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मुख्यमंत्री नीतीश बोले कुछ लोगों की लापरवाही बिहार पर पड़ रही है भारी, पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आने से बढ़े हैं मामले

Prema Negi
22 April 2020 10:59 AM GMT
मुख्यमंत्री नीतीश बोले कुछ लोगों की लापरवाही बिहार पर पड़ रही है भारी, पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आने से बढ़े हैं मामले
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बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण से प्रभावित 15 जिलों में सबसे अधिक 29 मामले सीवान में, मुंगेर में 27, पटना में 8, गया में 5, बेगूसराय में 9, नालंदा से 28 मामले आये हैं सामने...

पटना, जनज्वार। बिहार में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सरकार का कहना है कि वह इसे रोकने के लिए हरसंभव उपाय कर रही है। बिहार में कोविड-19 के फैलने का मुख्य कारण संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आना माना जा रहा है।

हा जा रहा है कि पीड़ितों की लापरवाही के कारण बिहार में संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी स्वीकार किया है कि संक्रमितों के संपर्क में राज्य में मरीजों की संख्या बढ़ी है।

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बिहार में सबसे अधिक कोविड-19 संक्रमितों की संख्या सीवान, मुंगेर और नालंदा में पाई गई है। कतर से लौटे एक युवक ने मुंगेर में कोरोना की चेन को तैयार किया। संक्रमित युवक के संपर्क में आने से राज्य में 13 लोग कोरोना वायरस संक्रमित हुए।

क्त युवक की बाद में हालांकि पटना एम्स में मौत हो गई, लेकिन इसके पहले वह पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती हुआ था। इस कारण एक संक्रमित व्यक्ति के कारण दो दर्जन से अधिक लोगों को जांच प्रक्रिया में शामिल किया गया।

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धर, सीवान में भी ओमान से आए एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से परिवार के लोगों सहित 24 व्यक्ति कोरोना संक्रमित हुए। उक्त व्यक्ति ओमान से लौटने के बाद कोरोना का चेन तैयार कर दिया। यह व्यक्ति अपने घर के परिवारों के साथ तो रहा ही इसने लोगों के साथ क्रिकेट भी खेल ली।

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार कहते हैं कि संक्रमित के शक होने के बाद जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। आशंका के बाद घर में रहे और जांच कराएं। इस चेन को तोड़ने के लिए लोग घर में ही रहें।

धर, नालंदा भी इन दिनों कोरोना के मामले में हॉटस्पॉट बन गया है। नालंदा जिले के मुख्यालय बिहारशरीफ में एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से उनके 16 परिजन संक्रमित हुए हैं।

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टना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के नोडल अधिकारी डॉ़ अजय सिंह कहते हैं, किसी भी व्यक्ति को अगर वायरस की आशंका हो तो उसे खुद को आइसोलेशन में रखना चाहिए। इससे समुदाय में इसका विस्तार कम होगा। उन्होंने कहा कि इलाज के बाद अधिकांश मरीज ठीक हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मंगलवार 21 अप्रैल को समीक्षा बैठक में कहा कि राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना पॉजिटिव मरीज की संख्या बढ़ी है, लेकिन उससे घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह सिर्फ एक संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आये हुये लोगों का मामला है।

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वे कहते हैं,"सरकार इस पर नजर रख रही है और जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं। यदि आप लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ठीक से करेंगे तो आप सबके सहयोग से हम सब इस महामारी पर विजय प्राप्त करने में सफल होंगे।"

बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण से प्रभावित 15 जिलों में सबसे अधिक 29 मामले सीवान में, मुंगेर में 27, पटना में आठ, गया में पांच, बेगूसराय में नौ, गोपालगंज से तीन, नालंदा से 28, बक्सर से आठ एवं नवादा से तीन तथा रोहतास, भोजपुर, सारण, लखीसराय, वैशाली एवं भागलपुर में एक-एक मामला सामने आया है।

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समें से 42 लोग इलाज के बाद ठीक होकर घर वापस चले गए हैं, जबकि दो लोगों की मौत हो गई है।

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