- Home
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- उत्तर प्रदेश के औरेया...
उत्तर प्रदेश के औरेया में ट्रॉला और डीसीएम की टक्कर में घर लौट रहे 24 प्रवासी मजदूरों की मौत
ट्रकों की टक्कर में लगभग 24 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई तथा 15 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसा शहर कोतवाली क्षेत्र के मिहौली नेशनल हाईवे पर हुआ है...
जनज्वार। उत्तर प्रदेश के औरैया में गांव लौट रहे मजदूरों से साथ भीषण हादसा हुआ है। यहां दो ट्रकों की टक्कर में लगभग 24 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई तथा 15 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसा शहर कोतवाली क्षेत्र के मिहौली नेशनल हाईवे पर हुआ है। बताया जा रहा है ट्रकों में सवार मजदूर दिल्ली से अपने गृहनगर गोरखपुर जा रहे थे।
यह भी पढ़ें : पंजाब से पैदल बिहार लौट रहे प्रवासी मजदूरों को रोडवेज बस ने कुचला, 6 की मौत
देश में कोरोना संकट के चलते 24 मार्च से लॉकडाउन चल रहा है। लॉकडाउन की वजह से ही पूरे देश में यातायात सेवाएं भी ठप हैं, जिसके चलते प्रवासी मजदूरों की परेशानी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। हालात से परेशान मजदूर अब पलायन करने को मजबूर हो गए हैं। इस भीषण पलायन के दौर में देश में अब तक कई मजदूर चलते-चलते सड़क और ट्रेन एक्सीडेंट में मारे जा चुके हैं।
गौरतलब है कि कल 15 मई को ही उत्तर प्रदेश के जालौन में ही प्रवासी मजदूरों से भरी DCM गाड़ी को एक अज्ञान वाहन ने टक्कर मार दी थी। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 14 मजदूर घायल हो गए थे। प्रवासी मजदूर मुंबई से लौट रहे थे। डीसीएम में 46 प्रवासी मजदूर सवार थे।
यह भी पढ़ें- बैल बनकर बैलगाड़ी खींचने को मजबूर हुआ मजदूर क्योंकि रास्ते में भूख-प्यास से मर गया एक बैल
यह घटना औरैया कोतवाली क्षेत्र के चिरूहुली के पास घटी है। घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन मौके पर पहुंच गया था। ट्रॉला में सभी प्रवासी मजदूर सवार थे। एक-एक कर चूने में दबे शवों को निकाला जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक डीसीएम गाजियाबाद से 20 मजदूरों को लेकर सागर मध्य प्रदेश जा रहा था, जबकि चूना लदा ट्रॉला राजस्थान से पश्चिम बंगाल के लिए चला था, जिसमें लगभग 70 मजदूर सवार थे।
यह भी पढ़ें- बीच सड़क पर मजदूर ने बच्चे को दिया जन्म, मासूम को गोद में उठा पैदल तय किया 270 KM का सफर
हादसे में मरने वालों में राहुल पुत्र विभूति निवासी गोपालपुर थाना पिंडा जोरा झारखंड, नदकिशोर, कनी लाल पिंडा जोरा झारखंड, केदारी यादव पुत्र मुन्ना यादव निवासी बारा चट्टी बिहार, अर्जुन यादव, राजा गोस्वामी, मिलन निवासी पश्चिम बंगाल, गोवर्धन पुत्र गोरांगो, अजीत पुत्र अमित निवासी पशिम बंगाल, चन्दन राजभर, नकुल महतो, सत्येंद्र निवासी बिहार, गनेश निवासी पुरुलिया पश्चिम बंगाल, उत्तम, सुधीर निवासी गोपालपुर, डॉक्टर मेहती, मुकेश, सोमनाथ गोस्वामी समेत कई अन्य लोग शामिल हैं। गंभीर रूप से घायल मजदूरों को अस्पताल पहुंचा दिया गया है।
यह भी पढ़ें : ‘पास’ होने के बाद भी बॉर्डर पार नहीं करने दिया छत्तीसगढ़ पुलिस ने, तबीयत बिगड़ने से सड़क पर ही हो गई हार्ट पेशेंट की मौत
औरैया की मुख्य चिकित्साधिकारी अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि 24 लोगों को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था। फिलहाल 22 लोग अस्पताल में भर्ती हैं और 15 लोग, जो गंभीर रूप से घायल थे। उन्हें सैफई पीजीआई में रेफर किया गया है। जिला अस्पताल में एडीजी जय नारायण सिंह घायलों से हालचाल लेने पहुंचे।
लॉकडाउन के बीच हाईवे पर इन दिनों दर्द का न रुकने वाला सिलसिला चल रहा है। रोजी-रोटी के संकट के बीच प्रवासी मजदूर भयानक हालातों में अपने घरों को लौट रहे हैं। रोज ब रोज मजदूरों के पलायन की चौंकाने वाली तस्वीरें हर दिन सामने आ रही हैं। हालात इतने बदतर हैं कि सामान ढोने वाले ट्रकों में इंसानों की ढुलाई हो रही है। पलायन कर रहे ज्यादातर मजदूर बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। वहीं पंजाब और हरियाणा से भी मजदूर पैदल ही हजारों किलोमीटर का सफर कर अपने घरों को लौट ने पर मजबूर हैं।
यह भी पढ़ें : फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने के खिलाफ 20 दिनों से धरने पर हैं गुजरात के आदिवासी
गौरतलब है कि कल 15 मई को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि किसी भी प्रवासी मजदूर को असुरक्षित तरीके से यात्रा की अनुमति ना दी जाए, बावजूद इसके ये भयानक हादसा सामने आया है। सरकार के दावों के मुताबिक आज गाजियाबाद और नोएडा से मजदूरों को उनकी मंजिल तक ले जाने के लिए ट्रेन भी चलने वाली हैं, लेकिन फिर भी मजदूर जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं। ये वो लोग हो सकते हैं, जिनसे ट्रैन और टिकट के नाम पर पैसा वसूल किया जा रहा हो, जिसके अभाव में ये जान जोखिम में डालने को अभिशप्त हों।