प्रवर्तन निदेशालय ने कुर्क की चंदा कोचर की 78 करोड़ की चल और अचल संपत्ति
प्रवर्तन निदेशालय ने चंदा कोचर की 78 करोड़ की संपत्ति कुर्क की, 1,875 करोड़ रुपये के घोटाले में नाम सामने आने के बाद आईसीआईसीआई के सीएमडी के पद हटाई गईं थी चंदा कोचर...
जनज्वार। आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीएमडी चंदा कोचर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं रही हैं। शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय ने कोचर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी 78 करोड़ की चल और अचल संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क कर दिया है।
धनशोधन निरोधक कानून के तहत ईडी ने जिस संपत्ति को कुर्क किया है उसमें दक्षिण मुंबई में स्थित उनका घर, पति की कंपनी आदि शामिल हैं। जनवरी 2019 में मामला दर्ज होने के बाद कोचर के खिलाफ यह अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। कोचर के पास कुल 900 करोड़ रुपये का चल और अचल संपत्ति है जिसमें से 100 करोड़ रूपए की चल और अचल संपत्ति को आगे कुर्क किया जा सकता है।
संबंधित खबर : वीडियोकॉन पर 90 हजार करोड़ का कर्ज, इतिहास के सबसे बड़े कॉरपोरेट बैंकरप्सी की संभावना
चंदा कोचर के पास कुल संपत्ति में दक्षिण मुंबई में अपार्टमेंट, कुछ शेयर और अन्य स्कीमों में निवेश, बैंक खाते व पति की कंपनी न्यूपावर रिन्यूएबल्स का ऑफिस शामिल है।
बता दें कि चंदा कोचर को 1,875 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में नाम सामने आने के बाद आईसीआईसीआई बैंक के सीईओ पद से हटाई जा चुका है। इस मामले में चंदा और उनके पति से मई 2019 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ की थी और बयान को रिकॉर्ड किया था।
ईडी ने पिछले साल चंदा कोचर, उनके परिवार और वीडियोकॉन समूह के वोणूगोपाल धातू के मुंबई और औरंगाबाद के ठिकाने पर छापेमारी भी की थी।
संबंधित खबर : चंदा कोचर मामले में मोदी सरकार क्यों बना रही है सीबीआई अधिकारियों पर दबाव
इस मामले में सबसे पहले सीबीआई ने साल 2012 में वीडियोकॉन समूह द्वारा लिए गए बैंक से 3250 करोड़ रूपये के लोन और चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की संभावित भूमिका की जांच शुरू की थी। आरोप है कि वीडियोकॉन के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत ने आईसीआईसीआई समेत बैंकों के कंसोर्टियम से अपनी कंपनी को लोन मिलने के बाद न्यूपावर रिन्यूएबल्स में 64 करोड़ रुपये का निवेश किया था।