अभी-अभी : मोहम्मद शुऐब दोबारा गिरफ्तार, CAA हिंसा में योगी सरकार ने बनाया है आरोपी
बुजुर्ग वकील मोहम्मद शुऐब की पत्नी कहती हैं, अभी तो उन्हें जेल से निकले हुए ही बहुत दिन नहीं हुए हैं और एक बार फिर से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। उनकी तबीयत भी ठीक नहीं है...
जनज्वार। रिहाई मंच अध्यक्ष वरिष्ठ वकील मोहम्मद शुऐब को यूपी पुलिस दोबारा CAA के खिलाफ हुए प्रदर्शनों में हिंसा फैलाने के मामले में अभी-अभी 7 मार्च को उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया है।
उनकी पत्नी ने जनज्वार से हुई बातचीत में कहा कि 4 पुलिसवालों की टीम उनके घर पर उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची थी और अपने साथ गाड़ी में बिठाकर ले गयी। पुलिस किस वजह से उन्हें गिरफ्तार करके ले गयी है, के जवाब में उनकी पत्नी कहती हैं, CAA मामले में ही शायद उनकी गिरफ्तारी हुई है।
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उनकी पत्नी कहती हैं, अभी तो उन्हें जेल से निकले हुए ही बहुत दिन नहीं हुए हैं और एक बार फिर से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। उनकी तबीयत भी ठीक नहीं है। वो दवाइयां अपने साथ लेकर गये हैं।
गौरतलब है कि योगी सरकार द्वारा सीएए हिंसा में दंगा फैलाने के लिए आरोपी करार दिये गये दर्जनों लोगों के फोटो चौराहे पर लगाये हैं, जिनमें मोहम्मद शुऐब का फोटो भी शामिल है। इससे पहले भी शासन-प्रशासन कह चुका है कि हिंसा में आरोपियों की संपत्ति कुर्क कर नुकसान की भरपाई की जायेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी यह घोषणा मंच से कर चुके हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में CAA और NRC के खिलाफ तमाम धरना प्रदर्शन हुए थे, जिसके बाद तमाम गिरफ्तारियां हुयीं। दर्जनों लोगों को उनके घरों से उठा लिया गया, जिसमें रिटायर्ड आईपीएस एसआर दारापुरी और मोहम्मद शुऐब भी शामिल रहे। इसी के बाद मुख्यमंत्री योगी ने खुलेआम घोषणा की थी कि जो भी लोग किसी भी तरह की हिंसा में संलिप्त होंगे, उनकी संपत्ति कुर्क कर नुकसान की भरपाई की जायेगी।
रिहाई मंच अध्यक्ष मोहम्मद शोएब से ठाकुर गंज, लखनऊ थाने में पूछताछ करती यूपी पुलिस और साथ में मौजूद रहे अधिवक्ता—मीडियाकर्मी
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लखनऊ में योगी सरकार ने सड़कों पर CAA दंगाइयों के होर्डिंग्स लगाये हैं, जिनसे CAA प्रदर्शन में दंगा फैलाने के जुर्म और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के कारण वसूली की घोषणा सरकार पहले भी कर चुकी हैं। जिन लोगों की तस्वीरें दंगाई के बतौर होर्डिंग्स में लगी हैं, उनमें पूर्व आईपीएस एसआर दारापुरी, एक्टिविस्ट सदफ़ जफर और दीपक कबीर भी शामिल हैं और सरकार का कहना है कि संपत्ति के नुकसान को वह इन लोगों से वसूलेगी।