उसे नींद आ रही है।

Chennai News: हमारा समाज 21 सदीं तक पहुंच चुका है। आज के दौर में हम महिला और पुरुषों की समानता की बात करते हैं, मगर इसी समाज की नई पीढ़ी की लड़कियां शोषण और प्रताड़ना से जंग लड़ रही है। परिवार और समाज में उपहास के डर से बेटियां अपनी पीड़ा किसी ने नहीं कह पाती। नतीजतन, तंग आकर वे खुदकुशी जैसे कठोर कदम उठाने को मजबूर हो जाती है। एक ऐसी ही बटी की मार्मिक घटना तमिलनाडु के चेन्नई से सामने आई है। 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा ने कथित रूप से आठ माह तक शारीरिक शोषण और पीछा किए जाने का दंश झेला और फिर जिंदगी से हार मान ली। मरने से पहले लड़की ने सुसाइड नोट में जो बाते लिखी हैं वह झकझोर देने वाली है।

मां के गर्भ में बेटियां सुरक्षित!

किशोरी ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, "लड़की सिर्फ अपनी मां के गर्भ में या कब्र में ही सुरक्षित है..." इन शब्दों से साफ महसूस होता है कि उसने कितनी असहनीय पीड़ा और हताशा झेली होगी, जिसकी भनक उसके परिवार तक को नहीं थी। शनिवार 18 दिसंबर को बच्ची की मां बाज़ार गई थी। वापस घर लौटी, तो अपनी बिटिया को घर में फंदे से लटका हुआ पाया। सुसाइड नोट में तीन संभावित परेशान करने वालों के नामों के साथ-साथ यह भी लिखा है, "यौन शोषण बंद करो..." और उस खत के अंत में लिखा गया है, "मेरे लिए न्याय हासिल करो..."

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, चेन्नई में ही कॉलेज के 21 वर्षीय छात्र को मृत छात्रा से कथित यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार 20 को बताया कि आरोपी युवक ने अपराध कबूल कर लिया है, और उसके खिलाफ POCSO के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। लड़की के सुइसाइड नोट के आधार पर पुलिस इस बात की तफ्तीश कर रही है कि कहीं इस युवक के अलावा कोई और भी तो लड़की को परेशान नहीं कर रहा था।

सुसाइड नोट में छलका छात्रा का दर्द

चेन्नई शहर के बाहरी इलाके मंगडु में ग्यारहवीं कक्षा की एक छात्रा की आत्महत्या ने सबको हैरान कर दिया। किशोरी के अपने सुसाइड नोट लिखा, "एक लड़की केवल मां के गर्भ और कब्र में सुरक्षित होती है।" किशोरी के आखिरी शब्दों से उसके अकथनीय दर्द और हताशा साफ दिखाई पड़ते हैं। मगर, परिवार के लोगों ने बेटी के दर्द की जरा भी भनक नहीं थी। घटना के दिन लड़की की मां केवल एक घंटे के लिए बाहर गई थी। जब घर लौटी तब तक बेटी की मौत हो चुकी थी।

उसका कमरा अंदर से बंद था जिसे तोड़ना पड़ा। कमरे में मिले सुसाइड नोट में उसने यह भी कहा कि "स्कूल सुरक्षित नहीं है और शिक्षकों पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।" उसने लिखा कि वह मानसिक प्रताड़ना के कारण न तो पढ़ पा रही है और न ही उसे नींद आ रही है। स्कूली छात्रा ने लिखा, "हर माता-पिता को अपने बच्चों और खासकर बेटों को लड़कियों का सम्मान करना सिखाना चाहिए।" सुसाइड नोट में यह भी कहा गया कि, "यौन उत्पीड़न बंद करो" और "जस्टिस फॉर मी" के साथ छात्रा ने अपनी आखिरी बातें खत्म की।

शारीरिक शोषण का शिकार थी छात्रा

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तीन साल पहले जब लड़की 8वीं कक्षा में थी, तब लड़का उसी स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ता था। छात्रा बाद में एक बालिका विद्यालय चली गई लेकिन दोनों के बीच इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई। आरोपी युवक ने पूछताछ में लड़की के साथ शारीरिक संबंध बनाने की बात कबूल की है। उसने बताया कि वह पिछले दो सप्ताह से छात्रा को परेशान कर रहा था और उसे प्रताड़ित कर रहा था। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने बताया कि, "हमने गंदे संदेशों और तस्वीरों के आदान-प्रदान का पता लगाया है। इस सब से पहले आठ महीने तक दोनों के बीच दोस्ती के अच्छे संबंध थे।"

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