Yogi Cabinet 2.0 : कोविड प्रबंधन के लिए जिस मंत्री के काम को देश भर में सबसे अच्छा बताया, वह भी योगी कैबिनेट 2.0 से बाहर

Yogi Cabinet 2.0 : योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की पिछली सरकार में मंत्री रहे कई दिग्गजों को भाजपा (BJP) ने इस बार बाहर का रास्ता दिखा दिया है। योगी के पिछले मंत्रीमंडल से सिर्फ 16 चेहरों को नए मंत्रीमंडल में जगह दी गयी है। कुछ बड़े नेताओं जिन्होंने हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में जीत भी दर्ज की थी उन्हें भी अपने मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा है। सबसे बड़ी बात यह है कि इनमें से कई नेताओं का किसी खास जाति विशेष या समुदाय के बीच खासा जनाधार है पर फिलहाल के लिए भाजपा ने इसको तरजीह नहीं दी है। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) भाजपा के कुछ नेताओं का मानना है कि ऐसे नेताओ जो संगठनस्तर पर एक्टिव नहीं रहते हैं उनसे लीडरशिप (Leadership) ने इस बार किनारा करने में भलाई समझी है।
जिन बड़े नेताओं को इस बार मंत्री मंडल में नहीं शामिल किया गया है उनमें सबसे बड़ा नाम योगी की पहली सरकार में उपमुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister) रहे दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) का है। उन्हें भाजपा के बड़े ब्राह्मण चेहरे के रूप में भी देखा जाता हैं। दिनेश शर्मा ने इस बार विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा था। ऐसे में उनके सरकार में नहीं शामिल होने के कयास उसी समय से लगाए जा रहे हैं। अब भाजपा से जुड़े सूत्र बताते हैं कि दिनेश शर्मा को विधान परिषद् का सभापति बनाया जा सकता है।
यूपी में भाजपा सरकार के फायरब्रांड प्रवक्ता रहे और इस बार मथुरा से दोबारा विधायक बने श्रीकांत शर्मा (Srikant Sharma) का नाम भी योगी सरकार की मंत्रियों की लिस्ट में नहीं है। श्रीकांत शर्मा कभी भाजपा के राष्ट्रीय सचिव (National Secretary) और मीडिया प्रमुख (Media IN change) भी रह चुके हैं। वहीं योगी की पहली सरकार में एमएसएमई मंत्री (MSME Minister) रहे सिद्धाईनाथ सिंह (Siddhartha Nath Singh) को भी मंत्रीमंडल में शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने इस बार के चुनावों में इलाहाबाद पश्चिम से दोबारा जीत दर्ज की है।
कोविड महामारी के दौरान जिस मंत्री के कोविड 19 मैनेजमेंट की तारीफ करते हुए योगी सरकार की ओर से कहा गया था कि उनका कोविड से बचाव का प्रबंधन देश भर में सर्वश्रेष्ठ है, उन्हीं जगप्रताप सिंह को भी भाजपा ने अपनी सरकार में जगह नहीं दी हैं। जगप्रताप सिंह योगी आदित्यनाथ की पिछली सरकार में मेडिकल और स्वास्थ्य मंत्री थे। क्षत्रिय नेता जगप्रताप सिंह सिद्धार्थनगर के बंशी विधानसभा सीट से आठवीं बार विधायक चुने गए हैं।
इस बार भाजपा ने योगी कैबिनेट 2.0 से आशुतोष टंडन गोपाल जो पिछले सरकार में शहरी विकास मंत्री थे। उन्हें भी बाहर कर दिया है। आशुतोष टंडन गोपाल भाजपा के दिग्गज रहे दिवंगत लालजी टंडन के बेटे हैं। वे लखनउ पूर्वी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। पार्टी के एक नेता का कहना है अपने कार्यकाल के दौरान आशुतोष टंडन के कामकाज से लीडरशिप संतुष्ट नहीं थी।
एक और बड़ा नाम जो योगी कैबिनटे 2.0 की लिस्ट से गायब है वह है सतीश महाना का। आठवीं बार विधायक बने महाना भाजपा की पिछली सराकर में उद्योग विकास मंत्री थे। सरकार की ओर से पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान कई बार यह दावा किया गया था कि राज्य में उनकी मंत्रित्व काल में बड़े पैमाने पर निवेशकों को आकर्षित किया गया हैं। पर इस बार उन्हें मंत्रीमंडल में जगह नहीं मिली है। भाजपा के कुछ नेताओं की बात पर यकीन करें तो सतीश महाना का नाम इस बार विधानसभाध्यक्ष पद के लिए चल रहा है।











